Antarvasna Sex Story : नमस्कार दोस्तों मै रोहन fungirl.in में आप सभी का स्वागत करता हूँ | मेरी पत्नी का नाम सिया है | सिया ऑफिस के लिए तैयार हो रही थी मैंने सिया से पूछा सिया तुम ऑफिस से कब लौटोगी सिया कहने लगी कि मैं शाम तक आ जाऊंगी। मैं घर पर ही था सिया ने मुझे कहा कि तुम बच्चों को खाना खिला देना |
मैंने सिया से कहा ठीक है जब बच्चे स्कूल जाएंगे तो मैं उन्हें खाना खिला दूंगा। काफी समय से मैं घर पर ही था मेरे पास नौकरी नहीं थी जिस वजह से मैं घर पर ही था |
मैं अब इस बात से बहुत चिंतित रहने लगा था कि मुझे ऐसी स्थिति में क्या करना चाहिए। सिया ही घर की पूरी जिम्मेदारी को अपने कंधों पर उठाये हुई थी लेकिन मुझे भी अब लगने लगा था कि मुझे कुछ करना चाहिए।
मैंने जबसे अपना ऑफिस छोड़ा है उसके बाद से मैंने कहीं भी जॉब नहीं की सिया एक अच्छी मल्टीनेशनल कंपनी में जॉब करती है और वही घर के सारे खर्चों को देखती है।
काफी समय से सिया ही घर के सारे खर्चे उठा रही थी अब मुझे कहीं ना कहीं इस बात को लेकर चिंता सताने लगी थी कि मुझे ऐसा क्या करना चाहिए जिससे कि मैं भी सिया की मदद कर सकूं और मेरे लिए भी यह बहुत जरूरी हो गया था।
मैंने अपने दोस्तों को फोन करना शुरू किया लेकिन मेरे दोस्तों ने भी मेरा साथ छोड़ दिया था अब मेरे साथ सिर्फ सिया ही खड़ी थी सिया के अलावा मेरी जिंदगी में और कोई भी नहीं था |
बिना हलाला अब्बु ने चुदक्कड़ बीबी को चोद डाला – Muslim sex story
जो कि मुझे समझ सकता इसलिए सिया ने हमेशा से मेरा साथ दिया है। दोपहर के वक्त बच्चे स्कूल से आ चुके थे मैंने उन्हें खाना खिलाया और बच्चे आराम करने लगे थोड़ी देर बाद वह ट्यूशन जाने वाले थे |
तो मैंने उन्हें ट्यूशन तक छोड़ दिया और उसके बाद मैं अपने एक परिचित से मिलने के लिए चला गया। मैं जब उनसे मिलने के लिए गया तो मैंने उनसे कहा कि क्या आपकी नजर में कोई काम है।
वह कहने लगे कि मैं कोशिश करता हूं मैं तुम्हें पता कर के बताता हूं लेकिन मेरे पास फिलहाल कोई काम नहीं था और मैं बहुत ही ज्यादा परेशानी में अपनी जिंदगी बिता रहा था।
कहीं ना कहीं इसमें मेरी गलती ही थी मुझे सिया हमेशा ही मना करती कि तुम बहुत ही ज्यादा शराब पीते हो इसी वजह से मुझे मेरी नौकरी से भी हाथ गंवाना पड़ा। काफी समय तक खाली रहने के बाद मैं और भी ज्यादा तनाव में आ गया था
लेकिन मेरे परिचित ने मेरा साथ दिया और मेरे लिए उन्होंने नौकरी की तलाश आखिरकार कर ही दी। मुझे नौकरी मिल चुकी थी मैंने जब यह बात सिया को बताई तो सिया मुझे कहने लगी कि रोहन क्या तुमने नौकरी करने का फैसला कर लिया है।
मैंने सिया से कहा हां सिया मुझे अब यह बिल्कुल भी अच्छा नहीं लगता कि तुम जॉब पर जाती हो और मैं कुछ भी नहीं कर पा रहा हूं। सिया मुझे कहने लगी कि देखो रोहन तुम्हारे और मेरे बीच में कभी भी ऐसा कुछ नहीं रहा
हम दोनों ने जब शादी की थी तो उसी वक्त एक दूसरे से हम लोगों ने बात कर ली थी और मैंने भी तो तुम्हें कहा था कि मैं जॉब करना चाहती हूं तुमने भी उस वक्त मेरा साथ दिया था |
यदि ऐसी मुसीबत की घड़ी में मैं तुम्हारा साथ नहीं दूंगी तो भला कौन तुम्हारा साथ देगा। जब सिया ने मुझे यह बात कही तो मैंने सिया से कहा सिया लेकिन मुझे लगने लगा था कि मुझे नौकरी करनी चाहिए।
अब मैं जॉब पर जाने के लिए तैयार था और बच्चों की जिम्मेदारी के लिए हम लोगों ने घर पर एक नौकरानी रख दी थी। मैं अपनी जॉब में पूरा ध्यान देने लगा था और मेरा काम अच्छे से चल रहा था
मैं बहुत ज्यादा खुश हो गया था कि कम से कम मैं अब दोबारा से जॉब करने लगा हूं। एक दिन मुझे सिया ने कहा आज मेरी सहेली की एनिवर्सरी है उसने हम लोगों को भी अपनी एनिवर्सरी में बुलाया है
तो मैंने सिया से कहा सिया लेकिन मुझे ऑफिस से आने में देर हो जाएगी। सिया मुझे कहने लगी कि कोई बात नहीं तुम जब भी ऑफिस से आओगे तो उसके बाद हम लोग चल लेंगे।
सिया ने जब मुझे यह बात कही तो मैंने सिया से कहा ठीक है सिया मैं जब ऑफिस से निकलूंगा तो तुम्हें मैं फोन कर दूंगा। मैं जब ऑफिस से निकला तो उस वक्त मैंने सिया को फोन कर दिया |
जब मैंने सिया को फोन किया तो सिया ने मुझे कहा कि तुम कितने बजे तक घर पहुंच जाओगे। मैंने सिया को कहा सिया बस थोड़ी देर बाद ही मैं घर पहुंच जाऊंगा और थोड़ी देर बाद मैं घर पहुंच गया।
जब मैं घर पहुंचा तो उस वक्त सिया मेरा इंतजार कर रही थी सिया तैयार होकर हॉल में बैठी हुई थी मैंने सिया से कहा कि क्या बच्चों को भी अपने साथ लेकर जाना है। सिया कहने लगी
कि हां रोहन हम बच्चों को भी अपने साथ लेकर चलेंगे और हम लोग अब सिया की सहेली पायल की एनिवर्सरी में जाने के लिए तैयार थे। मैं भी तैयार हो चुका था सिया ने मुझे कहा कि आज तुम बहुत अच्छे लग रहे हो तो |
मैंने सिया से कहा सिया आज काफी समय बाद तुमने मुझे कहा कि तुम अच्छे लग रहे हो क्या इसके पीछे कोई वजह है। सिया मुझे कहने लगी कि नहीं रोहन इसके पीछे कोई भी वजह नहीं है
मैं इस बात से बहुत खुश हूं कि तुम अब पहले की तरह ही अपना ध्यान रखने लगे हो। मैंने कहा चलो अभी हम लोग चलते हैं वहां पहुंचने में देर ना हो जाए सिया कहने लगी कि चलो ठीक है।
मैं और सिया जब पूनम की पार्टी में पहुंचे तो वहां पर और लोग भी आए हुए थे सिया ने मुझे पूनम से मिलवाया। हालांकि पूनम से मैं उससे पहले भी मिल चुका था लेकिन जब मैं पूनम से मिला तो पूनम मुझे कहने लगी कि सिया तुम्हारी बहुत तारीफ करती है।
मैंने सिया से कहा क्या वाकई में तुम मेरी तारीफ करती हो तो सिया मेरी तरफ देख कर मुस्कुराने लगी। पूनम और मैं आपस में बात कर रहे थे तभी पूनम के पति भी वहां पर आ गए और पूनम ने मुझे अपने पति से भी मिलवाया।
हम लोगों ने पार्टी में काफी अच्छा समय बिताया और काफी समय बाद मैं सिया के साथ एक अच्छा समय बिता पा रहा था इसलिए मैं भी बहुत खुश था। हम लोग जब घर वापस लौट रहे थे |
तो उस वक्त सिया ने मुझे कहा कि रोहन तुम आज बहुत अच्छे लग रहे हो और आज मैं तुमसे बहुत खुश हूं। मैंने सिया से कहा सिया मुझे भी तो तुम हमेशा अच्ची लगती हो और हम दोनों रास्ते भर एक दूसरे से बात करते रहे जब हम लोग घर पहुंचे तो घर पहुंचकर हम दोनों ने काफी देर तक एक दूसरे से बात की।
प्यासी हसीना को चुदाई के दर्द की तलाश – Antarvasna Sex Story
मैंने सिया से कहा सिया तुम बच्चों को सुला दो तो सिया कहने लगी कि ठीक है मैं बच्चों को भी सुला देती हूं सिया ने बच्चों को सुला दिया और हम दोनों आपस में बात कर रहे थे।
सिया ने मुझे पूछा कि तुम्हें आज पूनम की पार्टी में जाकर कैसा लगा तो मैंने सिया से कहा सिया काफी समय बाद तुम्हारे साथ कहीं गया तो मुझे बहुत ही अच्छा लगा। मैं और सिया एक दूसरे से बात कर रहे थे
मैंने सिया के होंठों को चूमा और उसके होठों को जब मै चूम रहा था तो सिया ने मेरे लंड को दबाना शुरू किया और उसने मेरे लंड को अपने मुंह में समा लिया उसने मेरे लंड को अपने मुंह के अंदर लिया |
वह उसे बहुत अच्छे से चूसने लगी उसे मेरे लंड को चूस कर मज़ा आ रहा था। उसने बहुत देर तक मेरे लंड को अपने मुंह में लेकर रखा मैं बिल्कुल भी रह नहीं पा रही थी मैंने सिया से कहा मुझे लगता है |
कि मैं तुम्हारी चूत काफी दिनों से अच्छे से नहीं मार पाया हूं मैंने सिया की चूत मे लंड को घुसाया और बहुत देर तक मैंने उसकी चूत मारी। मैंने सिया की चूत के मजे बहुत देर तक लिए |
मैंने अब सिया की गांड मारी तो मुझे बहुत ही मजा आया। मै सिया की गांड मारने में लगा हुआ था उसके बाद मेरा वीर्य गिरा वह बडा ही मजेदार था मैं आराम से सो चुका था।
अगली सुबह हमारे घर में काम करने वाली नौकरानी को मैने देखा मैंने देखा सिया अपने ऑफिस के लिए तैयार हो रही है सिया ने मुझे कहा कि क्या तुम आज ऑफिस नहीं जा रहे?
मैंने सिया से कहा नहीं आज मैं ऑफिस नहीं जा रहा सिया अपने ऑफिस निकल चुकी थी सविताघर की साफ सफाई कर रही थी।मै सविता की गांड देख रहा था मैंने सविता को अपने पास बुलाया वह मेरे पास आकर बैठी तो मैंने उसके हालचाल पूछे वह मुझे कहने लगी साहब आजकल मेरे पति और मेरे बीच कुछ भी ठीक नहीं चल रहा।
मैं और सविता एक दूसरे से बात कर रहे थे मैंने सविता को अपने बटुए से पैसे निकाल कर दिए और उसने वह पैसे अपने ब्लाउज के अंदर रख लिए। मैंने उसके ब्लाउज में हाथ डालते हुए उसके स्तनों को दबाना शुरू किया |
मैं उसके स्तनों को दबाता रहा तो मुझे मजा आ रहा था उसके स्तनों को मैंने बहुत देर तक दबाया। मेरा लंड खड़ा हो चुका था मैं अपने लंड को उसकी चूत के अंदर डालना चाहता था |
मैंने जब सविता से कहा कि मैं तुम्हारे लंड को तुम्हारी चूत के अंदर डालना चाहता हूं वह मुस्कुराने लगी। मैंने उसकी साड़ी को ऊपर उठाते हुए उसकी पैंटी को उतारा और उसकी चूत के अंदर मैंने अपने लंड को डाला तो उसकी चूत के अंदर मेरा लंड चला गया था।
अब मैंने बड़ी तेजी से उसे चोदना शुरू कर दिया था मै उसे जिस प्रकार से चोद रहा था मुझे बहुत आनंद आ रहा था। वह मादक आवाज मे सिसकिया ले रही थी जब मैंने उसे घोड़ी बनाया तो मैंने उसे घोड़ी बनाकर चोदा |
विधवा सेक्सी मास्टरनी की ताबड़तोड़ चुदाई का मजा – Antarvasna Sex Story
लेकिन ज्यादा देर तक मैं उसकी चूत की गर्मी को ना झेल पाया मैंने अपने माल को उसकी चूत में गिरा दिया। मैंने अपने लंड को उसके मुंह में डाला तो वह लंड को चूसने लगी वह मेरे लंड को बहुत देर तक चूसती रही |
मैंने उसके मुंह से लंड निकाला और उसकी गांड में लंड घुसाते हुए अंदर की तरफ धकेलना शुरू किया। मैंने उसे बहुत तेज गति से धक्के मारने शुरू कर दिए वह चिल्लाए जा रही थी मैं उसकी गांड के मजे ले रहा था |
मुझे उसकी गांड मारने में बड़ा आनंद आ रहा था बहुत देर तक मैंने उसकी गांड के मजे लिए वह मुझे कहने लगी कि आज मुझे बहुत अच्छा लग रहा है। मैंने उसकी गांड से खून बाहर निकाल कर रख दिया था |
जब मैंने अपने वीर्य को उसकी गांड के अंदर गिराया तो वह कहने लगी साहब आज तो मजा ही आ गया। वह हर रोज सुबह आती है और मेरे लंड को चूसते है वह चाहती है मैं उसकी चूत के मजे लू और उसे कुछ पैसे दे दूं।
अगर कहानी पसंद आई हो तो अपने दोस्तो के साथ जरूर शेयर करें। हमारी वेबसाइट fungirl.in आपके लिए ऐसी ही मजेदार चुदाई की कहानियां लाती रहेगी।
New Sex Stories
- जोया की सील पैक चुत का भोरसा बनाया – Muslim sex story
- डिलीवरी के बहाने नई मुस्लिम भाभी की चुदाई का मौका – Muslim sex story
- सौतेली माँ की सेक्सी झांटवाली चूत की चुदाई – Maa Beta Ki Chudai
- जीजू की सेक्सी शादीशुदा बहन की चुदाई – Jija Sali Ki Chudai
- मेले में मिली मुस्लिम लड़की ताबरतोड़ चुदाई – Muslim sex story
- बिना हलाला अब्बु ने चुदक्कड़ बीबी को चोद डाला – Muslim sex story