Muslim Sex Story : मेरा नाम रफीक पठान है और मैं दिल्ली में रहता हूँ| मेरी उम्र अभी 20 साल की है| मैं एक स्टूडेंट हूँ| लड़कियों की चूत की सुरसुरी दूर करने के लिए बता दूँ कि मेरे लंड का साइज़ 8इंच का है |
जिस भी चूत में घुसेगा, फाड़ कर ही बाहर निकलेगा, इस बात की गारंटी है|बस ये ध्यान रखना कि वो चूत ही हो कोई भोसड़ा न हो| मैं आपको आज अपनी मामी की गांड की चुदाई की कहानी सुनाने हाजिर हुआ हूँ|
मेरी मामी का नाम अस्मा है| वो बहुत ही ज्यादा सेक्सी माल हैं|मुझे उनके तने हुए बूब्स बहुत पसंद हैं और उनकी गांड तो एक नंबर है|मामी की उम्र 28 साल है| उनको 70 नम्बर की पैंटी आती है|
मतलब उनकी चूतड़ों का नाप सौ सेंटीमीटर का है| मेरी मामी की शादी की 6 साल हो चुके हैं और उनको अभी तक कोई बच्चा नहीं है|मेरी दो मामी हैं लेकिन मुझे बड़ी वाली बहुत सेक्सी माल लगती हैं|
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मैं हर हफ्ते के अंत में अपनी नानी के घर जाता हूँ जो कि मेरे घर के पास में ही है|पहले पहल मैं बड़ी मामी को उस नज़र से नहीं देखता था लेकिन जब से मुझे मुठ मारने का शौक चढ़ा है तब से वो मुझे बहुत सेक्सी और हॉट माल लगने लगी हैं|
नानी के घर में चार कमरे हैं|जिनमें से एक कमरा मेरी बड़ी अस्मा मामी का है, दूसरा मेरी नानी का है और तीसरा वाला मेरी छोटी निशा मामी का है|आखिरी वाला मेरे छोटे मामा का है|एक बार की बात है घर में मेहमान आए हुए थे|
मैं दूसरे वाले कमरे में लेटा हुआ अपना फोन चला रहा था|मामी अचानक से मेरे पास आकर मेरी तरफ गांड करके लेट गईं|उस वक्त सर्दी का मौसम था| मैं मामी की गांड को देख रहा था, मुझे बहुत अच्छा लग रहा था|
मेरे मन में वासना का तूफ़ान उठने लगा और जब नहीं रहा गया तो मैंने अपना हाथ उठा कर मामी की गांड पर रख दिया|लेकिन मामी को पता नहीं चला| मेरी हिम्मत भी बढ़ी और लंड भी अकड़कर मुझसे बगावत करने लगा|
मैं हल्के हल्के हाथ फेरने लगा| अचानक से वो हिलीं तो मैंने हाथ हटा लिया| मामी उठ कर बाहर चली गईं| मुझे पहले तो लगा कि अब मेरी वाट लगी| मगर अगले ही पल मैंने सोचा कि मामी ने उस समय कुछ नहीं कहा|
तो इस बात की सम्भावना कम ही है कि वो मामले को आगे किसी से कहें| मैं मन ही मन मुस्कुराने लगा और अपने लंड को सहलाने लगा| कुछ देर बाद मैं मुठ मारी और सो गया| फिर कुछ दिन बाद मैं उन्हीं के कमरे में कंबल में लेटा हुआ था|
मामी मेरे पास आकर लेट गईं| कुछ देर बाद वो सो गईं| मेरा लंड पूरा तना हुआ था|मैंने अपना लंड मामी के पिछवाड़े से टच किया और लंड हिलाने लगा| मुझे बहुत मज़ा आ रहा था| उस दिन मामी सोई रहीं और मैं लंड को मजा देता रहा|
कुछ देर बाद मैं उठ कर अपने घर चला गया| मैं अब रोज मामी के बारे में सोच कर मुठ मारने लगा था| एक दिन मैं मामी के कमरे से अटैच बाथरूम में गया तो मैंने देखा कि मामी की ब्रा और नाइटी खूँटी पर टंगी हुई है|
मैंने ब्रा को उतार कर नाक से लगा कर सूंघा, तो मजा आ गया|उसमें से मामी की चूचियों की खुशबू आ रही थी| मैं उनकी चूचियों को याद करके ब्रा नाक से लगा कर ऐसा महसूस करता रहा, जैसे मैं मामी की चूचियों में अपना मुँह घुसाए हुए हूँ|
मैंने पहले तो सोचा कि ब्रा में लंड फंसा कर हिला लूं|मगर फिर न जाने क्या सोच कर मैंने मामी की ब्रा में मुठ नहीं मारी| मुझे उनकी पैंटी भी नहीं मिली तो मैं बाथरूम से बाहर कमरे में आ गया|
उस दिन मामी घर पर नहीं थी|मैंने उनके रूम में उनकी ब्रा और पैंटी ढूंढनी शुरू की मगर मुझे नहीं मिली| अब मेरे दिमाग में मामी की ब्रा पैंटी ही घुस गई थी और मैं मौका मिलते ही उनकी ब्रा पैंटी खोजने लगता था|
कुछ दिन बाद मैंने मामी के अंडरगार्मेंट्स वाली जगह को ढूंढ लिया और मामी की सारी पैंटी और ब्रा को एक साथ निकाल कर अपने लंड से लगा लिया| अब मैं उनकी कुछ स्पेशल ब्रा पैंटी देखना चाहता था|
मगर मेरी मामी के पास मॉडर्न वाली ब्रा और पैंटी एक भी नहीं थी| तब मैं छोटी वाली मामी के कमरे में गया| लेकिन उस समय मुझे छोटी वाली मामी को चोदने का मन नहीं था|
मैंने उनके कमरे में अंडरगारमेंट्स वाला बैग खोजा, वो मुझे मिल गया| छोटी मामी की शादी को अभी एक ही साल हुआ था| उनके पास एक से एक बढ़ कर फैंसी ब्रा पैंटी थीं| मुझे तो देख कर ही मज़ा आ गया|
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एक तो डोरी वाली ब्रा पैंटी थी … जिसमें ब्रा में मामी के मम्मों के निप्पल ढकने के लिए जरा सा कपड़ा लगा था और पैंटी में चूत को ढकने के लिए एक त्रिभुज आकार का कपड़ा लगा था|
बाकी सिर्फ डोरियां ही थीं|मैं उस सैट को अपने साथ ले जाना चाहता था मगर फिर न जाने क्या सोच कर मैंने उसे उधर ही वापस रख दिया|कुछ दिन के बाद मैं बहाने से मामी के बाथरूम में चला गया|
मैंने देखा कि मामी ने नहा कर अपने गीले कपड़े वहीं टांग दिए थे|मैंने उनको अपनी नाक से लगा कर सूंघा और उनकी ब्रा और पैंटी को मैंने लंड से लपेट कर मुठ मारना शुरू कर दिया|
अपना सारा माल मैंने उनकी ब्रा और पैंटी में लगा दिया और बाहर आ गया|कुछ दिन के बाद अस्मा मामी की तबीयत खराब हो गयी|उनका ऑपरेशन हुआ था|हम सब नानी के घर पर ही थे|
उस रात मैं मामी के कमरे में सोया|रात के एक बजे मैं बाथरूम में गया और देखा कि उधर मामी की नाइटी रखी हुई थी और उनके उतरे हुए ब्रा पैंटी भी थे|मैंने फिर से मुठ मार कर मामी के कपड़ों में रस झाड़ दिया
ब्रा से लंड को साफ़ कर दिया|दो दिन के बाद मामी अस्पताल से घर वापस आ गईं और हम सब चले गए|फिर एक महीने के बाद मैं नानी के घर गया|मैं नानी वाले कमरे में लेटा हुआ था|
मामी ने उधर आकर अपना हाथ मेरे गाल के पास रख दिया और मैंने उस हाथ पर ऐसे किस कर दिया जैसे ये सब अंजाने में हुआ हो|तब मामी ने मेरी तरफ देखा और मुस्कुरा दी|मैं आंख हल्की सी बंद करके लेटा था और उन्हें देख रहा था|
अगले रविवार को बड़ी मामी, झुक कर छोटी मामी के लड़के का डाइपर चेंज कर रही थीं|उस पोजीशन में मुझे उनके मम्मों के दीदार हो गए|मामी के दूध इतने गोरे थे कि एकदम मोती की तरह चमक रहे थे|
उसी रात को हम सब पलंग पर लेटे हुए थे|पलंग थोड़ा छोटा था| उस पर जगह कम थी|मैं मामी की गांड के पास सिर करके लेट गया|उस समय मैं मामी की गांड की महक ले रहा था|
कुछ देर बाद में गर्मा गया और मैंने मामी की दोनों टांगों के बीच में किस कर दिया|तभी मामी बोलीं- रफीक बाबू, थोड़े और बड़े हो जाओ, तभी तुम्हारी परेशानी दूर हो पाएगी|मैं समझ गया कि मामी मुझमें रस ले रही हैं|
मैंने कहा- मैं बड़ा तो गया हूँ मामी, आप जब चाहें मुझे चैक कर सकती हैं|ये सुनकर मामी हंसने लगीं और कुछ नहीं बोलीं|अगले दिन मामा किसी काम से बाहर गए हुए थे|मामी कमरे में अकेली थीं|
मामा को दो दिन बाद वापस आना था| ये बात मुझे पता थी|उसी रात को दो बजे में मामी के रूम में चुपके से चला गया|अन्दर का नज़ारा देख कर मेरी आंखें फट गईं|मामी घुटनों तक वाली नाइटी पहन कर सो रही थीं
उनके बूब्स नाइटी में से बाहर आ रहे थे|मैं उस कामुक नज़ारे को देख कर अपना लंड बाहर निकाल कर सड़का लगाने लगा|तभी अचानक ने मुझसे मामी की साइड वाली टेबल पर रखा फ्लावरपॉट गिर गया|
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मामी हड़बड़ा कर उठ गईं|मैंने अपना लंड झट से अन्दर किया लेकिन तब तक मामी ने देख लिया था|मामी ने कहा,तुम यहां क्या कर रहे हो … मैंने अगर तेरे मामा से कह दिया ना, तो वो तुझे बहुत मारेंगे|
मैंने मामी से कहा- सॉरी मामी|मैं चला गया|फिर अगले दिन शाम को मामी मेरे पास आईं और पूछने लगीं- मेरी ब्रा और पैंटी में तू ही मुठ मारता है, मुझे सब पता है| मैं सकपका गया|
फिर अगले ही पल मैंने सोचा कि मामी को जब ये बात पता थी तो उन्होंने अब तक मामा से क्यों नहीं कही|इसका मतलब कुछ और ही है|तभी उन्होंने आदेश देते हुए कहा- चलो, मेरे पीछे आओ|
मैं उनके रूम में चला आया|मामी उधर अपने कपड़े उतारने लगीं|मैंने उनकी तरफ देखा तो वो बोलीं, तू कह रहा था न कि चैक कर लो … आज देखती हूँ कि तू कितना बड़ा हो गया है| चल अब जाकर दरवाजे बंद कर दे|
मैंने झट से दरवाजे बंद किए और मामी के पास आकर उन्हें क़िस कर लिया|मामी उस वक्त सिर्फ़ ब्रा पैंटी में ही खड़ी थीं|मैं उनके बूब्स दबाने लगा और उन्हें नंगी करने लगा| कुछ ही देर में हम दोनों बिस्तर पर थे|
कुछ देर की चूमाचाटी के बाद मैंने अपने मुँह को उनकी चूत पर लगा दिया|मैंने दस मिनट तक मामी की चूत को चाटा और उनकी ब्रा उतार दी, उनके बूब्स को चूसने लगा|
मामी कह रही थीं- तू साले इतना बिगड़ गया है कि मादरचोद मेरी पैंटी में मुठ मारकर गंदी कर देता है|मैंने गाली दे दी- चुप साली भोसड़ी वाली|वो हंसने लगीं और हम दोनों चुदाई का मजा करने लगे|
मैंने लंड चूत पर घिसा और कहा- लंड को चूत में सैट करो|मामी ने अपनी चूत में मेरे लंड को फिट करवा लिया और गांड उठा कर मुझे चूत चुदाई का मजा देने लगीं|मैंने कहा- कैसा लगा लंड?मामी- हां साले, तेरा लंड तेरे मामा से भी मस्त मजा दे रहा है|
मैंने मामी की चूत को धकापेल चोदना शुरू कर दिया और उनकी चूत में ही झड़ गया|उसके बाद मामी ने मुझसे कहा- तू मेरी ब्रा पैंटी में क्या देखता है?मैंने कहा- मैं आपको सेक्सी ब्रा पैंटी में देखना चाहता हूँ
मगर आपके पास एक भी सेक्सी ब्रा पैंटी नहीं है|वो बोलीं,तेरे मामा लाते ही नहीं हैं|मैंने कहा- रुको … मैं छोटी मामी की ब्रा पैंटी लाता हूँ|मैं छोटी मामी के कमरे से उनकी ब्रा पैंटी का बैग उठा आया |
अपनी मामी को डोरी वाली ब्रा पैंटी दिखाते हुए कहा- मुझे ये वाली पहनकर दिखाओ |मामी राजी हो गईं|छोटी मामी की मॉडर्न ब्रा और पैंटी देख कर वो बड़ी खुश हुईं|
मैंने उनको वही डोरी वाली ब्रा पैंटी पहनने को दे दी|मामी ने पहनी तो वो उस ब्रा पैंटी में मस्त रांड लग रही थीं, उनके मम्मे मियां खलीफा से भी बड़े लग रहे थे|मुझसे कंट्रोल नहीं हुआ |
मैंने मामी को फिर से बेड पर गिराया और उन्हें चूमने लगा|मामी ने मुझे एक क्रीम दी- इसे लगा कर चुदाई करो|मैंने देखा कि वो टाइगर किंग क्रीम थी|उसको लगाने से लंड काफी देर तक चुदाई करता है|
मैंने उसे अपने लंड पर लगा कर मामी की चूत में एक झटके में लंड पेल दिया|वो बहुत चिल्ला रही थीं कि रफीक छोड़ दे … मेरी फट गई तेरा बहुत मोटा है|कुछ ही देर बाद मेरा लंड और मामी की चूत बहुत गर्म हो गयी थी|
मैं बहुत ज़ोर ज़ोर से धक्के मार रहा था|फिर मामी झड़ गईं तो मैं लंड बाहर निकाल कर रुक गया|मामी ने अपनी चूत को ठंडे पानी से धोया|फिर मैंने मामी से कहा- मामी, मुझे आपकी गांड मारनी है|
मामी ने कहा- ये गांड मारना ग़लत होता है, तेरे मामा ने आज तक मेरी गांड नहीं मारी है|मैंने कहा- आपको पता नहीं है मामी कि गांड मरवाने में कितना मजा आता है| एक बार पीछे से मजा ले लोगी, तो कभी मना नहीं करोगी|
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कुछ देर मनाने और समझाने के बाद मामी मान गईं|फिर जैसे ही मैंने मामी की गांड पर अपने लंड का टोपा रखा, मामी बहुत ज़ोर से चिल्लाईं|वो बोलीं-, दर्द हो रहा है … प्लीज़ गांड मत मारो|
मैंने कहा,अच्छा ठीक है|फिर मैंने मामी की चूत चोदने के बहाने से उन्हें घोड़ी बनने को कहा|वो घोड़ी बनकर अपनी चूत हिलाने लगीं|मैंने अपना लंड ज़ोरदार झटके के साथ मामी की गांड में पेला और एक बार में ही पूरा लौड़ा गांड में डाल दिया|
मामी की आंख से आसू आ गए और वो मुझे हटाने की कोशिश करने लगीं|मैंने उनकी कमर को जोर से जकड़ा हुआ था|अब मैं ज़ोर ज़ोर से मामी की इंडियन गांड में धक्के मारने लगा तो मामी की गांड फट गयी और खून निकलने लगा|
कुछ देर बाद मैंने मामी की गांड में लंड को निकाल लिया और मैं मामी की चूत फिर से चोदने लगा|इस समय मैंने सेक्स टाइम बढ़ाने वाली क्रीम लगा रखी थी इसलिए एक घंटे तक मैंने मामी की चूत मारी|
फिर मैंने मामी की चूचियों के बीच में अपना लंड फंसाया और उनके मम्मों को चोदने लगा|उस दिन के बाद मामी को मैंने बहुत बार चोदा|मामी से चला भी नहीं जा रहा था|
फिर मैंने उन्हें दर्द की गोली लाकर दी, तब कुछ देर बाद वो ठीक से चलने लगीं|उसके बाद मैंने बहुत बार मामी को चोदा| अब वो मुझसे चूत गांड की चुदाई बड़े प्रेम से करवाती हैं|