Muslim Sex Story : सभी लंड वालों और चूत वालियों को मेरा सलाम!मैं असलम हाज़िर हूँ एक और सच्ची घटना के साथ! मेरी बहन नहाने चली गयी|नहाकर वह खाना बनाने लगी|खाना बनाकर उसने मुझे आवाज देकर बुलाया
कहा, तुम खाना खाकर अम्मी और नायरा के लिए खाना ले जाओ।मैं खाना खाकर मेरी अम्मी और बहन के लिए खाना लेकर साइट पर चला गया|मेरी माँ, ठेकेदार अखिलऔर नायरा काम कर रहे थे|
एक और लड़का जिसकी उम्र कोई 24,25 साल थी, वह भी काम पर लगा हुआ था|मैं खाना लेकर नायरा के पास पहुंच गया और उस लड़के के बारे में पूछा कि ये लड़का कौन है।नायरा , ये बिहारी है|
अखिलने इसको एक दिन के लिए लगाया है| अमीरा नहीं आई है ना! तो उसकी जगह पे!फिर मैंने पूछा, अम्मी कहा हैं?तो उसने मुझे इशारे से बताया कि वहां है।अम्मी अडान पर चढ़ी हुई थी ऊंची दीवार का काम चल रहा था।
पहली चुदाई का अनुभव फ़ूफ़ीजान के साथ – Muslim Sex Stories
मैंने नायरा को बोला, अम्मी को क्यों ऊपर चढ़ाया है? तुम चढ़ जाती या फिर इसको कहती!नायरा , मुझे ऊँचाई से डर लगता है और इसका वजन ज्यादा है, अडान की पट्टी टूट जाएगी|
मैंने देखा कि बिहारी बार बार मेरी अम्मी के नीचे झांक रहा था और उसका लंड पैन्ट में तना हुआ था।तब मैंने सोचा कि यह क्या देख रहा है, मैं भी देखता हूँ|मैंने नीचे जाकर देखा तो मेरी नूनी भी खड़ी हो गयी|
क्योंकि अम्मी ने घाघरा के नीचे कुछ नहीं पहना था, उसकी गुलाबी चूत के दर्शन हो रहे थे|मेरी अम्मी की चूत पर एक भी बाल नहीं था और चूत एकदम फूली हुई पाव के जैसी थी|अब मुझे समझ आया कि वह बिहारी मेरी अम्मी की चूत देख रहा था।
फिर खाने का वक़्त हो गया और सब खाना खाने लगे|बिहारी खाना नहीं लाया था तो उसको अम्मी ने और अखिलने थोड़ा थोड़ा खाना दिया| सब खाना खाकर आराम करने लगे|ठेकेदार अखिलअलग जाकर सो गया
अम्मी और नायरा अलग जाकर सो गई|मैं छत पर चला गया खेलने के लिए!थोड़ी देर बाद मेरी अम्मी पेशाब करने गई तो अखिलने देख लिया|जब वह मूत के वापिस जाने लगी तो अखिलने कहा, आओ बैठ के बातें करते हैं|
मुझे नींद नहीं आ रही है।मेरी अम्मी अखिलके पास चली गयी और उसकी बगल में बैठ गई।अखिल बातों बातों में अम्मी को छेड़ने लगा।अखिल, भाभी, एक बात कहूँ अगर बुरा ना मानो तो?
अम्मी, कहो ठेकेदार साहब, क्या बात कहनी है।अखिल, भाभी जब मैं अमीरा और नायरा को देखता हूं तो ऐसा लगता है कि वे आपकी बेटियां नहीं बहनें हैं| सच में आप उनकी माँ नहीं लगती।
अम्मी हँसते हुए, अच्छा ऐसा क्या है मेरे में?अखिल, भाभी, आप नाराज़ तो नहीं होगी ना?अम्मी, नहीं तुम कहो!अखिल, आप सच में सुंदर हो!अम्मी शर्माती हुई, ऐसा क्या सुंदर है मेरा?अखिल, आपकी गांड बहुत मस्त है|
ऐसा लगता है जैसे कोई तरबूज बांध लिए हैं पीछे!अम्मी हँसती हुई, आओ फिर काट के खा लो तरबूज!अखिलको तो बस मौके का इंतजार था|मेरी अम्मी ने उसको सिग्नल दे दिया और अम्मी फिर उसकी बगल में लेट गयी|
अब आगे पढ़ें कि कैसे मेरी रण्डी माँ चुदी!अखिलमेरी अम्मी की टांगों के पास आकर उनकी माँसल टांगों को चूमने लगा|फिर उसने मेरी अम्मी का घाघरा उठा दिया और मेरी अम्मी की चूत को देखने लगा|
अम्मी, क्या देख रहे हो मेरे बबले राजा?अखिल, मेरी जान, मुझे नहीं पता था कि तेरी इतनी प्यारी चूत है!इतना कहते ही वह मेरी अम्मी की चूत को चाटने लगा|मेरी अम्मी भी उसका सर अपनी चूत पर दबाने लगी
आहें भरने लगी, आह हह हहह आह हहह … और जोर से काट के खा ले मेरी चूत को … बहुत परेशान करती है! आईईई ओऊ आह आह … अखिलमेरे राजा, आज तो मजा आ गया चूत चटवा के! मस्त चाट रहा है
तू! दिल करता है सारी उम्र तेरे से दिन रात अपनी चूत चटवाती रहूं| आहह हहहऔऱ जोर से!अखिलभी साला खिलाड़ी आदमी था, उसको पता है कि कैसे चोदा जाता है|वह अपनी पूरी जीभ अम्मी की चूत में डालकर जोर जोर से अम्मी को जीभ से चोदने लगा|
कुछ देर बाद अम्मी का पानी निकल गया|अखिल सारा रस पी गया और अम्मी की चूत को चाट के साफ कर दिया|अम्मी लंबी लंबी सांसें लेने लगी।कुछ देर बाद ठेकेदार ने अम्मी की चोली भी उतार दी और उसके मोटे मोटे मम्मों को चूसने लगा।
तब अम्मी ने भी अखिलके कपड़े उतार दिए और उसके लंड को पकड़कर उसके लंड को हिला हिला के आगे पीछे करने लगी|अम्मी का हाथ लगते ही उसका लंड नाग की तरह फन उठा के नाचने लगा|
फिर अखिल69 की पोजीशन में आ गया।अम्मी अखिलके लंड का स्वाद लेने लगी।अखिल ने मेरी अम्मी की चूत में अपना सर घुसा लिया और जोर जोर से जीभ चलाने लगा|अम्मी भी अखिलका लंड मुँह में लेकर चूसने लगी।
अखिलका लंड किसी गधे जैसा था जो अम्मी के मुँह को चोद रहा था|अखिलचूत से मुंह निकाल कर आह आह करने लगा और बोला, आह हाय मेरी जान, तुम तो एकदम रंडी की तरह चूस रही हो|
आह … मेरा होने वाला है।अम्मी अखिलका लंड जोर जोर से चूसने लगी और अखिल अम्मी के मुंह में झड़ गया। अम्मी सारा रस पी गई और चाट के लंड साफ कर दिया|अखिल अब अम्मी के मम्मों को चूसने लगा और निप्पल पर काट लिया|
तब अम्मी आहें भरने लगी और अखिलका लंड पकड़ के हिलाने लगी|अखिलका लंड फिर तैयार हो गया और अम्मी उसको लिटाकर उसके लंड पर बैठ गई और एक झटके में पूरा लंड अपनी चूत के अंदर ले लिया।
अखिलअम्मी से बोला, मेरी रांड, आज तक कितने लंड खा लिए अपनी चूत में?अम्मी, बहुत खाये … पर तेरे जैसा लंड किसी का नहीं था|अखिल, तेरी सील किसने तोड़ी थी? कौन था वह खुशनसीब इंसान?
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अम्मी, वह खुशनसीब इंसान अमीरा के बड़े चाचा थे| उसके बाद तो कई आये और मेरी चूत मार के चले गये| पर तेरे जैसा लंड आज तक नहीं मिला| तुमने तो अलग ही मजा दिया है|
अब अम्मी अखिलके लंड पर जोर जोर से उछलने लगी और घपाघप लंड लेने लगी।अखिल भी लंड उछाल उछाल के मेरी अम्मी की चूत नीचे से मारने लगा।फिर अखिलऊपर आ गया
अम्मी की टाँगें अपने कंधे पर रख के अपना फ़ेवरेट शॉट मारा उसने तो लंड सीधा बच्चेदानी से टकराया और अम्मी की चीख निकल गई|अखिलअम्मी से, चिल्ला मत रंडी| वरना बिहारी आ जायेगा तो दो दो लंड लेने पड़ेंगे|
अम्मी, कोई बात नहीं| ले लूंगी| बहुत बार दो दो लंड खा चुकी हूं| एक बार तो 7 लोगों ने एक साथ चोदा था पूरी रात!अखिल, साली रांड, तू तो चुदक्कड़ निकली| मैं तो तुमको सीधी समझ रहा था।
अम्मी बोली, अब बकचोदी मत कर काफिर और एक पर्दानशीं रंडी की आग बुझा दे।अखिल अब जोश में ताबड़तोड़ चोदे जा रहा था अम्मी को!अम्मी एक बार झड़ गयी थी|
अखिलअब उसको कुतिया बना के उसके पीछे से चूत में पेलने लगा|अम्मी भी मस्त हो कर चुदने लगी और जोर जोर से सिसकारियां लेने लगी, आई ईइयो आह आह … ओह ओह्ह हहह … आहह … हहह … शाबाश मेरे चोदू राजा, जोर जोर से चोदो … फाड़ दो |
मेरी मुनिया को … साली में हर वक़्त आग लगी रहती है| मैं थक गई इसके लिए लंड का जुगाड़ करते करते!और अम्मी एक बार और झड़ गई।तब अम्मी ने अखिलको कुछ देर रुकने को कहा|
अखिललंड निकाल के अम्मी के मुंह के पास लाया, जिसको अम्मी ने चाट के साफ किया|अब अखिल बोला, क्या हुआ मेरी रंडी? थक गई क्या?अम्मी, हाँ मेरी जान, तुम्हारे लंड का तो जवाब नहीं|
मेरी चूत का कबाड़ा कर दिया है इसने! और टाँगें दर्द कर रही हैं| तुम घपाघप चोदे जा रहे हो!तब अम्मी फिर से कुतिया बन गई और अखिलने फिर से अम्मी की चूत में लंड डाल दिया और गधे की तरह मेरी अम्मी को चोदने लगा।
थोड़ी देर चोदने के बाद लंड को गांड पर रगड़ने लगा|अम्मी उसकी मंशा समझ गई और गिड़गड़ा के बोली, अखिल, गांड में लंड आराम से डालना| मैं दर्द सह नहीं पाऊंगी| आज तक मेरी गांड किसी ने नहीं मारी है|
अखिल, ठीक है मेरी जान, मेरी चुदक्कड़ वेश्या!फिर अखिलअम्मी की गांड को चाटने लगा|अब उसने अम्मी की गांड में ढेर सारा थूक लगा दिया और जोर देकर लंड अंदर डालने लगा।अम्मी ने डर के कारण अपनी गांड भींच ली।
अखिल भी एकदम चोदू था, कई चूत के उद्घाटन कर चुका था।अखिल ने तरकीब लगाई|वह अम्मी की चूत में उंगली करने लगा और अम्मी को मजा आने लगा|उसने गांड ढीली कर दी|
मौका मिलते ही अखिलने एक जोर का झटका दिया और सुपारा जा कर अम्मी की गांड में फंस गया|अम्मी की चीख निकल गई।अम्मी रोती हुई बोली, अखिल, तेरे हाथ जोड़ती हूँ| निकाल दे अपना लंड … बहुत दर्द हो रहा है।
अखिल, मेरी जान, तेरी गांड की सील टूट गयी है!उसने अपने लंड पर लगा खून दिखाया।मेरी अम्मी खून देख कर और डर गई और जोर जोर से रोने लगी।अखिलअम्मी का मुंह पीछे करके अम्मी को किस करने लगा और धीरे धीरे आगे पीछे करने लगा|
अब अम्मी को कुछ आराम मिला।अखिल ने देखा कि अब अम्मी ठीक है तो एक और जोर का झटका देकर आधा लंड डाल दिया।अम्मी जोर जोर से चीखने लगी, आय्य्ये मार दिया रे … मेरी गांड फाड़ दी|
हाय मेरी अम्मा … मुझे कोई बचा लो ईईई अम्मा मैं मर गई!अखिल फिर से अम्मी का मुंह पीछे कर के चूमने लगा।अम्मी की चीखें सुनकर बिहारी आ गया और उसने अम्मी को ठेकेदार से चुदवाते हुए देख लिया।
अखिलअम्मी से, अब भुगत एक और लंड साली रंडी … तेरी माँ को चोदूँ! चिल्ला चिल्ला के इसको और बुला लिया| अब तू ही देख क्या करना है|अखिल ने लंड बाहर नहीं निकाला|
अम्मी बिहारी से, यहां क्या करने आया है? जा यहां से! यह मेरा शौहर है| तू क्या देख रहा है? घर में माँ बहन नहीं है क्या? बेशर्म जा चला जा यहां से!बिहारी को ग़ुस्सा आ गया, साली कुतिया, गांड तू मरवा रही है और बेशर्म मुझे बोल रही है?
बुलाऊं क्या तेरी बेटी को?फिर बिहारी जाने लगा तो अम्मी ने उसको रोका, ओये बिहारी, रुक ना यार … क्यूं मजा खराब कर रहा है| बोल तुझे क्या चाहिए?बिहारी, मुझे तेरी चूत चाहिए|
अम्मी, ठीक है, ठेकेदार चोद ले, फिर तुम चोद लेना|बिहारी, ठीक है, तब तक मेरा लंड चूस ले!अब बिहारी अपना लम्बा लंड अम्मी के मुँह के पास ले गया|अम्मी के मुंह के पास लंड आते ही उसकी बदबू से अम्मी को उबकई आने लगी, साले हरामी, नहाते नहीं हो क्या?
जा मैं लंड नहीं चूसने वाली!बिहारी, ठीक है बहन जी, मैं बिटिया को बुला लाता हूँ|अम्मी, रुक साले … तू बहुत हरामी है साले … ब्लैकमेल कर रहा है| जा नहीं चूसती तेरा लंड!
ऐसा बोल के अम्मी उसके लंड को पकड़ कर उसपर ढेर सारा थूककर अपने कुर्ते से उसके लंड को साफ करने लगी।फिर उसका लंड मुँह में ले लिया।अब अखिलने एक और जोर का झटका दिया और पूरा लंड अम्मी की गांड में उतर गया|
लंड बन गया चुतो का राजा- Muslim Sex Story
अम्मी की चीख निकल जाती … पर अब बिहारी का लंड उसके मुंह में था तो अम्मी की चीख गले में दब गई|और अम्मी की आंखों से आँसू निकल आये|अब अखिलधीरे धीरे अम्मी की गांड मारने लगा और बिहारी अम्मी के मुंह को चोदने लगा|
बिहारी अम्मी के मुह में झड़ गया, अम्मी सारा रस पी गई।फिर बिहारी अम्मी के नीचे जाकर उसकी चूत को चाटने लगा।अम्मी इस हमले को सह नहीं पाई और अम्मी की चूत ने रस छोड़ दिया
जिसको वो बिहारी मजे से और जीभ घुमा घुमा के सारा रस चाट गया।उधर अखिलअम्मी की गांड को ताबड़तोड़ चोदने लगा|अम्मी ने अखिलको रुकने का बोली और लंड को निकालने को कहा|
अखिलने लंड निकाल दिया और लंड पक्क की आवाज़ से बाहर निकल गया।अम्मी पादने लगी और गांड पर लगा रस बिहारी को चाटने को कहने लगी|बिहारी अम्मी की गांड का सारा रस चाट गया|
अम्मी ने भी अखिल का लंड चाट के साफ कर दिया।अब अखिल लेट गया और अम्मी अखिलके खड़े लंड पर बैठ गई और पूरा लंड एक बार में चूत में ले लिया।अखिलके मुँह से आह निकल गई।
बिहारी ने पीछे से मेरी अम्मी की गांड में अपना औजार पेल दिया|अम्मी, आह एआई ईईई मार दिया सालों ने … कितने लंड खाये हैं पर इतना मजा कभी नहीं आया! अब जोर जोर से चोदो मुझको … मेरी आग बुझा दो!
अखिलऔर बिहारी अम्मी को जोर जोर से चोदने लगे|अम्मी झड़ गई| अम्मी की चूत के पानी ने अखिलकी टांगों को भी गीला कर दिया|फिर अखिलऔर बिहारी ने छेद बदल लिए|
अब बिहारी अम्मी की चूत और अखिलअम्मी की गांड चोदने लगे।इस तरह से मेरी रण्डी माँ चुदी एक साथ दो लंड से!कुछ देर बाद अखिलका निकलने को हुआ तो अखिलने गांड से लंड निकाल के अम्मी के मुंह में डाल दिया
दो चार धक्कों के बाद सारा रस अम्मी के मुंह में छोड़ दिया|अब अम्मी को बिहारी चोद रहा था, अम्मी भी मजे से चुद रही थी, आह हहह बिहारी … मेरी माँ की चूत जोर जोर से चोद … फाड़ दे
मेरी चूत को … मिटा दे इसकी सारी गर्मी … आह ईईओ आह हहह हह ओहह हहह और जोर से!अम्मी बिहारी से उछल उछल कर चुद रही थी, अम्मी का पानी निकलने वाला था और बिहारी का भी पानी निकलने वाला था|
उसने रोक के पूछा, कहाँ डालूं अपना पानी बहन जी?अम्मी, साले, तेरी माँ की चूत में डाल … गिरा दे अपना माल मेरी चूत में! अब बच्चा नहीं होगा| मैंने अपनी चूत को बंद करवा दिया है|
अब यह चूत बच्चे नहीं कर सकती, सिर्फ चुद सकती है, बड़े बड़े लंड खा सकती है| तू बस जोर जोर से चोद मुझे!अब बिहारी ने स्पीड बढ़ा दी और अम्मी भरभरा के झड़ गई|और बिहारी भी कुछ धक्के देकर झड़ गया
अम्मी के ऊपर फिर के कुत्ते की तरह हांफने लगा|अम्मी भी लंबी लंबी साँस लेने लगी।फिर अम्मी ने दोनों का लंड चाट के साफ कर दिया और सबने कपड़े पहन लिए।अखिलअम्मी से बोला, मेरी रंडी, कैसा लगा मेरे से चुदवाकर?
अम्मी मुस्करा के बोली, अमीरा की कसम, मेरे बेटे असलम की कसम, आज तक इतना मजा कभी नहीं आया|बिहारी ठेकेदार से बोला, मैं आज शाम को बिहार जा रहा हूँ| मेरी आज की मजदूरी मेरी इस छिनाल रांड को दे देना|
फिर वह अम्मी को किस कर के काम पर लग गया|और अखिलभी अम्मी को किस करके बाहर आ गया।नायरा अखिलको देखकर पूछने लगी, अम्मी कहाँ है?अखिल, उसको सरदर्द है, वो अंदर सो रही है|
तुम अभी उसको मत उठाना, वो आराम कर रही है।कुछ देर बाद अखिलबिहारी से बोला, तुम और नायरा इतना सीमेंट खत्म कर लो| तब तक मैं चाय पीकर आता हूँ|वह फिर अम्मी के पास चुपके से चला गया|
अम्मी अभी भी नंगी पड़ी थी और नींद आ गई थी।अखिलअम्मी की चूत को चाटने लगा|अम्मी नींद से जाग गई और बोली, अब तो छोड़ दे| दिल नहीं भरा क्या अभी तक?अखिल, मेरी रंडी, तू चीज ही ऐसी है कि दिल भरता ही नहीं!
अखिलअम्मी की टाँगें उठाकर अपने कंधों पर रख कर चोदने लगा|10 मिनट के बाद दोनों झड़ गए और अखिलने लंड निकाल के अम्मी के मुंह में दे दिया|अम्मी ने लंड को चाट के साफ कर दिया।
अखिलअम्मी के लिए एक दर्द की गोली और चाय लाया, फिर वह काम पर गया।बिहारी भी लंड पर हाथ फेर के अम्मी के पास जाने को बोला,अखिलने उसको जाने दिया।
नायरा पूछने लगी, कहाँ जा रहे हो?तो बिहारी चाय पीने जाने का बोला|नायरा साथ जाने लगी तो अखिलने नायरा को रोका, नायरा , तुम यही रुको और काम करो| यह आते वक्त तेरे लिए भी चाय लेकर आ जायेगा|
फिर नायरा रुक गई।बिहारी अम्मी के पास गया और उसकी नंगी चूत को चाटने लगा|अम्मी बिहारी से, देख, मेरी चूत में बहुत दर्द हो रहा है| अब मैं और चूत नहीं मरवाने वाली|
तुम कहो तो मुँह में डाल के तेरा पानी निकाल सकती हूं।बिहारी, ठीक है बहन जी!और बिहारी ने अपनी धोती खोल के अपना लंड अम्मी के मुंह में डाल दिया और आहें भरने लगा, अम्मी के बाल पकड़ के मुंह को चोदने लगा|
अम्मी के मुंह से गों गों की आवाज़ आने लगी।बिहारी ताबड़तोड़ अम्मी का मुंह चोदने लगा|अम्मी ने उसको धक्का देकर लंड मुँह से निकलवाया और गाली देने लगी, साले हरामी, सांस बंद होने लगी थी| मारना है क्या?
बिहारी, माफी बहन जी, अब आराम से करूँगा|फिर अपना मूसल जैसा लंड अम्मी के मुंह की तरफ ले गया|पर अम्मी ने चूसने से मना कर दिया, देख बिहारी, मेरा मुँह दुख रहा है|
गुस्सैल अम्मी को रंडी बनाकर चोदा – Muslim Sex Stories
तुम अपना लंड गांड में डाल के जल्दी से अपना पानी निकाल दो|बिहारी, ठीक है बहन जी, आप कुतिया बन जाओ|अम्मी, साले गधे का लंड कुतिया की गांड में पेल रहे हो। फाड़ के फव्वारा तो बना दी
मेरी गांड और चूत को! अब जल्दी कर छुट्टी का टाइम होने वाला है।बिहारी अम्मी को ताबड़तोड़ चोदने लगा|कुछ देर में फिर से दोनों झड़ गए|अम्मी ने बिहारी का लंड चाट के साफ किया और बिहारी ने अम्मी की रसभरी चूत को चाट के साफ किया|
तब कपड़े पहन लिए दोनों ने!बिहारी अम्मी से बोला, बहन जी, तुम्हारा कितना बार पानी निकला आज?अम्मी भी बिहारी अंदाज़ में, हमका कोन्हों खबर नाही! 5,7 वक़्त तो निकल ही गवा होगा|
फिर दोनों हँसने लगे।अखिल सबके लिए चाय लाया, मेरे लिए चॉकलेट भी लाया।फिर सबने चाय पीकर छुटटी कर ली|अखिलने बिहारी को एक दिन की मजदूरी का पैसे दिया|बिहारी ने नोट चुपके से अम्मी की गांड की दरार में फंसा दिया|
अम्मी ने चुपके से वो पैसे गांड से निकाल के मम्मों के बीच रख लिए|मेरी रण्डी माँ चुदी … यह कहानी आपको कैसी लगी?कमेंट्स में बताएं|लेखक के आग्रह पर इमेल आई डी नहीं दी जा रही है|
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