मेरे घर में अम्मी अब्बू के अलावा मैं और मेरे दो छोटे भाई बहन भी हैं| अब्बू की एक छोटी सी दुकान है, जो कि घर से दूर एक ग्रामीण इलाके में है, जिसके कारण अब्बू को घर से दूर रहना पड़ता है|
मैं चूंकि बी.कॉम में पढ़ता हूँ तो अपने कॉलेज निकल जाता था, मेरे दोनों भाई बहन भी अपने अपने स्कूल चले जाते थे और घर में अम्मी ही अकेली रह जाती थीं |
सेक्स कहानी में आगे बढ़ने से पहले मैं आपको अपनी अम्मी के बारे में बता देता हूँ. मेरी अम्मी का नाम फातिमा है और वो बला की खूबसूरत हैं|
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उनकी चुदाई के पहले मैंने उनकी फिगर पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया था, मगर जिस दिन उनकी चुदाई एक गैर मर्द से हुई, उस दिन मैंने अपनी अम्मी की खूबसूरत मादक नंगी जवानी के दीदार किये थे|
सच में उस दिन मुझे अहसास हुआ था कि मेरी अम्मी जन्नत की हूर सी लाजवाब हैं, उनकी मदमस्त जवानी का 34-30-38 का नाप किसी को भी घायल कर देने में काफी है|
अम्मी की तनी हुई चूचियों से ऐसा लगता है जैसे अब्बू ने अम्मी की चुचियों को मसला ही नहीं हो,उनकी केले के तने सी चिकनी रानों को देख कर लगता ही नहीं था कि ये तीन बच्चों की अम्मी की संगमरमरी रानें हैं
मेरी अम्मी की गदरायी हुई जवानी सच में क़यामत है| ईमान से कह रहा हूँ कि यदि आपको भी मेरी अम्मी की नंगी जवानी देखने और चोदने को मिल जाए तो आप भी पहली मर्तबा उनको चोदने से पहले ही झड़ जाएंगे|
खैर … आगे बढ़ते हैं, ये लॉकडाउन लगने के कुछ महीने पहले की घटना है, उस दिन कुछ हुआ यूं कि मैं कॉलेज गया था,मेरे भाई बहन भी अपने स्कूल गए थे और अब्बू तो घर में रहते ही नहीं थे|
मैं कॉलेज गया, तो किसी टीचर की मृत्यु हो जाने के कारण कॉलेज की छुट्टी हो गई, तो मैं घर वापस आ गया, घर आया, तो मैंने किसी अजनबी जनाब को घर की बैठक में अम्मी के साथ गुफ्तगू करते हुए पाया|
मैंने उस आदमी की तरफ देखा तो वो यही कोई पैंतीस साल का एक हट्टा-कट्टा मर्द था, उसके चेहरे पर एक रौबीला अंदाज था और देखने में वो कोई शानदार मर्द दिख रहा था|
मैं भी एक बार उसके व्यक्तित्व से प्रभावित हुए न रह सका अम्मी ने अपनी घबराहट छिपाते हुए मुझे बताया- ये तेरे मामू के दोस्त हैं और यहीं इसी शहर में रहने आए हैं,इनका नाम उस्मान भाई है|
मैंने उन्हें मामू कह कर सलाम किया और अपने कमरे में चला गया, मेरे जाते ही उस्मान ने मेरी अम्मी के दूध मसल दिए, इससे उनकी आह निकल गई|
इस आवाज को सुनते ही मैंने अम्मी की तरफ पलट कर देखा, तो वो अपने एक चूचे को अपने हाथ से सहलाते हुए उस्मान से धीमी आवाज में बोल रही थीं- जरा रुक जा न … अभी राणा आ गया है, वो देखेगा तो क्या सोचेगा.
उस्मान ने आंख दबाते हुए कहा- मुझसे सब्र ही नहीं हो रहा है,अब राणा के कारण मुझे पता नहीं तुम्हारी चुदाई करने को मिलेगी या नहीं!
अम्मी ने मेरी तरफ देखने के लिए सर घुमाया, तो मैं अपने कमरे में दाखिल हो गया और मैंने कमरे के दरवाजे उड़का लिए|
तो अम्मी ने उस्मान से रुकने को कहा और मेरे कमरे के पास आ गईं, अम्मी ने बाहर से आवाज देकर पूछा- राणा आज तू जल्दी कैसे आ गया … क्या कॉलेज नहीं गया था?
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मैंने कमरे से ही आवाज दी कि अम्मी आज कॉलेज की छुट्टी हो गई थी और मुझे बहुत तेज भूख लगी है, आप मुझे खाना दे दो,खाना खाकर मुझे अपने फ्रेंड के घर जाना है|
ये सुनकर अम्मी ने कहा- ठीक है, तू हाथ मुँह धोकर बाहर आ जा, मैं खाना लगा देती हूँ, मैं दो मिनट बाद बाहर आया, तो अम्मी ने खाना लगा दिया था, मैंने जल्दी जल्दी खाना खाया और हाथ मुँह धोकर निकल गया|
जाते समय मैंने उस्मान की तरफ देखा भी नहीं, मैं घर के बाहर निकला और दबे पांव घर के बाजू की गली से निकल कर पीछे से चारदीवारी फांद कर घर में आ गया|
मैंने एक दीवार की आड़ में खुद को छिपा लिया और अम्मी की हरकतों को देखने का मन बना लिया, मेरी अम्मी ने मेरे घर से जाते ही झट से उठ कर घर के में दरवाजे को बंद किया और उस्मान का हाथ पकड़ कर उसे अपने कमरे में ले गईं|
उस्मान और मेरी अम्मी जैसे ही अपने कमरे में गए, ये मेरे लिए और भी सुगम हो गया था कि मैं उनके कमरे के अन्दर झांक सकूं और अम्मी का चीटिंग सेक्स देख सकूँ|दरअसल जिधर मैं खड़ा था, वो अम्मी के कमरे की दीवार ही थी और उनके कमरे की खिड़की भी मेरे करीब ही थी,खिड़की का एक पल्ला खुला हुआ था और अन्दर का नजारा साफ़ दिख रहा था|
मैंने बिना आवाज किये खिड़की के अन्दर झांका तो उस्मान ने मेरी अम्मी को एक मुर्गी की तरह दबोचा हुआ था और अम्मी हंसते हुए उसकी पकड़ से छूटने के लिए मचल रही थीं|
उस्मान बोला- यार, मैंने तो समझा था कि आज तेरी जवानी को भोगने का मौक़ा ही नहीं मिलेगा, अम्मी भी हंस कर बोलीं- हां यार, राणा अब बड़ा हो गया है, उसके सामने मुझे भी बड़ी शर्म आ रही थी कि वो न जाने क्या सोचेगा|
उस्मान अब तो कोई फ़िक्र नहीं है न! अम्मी- न अब कोई फ़िक्र नहीं है अब बस तू पहले एक बार मेरी चुत को जल्दी से ठंडा कर दे … साली बड़ी आग लगी है|
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उस्मान – क्यों तेरे शौहर का लंड अब किसी काम का नहीं रहा क्या? अम्मी ने मुँह बनाते हुए कहा- अबे यार, उस भोसड़ी वाले की बात मत करो … भैन के लौड़े ने मेरी जवानी की मां चोद दी है|
उस्मान – क्यों ऐसा क्या हुआ मेरी नज़मा जान? अम्मी- उसका लंड केवल चार इंच का है और पहले तो फिर भी कुछ देर उछल कूद मचा लेता था, मगर अब तो वो तीन महीने में एक बार आता है और चढ़ते ही फुस्स हो जाता है.
जब तक चुत गर्मी पकड़ती है तब तक हरामी ठंडा ही हो जाता है., उस्मान – ये तीनों औलादें तो तेरे शौहर के बीज से ही पैदा हुई हैं या इसमें भी किसी उस्मान का हाथ है|इस बात पर ने कोई जबाव नहीं दिया, उस्मान ने अम्मी की चूची मसलते हुए फिर पूछा,अम्मी ने अब तक उस्मान का लंड बाहर निकाल लिया था|