Muslim Sex Story: मेरा नाम ईरफान खान है| मैं हैदराबाद का रहने वाला हूँ| मेरी हाइट 5 फीट 6 इंच है| मेरे लंड की लम्बाई 8 इंच और गेहुंआ रंग है|ये सेक्स कहानी मेरी और मेरी खाला की बेटी की यानि मेरी बहेन की चुदायी कहानी है|
मेरा मिजाज काफी मजाकिया है, जिस वजह से ज्यादातर लड़कियां मुझसे बात करना पसंद करती हैं| मेरी खाला की बेटी जैस्मिन भी मुझसे बहुत बातें करती थी| उनका घर हमारे घर से बस 2 किलोमीटर की दूरी पर है| मेरा उनके घर काफी आना जाना है|
मैं उसके फिगर के बारे में बता दूँ| उसकी हाइट 5 फुट 3 इंच है| रंग सांवला और कमर 30 की है| चूचे 32 इंच के एकदम नुकीले हैं और गांड 34 इंच की है| जैस्मिन की मुस्कान बड़ी ही कातिलाना है|
उसके साथ मैं बहुत मजाक करता हूँ उसकी बड़ी बहन की शादी में उसने मुझे बताया कि वो मुझसे प्यार करती है|मैंने भी उसकी बात का जवाब उसका हाथ पकड़कर चूमते हुए दिया|
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वो मेरे हाथ से अपना हाथ छुड़ाकर भाग गयी और उस दिन से हमारी बातों ने नया मोड़ ले लिया था| अब हम दोनों देर रात तक फोन पर बात करने लगे थे|धीरे धीरे हमारी बातें सेक्सी होती गईं| मैंने एक दिन उससे किस के लिए कहा|
तो उसने कहा कि वो मुझे फोन करके बुलाएगी|मैं अपनी महबूबा के किस का इंतज़ार करने लगा|उसके घर में वो, उसका छोटा भाई और उसके अब्बू और अम्मी थे|एक दिन मेरे पास सुबह 10 बजे उसका फ़ोन आया- तू कहां है … अभी मेरे घर आ सकता है क्या?
मैंने कहा- तू बुलाए और मैं ना आऊं … ऐसा हो ही नहीं सकता|ऐसा कहकर मैं उसके घर चला गया|उसका घर दो मंजिल का था| मेरे बेल बजाने से पहले ही उसने दरवाजा खोला और मुझे अन्दर बुला लिया|
मैं घर में अन्दर गया तो उसने मुझे बताया कि अम्मी ऊपर हैं और अब्बू काम से बाहर गए हुए हैं| छोटा भाई स्कूल गया है|ये सुनते ही मैंने उसका हाथ पकड़ा और उसे अपनी तरफ खींच कर अपने होंठ उसके होंठों पर रख दिए|
हम दोनों एक दूसरे के होंठों को चूसने लगे| वो पूरी शिद्दत से मेरा साथ दे रही थी|मैंने उसे देखा और मौन इशारे से उसने अन्दर कमरे में चलने का कहा| मैं दबे पाँव उसके पीछे अन्दर कमरे में आ गया|
अन्दर आते ही मैंने उसे गोद में उठाया और चूम कर उसे चारपाई पर लेटा दिया| उसके लेटते ही मैं उसके ऊपर चढ़ गया और उसके होंठों को चूसने लगा|उसे पकड़े जाने का डर लग रहा था … लेकिन फिर भी वो मेरे होंठों को मस्ती से चूस रही थी|
कुछ पल की चूमाचाटी के बाद मैं उसकी गर्दन पर किस करते हुए अपना हाथ उसकी चूचियों पर ले आया|उसने नीचे ब्रा नहीं पहनी थी| उसकी कमीज के ऊपर से ही मैं उसकी चूचियों को दबाने लगा| वो बिन पानी की मछली की तरह तड़पने लगी |
पागलों की तरह अपनी गर्दन घुमा रही थी|आज पहली बार कोई लड़का उसके जिस्म को चूस रहा था|फिर मैंने अचानक से अपना हाथ नीचे ले जाकर उसकी चूत पर हाथ रख दिया| अपनी चुत पर पहली बार किसी लड़के का हाथ पाते ही वो बहुत ही ज्यादा मचल गई|
मैं उसकी चूत पर अपना हाथ चलाने लगा| वो मदहोशी में आवाज़ें निकाल रही थी|तभी ऊपर से उसकी अम्मी ने आवाज लगा दी|वो एकदम से हड़बड़ा गई और मुझे उसके ऊपर से उठना पड़ा| बहेन की चुदायी प्रोग्राम में रुकावट आने से मेरा दिल उखड़ गया|
फिर वो अपने कपड़े ठीक करते हुए ऊपर अपनी अम्मी के पास चली गई|उसके जाने के दो मिनट बाद मैं भी ऊपर चला गया| खाला से मैंने आदाब किया और ऐसा जाहिर किया जैसे मैं अभी ही घर में आया हूँ|
उसकी अम्मी से मिलकर मैं कुछ देर बाद अपने घर वापस आ गया|उस दिन मैं उसे चोद नहीं पाया था मगर हम दोनों में सेक्स की आग भड़क चुकी थी|इसके बाद फोन पर बहेन की चुदायी होना शुरू हो गई| वो मुझे वीडियो कॉल पर नंगी होकर |
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अपनी चुत दिखाती और मैं उसे अपने लंड से ठंडा करने की कोशिश करता रहता| मगर इस तरह से तो हम दोनों के बीच जो आग लगी हुई थी वो और भड़क रही थी| किसी भी तरह से सेक्स की आग ठंडी होना बहुत जरूरी लग रही थी|
उसने कहा कि मुंबई चलते हैं| मामा के घर मौक़ा मिल सकता है|उसका आईडिया अच्छा था, मैंने हामी भर दी कि बहेन की चुदायी करने को मिल सकती है|फिर जून की छुट्टियों में वो मामा के घर चली गई| मैंने भी घर से बहाना बना दिया और मामा के घर घूमने निकल गया|
हमारे मामा मुंबई में ठाणे में रहते हैं| मामा के घर में भाई भाभी और बस मामा रहते हैं| मैं भाभी से भी ज्यादातर मज़ाक कर लेता हूँ| मुझे लगा जैस्मिन को मामा के घर में चोदना ठीक रहेगा| क्योंकि दिन में घर में सिर्फ भाभी रहती थीं|
उधर भी मुझे जैस्मिन को चोदने का मौका नहीं मिल पा रहा था बस हम दोनों दिन भर कैरम खेलते रहते थे| वो स्ट्राइक लगाने के बहाने झुक झुक कर मुझे अपनी चूचियां दिखाती और मैं भी बस ठंडी आह भरके रह जाता|
चार दिन बाद मैंने छत पर जैस्मिन से कहा- यार तू कुछ कर ना!वो बोली- मैं क्या करूं … हम दोनों एक साथ अकेले बाहर कहीं जा भी नहीं सकते हैं| भाभी जान साथ में चलेंगी|मैंने चिढ़ कर कहा- ठीक है … वापस चल … इधर कुछ नहीं हो सकता|
वो बोली,हां वापसी में एक साथ चलेंगे … तो हो सकता है कि कोई मौका मिल जाए|मैंने कहा, और न मिला मौक़ा … तो?
वो मायूस हो गई और हम दोनों बस इन्तजार करने लगे|फिर मालिक ने दुआ सुनी और हम दोनों को मौका मिल ही गया|एक दिन भाभी बाजार चली गई थीं| जैस्मिन ने उन्हें बाजार जाने से खुद मना कर दिया था| मैं उस समय सो रहा था|
भाभी करीब 11 बजे घर से निकली होंगी| उनके जाते ही जैस्मिन ने मुझे जगाया और मुझसे नाश्ते के लिए पूछा|मैंने पूछा,भाभी कहां हैं?
वो आंख दबा आकर बोली- भाभी बाजार गई हैं|मैंने पूछा,और घर में कोई नहीं है क्या?
उसने मुस्कुराते हुए कहा- नहीं!मैंने तुरंत ही उसका हाथ पकड़ा और उसे अपनी तरफ़ खींच लिया| फिर मैंने उसके होंठों पर अपने होंठ रख दिए और उसके लबों को चूजैस्मिन शुरू कर दिया| उसको किस करते करते मैं उसके कपड़े उतारने लगा|
उसने कहा कि पहले कमरे का दरवाजा बंद कर लो यार|मैं उठकर दरवाजा बंद करके आ गया| वो बेड पर बैठी मेरा इंतज़ार कर रही थी| मैं तुरंत उसके पास जाकर उसके होंठों को चूसने लगा और वो भी मेरा साथ दे रही थी|
कुछ ही पलों में मैंने उसकी कमीज़ उतार दी और उसकी गर्दन को चूमने लगा|वो पागल होने लगी तो मैंने उसे बेड पर लेटा दिया| फिर मैं एक हाथ से उसकी चूची को उसकी ब्रा के ऊपर से ही दबाने लगा और उसकी गर्दन चूसता रहा|
वो गरमा गई तो मचलने लगी थी| मैंने उसकी सलवार निकाल दी और अब वो सिर्फ ब्रा में थी क्योंकि उसने पेंटी नहीं पहनी थी|फिर मैं उसके एक पैर के घुटने से किस करते हुए उसकी चूत के पास तक आया और एकदम मैंने उसकी चूत को अपने होंठों में भर लिया|
चुत पर मेरे मुँह के अहसास से उसकी सीत्कार निकल गई|वो मदहोश हो गई| उसने मेरा सर अपनी चूत पर दबाया और अपनी उंगली मेरे बालों में घुमाने लगी| मैं उसकी चूत को चूसता रहा|वो मुँह से आवाज़ें निकालने लगी- आह आह सीईई|
कुछ ही देर में उसकी चूत ने पानी छोड़ दिया| मैंने सारा पानी पी लिया और चाट कर उसकी चूत साफ कर दी|अब मैंने खुद के कपड़े उतार दिए और उसकी ब्रा को भी उतार दिया| वो मेरे सामने एकदम नंगी पड़ी थी| मैं उसकी एक चूची पीने लगा और दूसरी दबाने लगा|
वो फिर से तैयार हो गयी और नीचे से अपनी गांड उठाने लगी|उसने कहा- ईरफान अब मुझसे सब्र नहीं हो रहा … जल्दी कर|मैंने उसकी गांड के नीचे तकिया रखा और उसकी चूत पर अपना लंड रगड़ने लगा|
उसे अपनी गर्म चुत की फांकों पर मेरे लंड का सुपारा बहुत अच्छा लग रहा था|मैंने बहेन की चुदायी शुरू करते हुए धीरे धीरे अपना लंड उसकी चूत में डालना शुरू किया| अभी मेरा टोपा ही अन्दर गया था और उसे दर्द शुरू हो गया|
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मैं थोड़ी देर ऐसे ही रुका रहा और उसके होंठों को अपने होंठों में दबा कर चूसने लगा| मुझे मालूम था कि ये लंड लेते ही चिल्लाएगी| मैंने उसके होंठों को अपने होंठों के ढक्कन से बंद किया और धीरे से एक धक्का दे मारा|
चुत गीली थी जिस वजह से मेरा आधा लंड उसकी चूत में घुसता चला गया| वो तड़प रही थी … चीखना चाहती थी मगर मैं उसके होंठ को दबाए हुए था|उसकी छटपटाहट देख कर मैं यूँ ही लंड पेले हुए रुक गया|
थोड़ी देर रुक कर मैंने फिर से एक ओर धक्का दे मारा और इस बार मेरा लंड उसकी चूत को चीरता हुआ अन्दर समा गया| जैस्मिन की आंखों से आंसू निकल आए| वो मुझसे कहना चाहती थी कि छोड़ दे मुझे … पर मैंने उसके मुँह को अपने होंठों से बंद किया हुआ था|
कुछ पल बाद लंड ने चुत में अपना स्थान बनाया और मैंने धीरे धीरे से अपना लंड हिलाना शुरू कर दिया|उसे अभी भी दर्द हो रहा था, पर फिर भी वो मेरा साथ दे रही थी|हम दोनों के बीच ताबड़तोड़ चुदायी शुरू हो गई|
थोड़ी देर में उसे भी मज़ा आने लगा और वो भी अपनी गांड उछालने लगी|जैस्मिन अपने मुँह से कामुक आवाजें निकालने लगी- आह आआह … मर गई … आईईइ … कितना अन्दर तक कर रहा है मुए … आंह हाय आज तो तू पूरा चोद दे |
आह आह ओह ईरफान … तेज तेज चोद मुझे … हाय मर गई मैं!कोई 15 मिनट तक मैं उसकी चूत चोदता रहा| इस बीच वो एक बार झड़ चुकी थी| बाद में मैंने भी अपना सारा माल उसकी चूत में छोड़ दिया और उसके ऊपर ही लेट गया|
हम दोनों काफी देर तक ऐसे ही लेटे रहे| मेरा हाथ उसकी चूचियों पर था और वो लेटे हुए ही मेरा लंड सहला रही थी|मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया और मैंने उसे इशारा किया|वो फिर से तैयार हो गई|
मैंने उसे फिर से चोदा| इस बार मैंने उसे काफी देर तक चोदा|चुदायी के बाद उसने अपने कपड़े पहने और मुझे नाश्ता दिया| मैंने नाश्ते से ज़्यादा उसके चूचियां चूसीं|उसी दिन रात में सबके सोने के बाद मैंने फिर से बहेन की चुदायी की|
अब जैस्मिन मेरे लंड की मुरीद हो गई है| गाहे बगाहे मेरे लंड को उसकी चुत चुदायी का मजा मिलने लगा था|दोस्तो, ये मेरी सच्ची बहेन की चुदायी कहानी है| लिखने में कोई गलती हुई हो तो माफी, आप लोग मुझे ईमेल कर बता सकते हैं
कि आपको मेरी और जैस्मिन की पहली चुदायी की कहानी कैसी लगी|अगर कहानी पसंद आई हो तो अपने दोस्तो के साथ जरूर शेयर करें। हमारी वेबसाइट fungirl.in आपके लिए ऐसी ही मजेदार चुदाई की कहानियां लाती रहेगी।