भाई सेक्स प्रेगनेंसी कहानी में मेरी बहन को शादी के बाद बच्चा नहीं हुआ तो मेरी मम्मी ने उसे मेरे साथ सेक्स करके गर्भ धारण करने की सलाह दी. दीदी ने मुझे कैसे सेक्स के लिए मनाया?
मेरा नाम शशिकांत है और मैं गुजरात का रहने वाला हूँ.
मेरी उम्र 26 साल है और मैं एक प्राइवेट कंपनी में जॉब करता हूँ.
यह भाई सेक्स प्रेगनेंसी कहानी मेरी एक सच्ची घटना पर आधारित सेक्स कहानी है.
मेरे परिवार में मेरे अलावा मॉम और मेरी बड़ी बहन हैं.
मेरी बड़ी बहन की शादी एक साल पहले हो गयी थी. मेरी मॉम विधवा हैं.
बहन की शादी के बाद मैं और मॉम दोनों ही घर में रहते हैं.
मेरी बहन की शादी एक मिडल क्लास घर में हुई थी क्योंकि पापा के गुजर जाने के बाद हमारी आर्थिक परिस्थिति कोई खास अच्छी नहीं थी.
मैं अपनी दीदी के बारे में बताऊं, तो मेरी दीदी बहुत ही बड़ी हॉट और सेक्सी थी.
उसकी ब्रा का साइज़ 34 था.
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शादी के एक साल बाद मेरी दीदी घर आई.
रात को मैं जब ऑफिस से घर आया तो बहन को आया देख कर मैं बहुत खुश हुआ.
हम तीनों ने मिलकर खाना खाया और रात को बैठ कर बातें की.
तब मैंने देखा कि मेरी दीदी और मॉम परेशान लग रही थीं.
मैंने बहुत पूछा लेकिन उन दोनों ने मुझे कुछ बताया ही नहीं.
फिर रात के करीब बारह बजे हम सब सोने लगे.
लेकिन मुझे नींद नहीं आ रही थी तो मैं अपने कमरे से बाहर निकल आया.
मैंने देखा कि मॉम के कमरे की लाइट जल रही थी.
मैं मॉम के कमरे के दरवाजे के पास गया तो मुझे दीदी के रोने आवाज़ आ रही थी.
तो मैं और नज़दीक गया और मॉम और दीदी की बातें सुनने लगा.
तब मुझे पता चला कि दीदी को कोई बच्चा नहीं हुआ इसलिए दीदी को उसकी ससुराल वालों ने घर से निकाल दिया था.
लेकिन दीदी बोल रही थी कि प्राब्लम उनके पति में है.
मैं मॉम की बातें सुन रहा था.
मॉम ने दीदी से कहा- एक रास्ता है, तुम अपने भाई से चुदवा लो तो तुम्हारी प्राब्लम दूर हो जाएगी!
यह सुनकर मेरा लंड तुरन्त टाइट हो गया लेकिन मेरी दीदी को ये पसंद नहीं आ रहा था.
मेरी मॉम के काफी समझाने पर दीदी ने हां बोल दिया, लेकिन दीदी बोली- भैया का तो छोटा होगा ना!
तो मॉम बोली- नहीं, तेरे भैया का तो तेरे पापा से भी बड़ा और मोटा है!
ये सुन कर तो मैं पानी पानी हो गया.
दीदी बोली- तुमको कैसे पता कि भैया का बड़ा है?
तो मॉम बोली- मैंने बाथरूम के छेद से उसको दो तीन बार लंड को हिलाते हुए देखा है.
यह सुनकर मेरे होश उड़ गए.
अब दीदी तैयार हो गयी थी कि वह मुझसे चुदवाएगी.
लेकिन यह सब कैसे होगा?
तो मॉम ने प्लान बनाया- मैं दो दिन के लिए बाहर जाने का प्लान बनाती हूँ, तुम चुदने का प्लान बना लेना!
दीदी बोली- ठीक है.
दूसरे दिन मॉम मेरे पास आईं और रात को जिस तरह बात हुई थी, वैसे ही उन्होंने कहा.
अब मॉम बाहर चली गईं.
उनके जाने के बाद घर में दीदी और मैं ही रह गए थे.
दीदी ने आज सेक्सी टाइट जींस और टी-शर्ट पहनी थी जिसमें से दीदी की ब्रा साफ दिखाई दे रही थी.
उनके बूब्स भी बहुत बड़े थे, तो उनकी टी-शर्ट में ऐसे दिख रहे थे, मानो अभी निकल कर बाहर आ जाएंगे.
मैं यह जानता था कि मेरी दीदी मेरे लौड़े से आज चुदेगी.
इसलिए मैं अपने आपको कंट्रोल नहीं कर पा रहा था.
बस मैं यह देखने को मरा जा रहा था कि मेरी दीदी किस तरह से मुझे उत्तेजित करके मनाती है.
हम दोनों खाना खाने बैठे तो दीदी ने मुझसे बातें करना शुरू किया- भैया, तुम्हारी कोई गर्लफ्रेंड है या नहीं?
मैं पहले थोड़ा शर्माया.
फिर दीदी ने दुबारा से पूछा.
तो मैंने कहा- नहीं दीदी!
तो दीदी बोली- क्यों नहीं है … अभी तो तुम जवान हो फिर भी?
मेरे मन में लड्डू फूट रहे थे.
मैंने भी दीदी से पूछा- क्या आपका शादी से पहले कोई ब्वॉयफ्रेंड था?
तो वह बोली- हां जब मैं पढ़ाई करती थी, तब तो था.
फिर मैंने दीदी से पूछा- जीजा जी कैसे हैं? आपको खुश तो रखते हैं न?
मेरे इस सवाल पर वह रोने लगी और मेरे पास आकर मुझसे चिपक गई.
मैं समझ गया कि उसका एक्शन शुरू हो गया है.
मैंने उसे सहलाते हुए पूछा- क्या हुआ दीदी?
तो वह मुझसे और ज़ोर से चिपक गई.
अब दीदी के बूब्स मुझे स्पर्श हो रहे थे.
मेरा लंड और ज्यादा टाइट होता जा रहा था.
दीदी ने मुझसे चिपके हुए ही सब बात बताई, जो उसने रात को मॉम को बताई थी.
अब मैं समझ गया था कि दीदी भी चुदने के लिए तैयार है!
मैंने आगे पूछा- तो बच्चा क्यों नहीं हो रहा है?
दीदी खुल कर बोली- तेरे जीजा जी का लंड बहुत ही छोटा है!
उसके मुँह से लंड शब्द सुनकर मेरा लंड और ज्यादा टाइट हो गया.
मैंने कहा- तो क्या वह तुझे सही से नहीं करता है?
वह बोली- हां भैया, उसका लंड मेरी चूत में घुसते ही झड़ जाता है.
मैंने कहा- तो तू अब क्या करेगी?
वह मेरे सीने से लिपट गई और बोली- मुझसे तू किसी भी तरह से संतुष्ट कर दे.
मैंने उसके मुँह से यह सुना तो उसको अपनी गोदी में लेकर बेडरूम में आ गया और उधर मैंने अपनी दीदी को बेड पर लेटा दिया.
फिर मैंने अपने सारे कपड़े निकाल दिए.
दीदी बोली- भैया ये क्या कर रहे हो?
मैं अपनी चड्डी उतारते हुए बोला- तुम्हें मां बनाने का काम कर रहा हूँ.
भाई सेक्स प्रेगनेंसी
मेरी दीदी मेरे लंड को हैरानी से देख रही थी.
वह बोली- इतना बड़ा!
मैंने अपना लंड सहलाते हुए कहा- हां आज यही लंड तुम्हारा उद्धार करेगा.
भाई सेक्स प्रेगनेंसी की बात सोच कर वह खुश हो गई.
अब मैंने दीदी से भी नंगी होने को कहा.
दीदी ने पहले अपनी जींस निकाली और बाद में टी-शर्ट उतार दी.
मेरी दीदी अब सिर्फ़ ब्रा पैंटी में थी.
दीदी को ब्रा पैंटी में देखकर मेरा लंड और भी लंबा और मोटा हो गया.
मैंने दीदी की ब्रा को निकाल दिया.
दीदी के बूब्स पूरे नंगे थे और एकदम तने हुए थे.
मैं दीदी के बूब्स को दबाने लगा और उसकी चूचियों को मसलने लगा.
दीदी को बहुत मज़ा आने लगा था.
वह मेरे मुँह में निप्पल देने लगी थी.
उस वक्त हम दोनों यह भूल गए थे कि हम भाई बहन हैं.
उस वक्त हम दोनों सिर्फ नर-मादा थे जो संतान को पैदा करने की कोशिश में लगे हुए थे.
अब तक उसके दूध चूसने से वह पूरी गर्म हो गयी थी और मेरे लंड को अपने मुँह में लेना चाहती थी.
वह मेरे लौड़े को अपने हाथ में लेकर सहलाती हुई बोल रही थी- आज मेरी एक साल की वासना को शांत कर दो भैया!
दीदी ने मेरे लंड को अपने मुँह में भर लिया और चूसने लगी.
कुछ मिनट बाद मैंने दीदी को बेड पर चित लेटा दिया और अपना लंड उसकी चूत पर सैट कर दिया.
मैंने धीरे से लंड को पेल कर अपनी बहन की चुदाई शुरू की.
जैसे ही मैंने लंड जरा अन्दर डाला, तो वह चिल्लाने लगी- आह भाई, धीरे डालो!
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मेरी दीदी की चूत सच में बहुत टाइट थी.
किसी तरह से मैंने लंड चूत में पेला तो उसकी चूत से खून निकलने लगा.
मैंने हाथ से टटोल कर देखा तो खून मेरी उंगलियों में लग गया.
दीदी बहुत छटपटा रही थी.
उसकी आंखें बंद थीं और उसे कुछ भी नहीं सूझ रहा था.
वह मुझसे लंड निकालने की भी नहीं कह पा रही थी और चोदने की भी नहीं कह पा रही थी.
फिर मैंने अपनी बहन के दूध चूसना शुरू किए तो धीरे धीरे उसकी चूत ने रस छोड़ना शुरू किया और लंड को चूत में जगह मिलने लगी.
शुरुआती दर्द के बाद अब हम दोनों भाई बहन की मस्त चुदाई होने लगी थी.
मेरी बहन बस चुपचाप अपनी दोनों मुट्ठियों में चादर को भींचे हुई थी और मैं उसकी चूत में लगातार लंबे लंबे शॉट मार रहा था.
मुझे अपनी बहन की कसी हुई चूत चोदने में बहुत मजा आ रहा था.
लगभग 20 मिनट चुदाई के बाद मैं अपनी बहन की चूत में ही झड़ गया और उसके ऊपर छा गया.
मैंने दीदी से पूछा- कैसा लगा?
मेरी दीदी ने बताया- मैं दो बार झड़ चुकी हूँ.
कुछ देर बाद हम दोनों फिर से उत्तेजित हो गए और मैंने फिर से अपनी बहन की चुदाई शुरू कर दी.
उस दिन मैंने दीदी को दिन में तीन बार और रात को चार बार चोदा.
हम दोनों ने लगातार दो दिन चुदाई की और दो दिन बाद मॉम वापस आ गईं.
शाम को हम सबने खाना खाया और अपने अपने कमरे में सोने चले गए.
पहले मॉम अपने कमरे में गईं तो उसी समय मौका देख कर मैंने दीदी से पूछा- क्या आज चुदाई करने नहीं मिलेगी?
तो दीदी हंस कर ना में सर हिला कर चली गयी.
मुझे चुदाई किए बिना नींद नहीं आ रही थी.
तो मैं मॉम के कमरे के दरवाजे पर वापस गया.
मॉम और दीदी बातें कर रही थीं.
मॉम ने दीदी से पूछा- काम हुआ या नहीं?
दीदी ने कहा- हां मॉम काम हो गया. भैया तो लंबी रेस का घोड़ा है.
मॉम बोली- मैंने तो तेरा काम कर दिया … अब तू मेरा भी कर दे!
दीदी बोली- मॉम मैं समझी नहीं?
तो मॉम बोलीं- मैं भी तेरे पापा के जाने के बाद कभी नहीं चुदी हूँ, तो मुझे भी अपने भैया से चुदवा दे!
दीदी मुस्कुरा कर बोली- ठीक है.
इतना बोल कर वह दरवाजे के पास आई.
मैं झट से अपने कमरे में चला गया और सोने का नाटक करने लगा.
दीदी ने मुझे जगाने की कोशिश की, मैं जागने का नाटक करने लगा.
फिर मैंने पूछा- दीदी क्यों आई हो? मॉम को पता चला तो वह हमें डाटेंगी!
तो वह बोली- मॉम नहीं डाटेंगी.
फिर मॉम से बहन की जो बातें हो रही थीं, उसने वे सब बातें मुझे बताईं.
मैंने भी हां कर दी और उसी समय मैं दीदी के साथ मॉम के पास आ गया.
मॉम समझ गईं कि मैं उनको चोदने के लिए राजी हो गया हूँ तो वे मुझे वासना भरी नजरों से देखने लगीं.
मैंने मॉम के सामने ही दीदी को अपनी बांहों में भर लिया और मॉम को दिखाते हुए अपनी बहन के दूध दबाने लगा.
यह सीन देख कर मॉम भी गर्मा गईं और उनका साथ भी मुझे मिलने लगा.
मैंने उन दोनों को एक साथ प्यार करना शुरू कर दिया.
कुछ ही देर में मॉम मेरे सामने नंगी हो गई थीं और वे मेरे लंड को अपने मुँह में लेकर चूसने लगी थीं.
मैंने मॉम की धकापेल चुदाई की.
उसके बाद हम तीनों घर में बिंदास रहने लगे थे.
एक महीने तक मैंने अपनी बहन को चोदा और दीदी प्रेग्नेंट होकर अपनी ससुराल चली गयी.
अब मैं अपनी मॉम को हर रोज डॉगी स्टाइल में चोदता हूँ.