Muslim Sex Story :दोस्तो, मेरा नाम रंजन है|मैं दिल्ली से हूँ| मेरी उम्र 27 साल और कद 5 फुट 7 इंच का है| मेरा रंग एकदम साफ है|मैं आज अपनी पहली सेक्स कहानी लिख रहा हूँ| अगर कोई गलती दिखे, तो माफ कीजिएगा|
ये कहानी एक सच्ची घटना है, कोई कल्पना नहीं है| बात दो साल पहले की है, जब मेरी उम्र 25 साल थी| दिल्ली शहर में ही मेरा घर है| मैं एक बार शॉपिंग करने अपने दोस्तों के साथ मॉल में गया था|
वहां से हम सभी दोस्तों ने मूवी देखने का प्लान बनाया| हम लोग उसी मॉल के सिनेमा हॉल में टिकट लेकर मूवी देखने के लिए घुस गए| ये एक हॉरर मूवी थी| जब हम लोग हॉल में घुसे, तब तक मूवी हो चुकी थी|
हम सभी अपनी सीटों पर बैठ गए और मूवी देखने में मस्त हो गए|हॉल में हॉरर मूवी के कारण कुछ ज्यादा ही अँधेरा था| तभी अचानक मेरे हाथ से किसी के हाथ का स्पर्श हुआ|
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मैंने महसूस किया कि ये एक महिला का हाथ था| मैंने बगल में देखा, तो वो एक नकाब पहने हुए महिला थी| हालांकि उसने अपने चेहरे से नकाब हटाया हुआ था, जिससे मैं उसका चेहरा देख सका|
वो महिला अभी अपनी आंखें स्क्रीन पर गड़ाए हुए फिल्म देखने में मशगूल थी|मैंने ध्यान से देखा कि उस महिला के नैन नक्श बहुत ही सुंदर थे| वो शायद अपनी किसी महिला रिश्तेदार या फ्रेंड के साथ आई थी|
वो बस दो ही लोग थे, क्योंकि उन दोनों के उस तरफ की कुछ सीटें खाली थीं|कुछ देर के बाद जब अचानक से स्क्रीन पर एक डरावना सीन आया, तो उसने अपना हाथ मेरे हाथ पर रख दिया|
क्योंकि मैंने अपना हाथ उसी चेयर के हैंडल पर रखा हुआ था| उसने मेरे हाथ को कसके दबा लिया| मुझे समझ आ गया कि ये सीन देख कर डर गई है, इसलिए उसने ऐसा किया था|
एक पल बाद उसका हाथ कुछ ढीला हुआ, तो मैंने उनसे धीरे से पूछा- आप घबरा गई थीं क्या?उन्होंने मेरी तरफ देखा और धीरे से उत्तर दिया- हां|हालांकि अभी तक उनका हाथ मेरे हाथ पर ही रखा था|
जब उन्होंने खुद ही अपना हाथ नहीं हटाया, तो मैंने भी उनके हाथ को हटाने का प्रयास नहीं किया|कुछ देर बाद जब मूवी में ब्रेक आया, तो उनके साथ की महिला कुछ खाने आदि का सामान लेने बाहर चली गई|
इधर मेरे दोस्त भी बाहर चले गए| मेरे दोस्तों ने मुझसे भी बाहर चलने के लिए, लेकिन मैंने मना कर दिया|अब मैंने उन भाभी से बात करना शुरू की| वो भी मुझसे बात करने लगीं| उनसे बातों ही बातों में परिचय हो गया|
वो बड़ी मधुर स्वभाव की मस्त भाभी थीं|अचानक उन्होंने मुझसे मेरा नम्बर मांगा| मैं एक बार तो चौंक गया, फिर मैंने उनको अपना नम्बर दे दिया|ब्रेक खत्म हो गया था| मेरे दोस्त और उनकी साथ की महिला वापस आ गए थे|
मैंने अपना हाथ हिलाया, तो भाभी ने भी अपना हाथ हटा लिया| हम सब फिर से मूवी देखने लगे|एक मिनट बाद ही भाभी ने फिर से अपना हाथ मेरे हाथ पर रख दिया| अबकी बार मैंने अपना हाथ ऐसा रखा था
कि उनकी हथेली मेरी हथेली से चिपक गई| मैं अपने हाथ को फैलाए हुए ही रखे था|एक मिनट बाद भाभी ने मेरी उंगलियों में अपनी उंगलियां फंसा दीं| मैंने उनकी तरफ देखा, तो वे स्क्रीन पर नजरें गड़ाए हुए थीं |
उनके हाथ की उंगलियां मेरी उंगलियों में बार बार कसी जा रही थीं| अब मैंने भी उनकी हथेली को अपनी हथेली से जकड़ लिया| मैंने महसूस किया कि भाभी की हथेली मेरी हथेली से खेलने लगी थी| मूवी के दौरान ही हमारी अच्छी दोस्ती हो गई|
मैंने उनके कान में धीरे से कहा भी कि आपकी हथेली बड़ी मुलायम है|उन्होंने भी मुझे देखा और मुस्कुरा कर अपनी हथेली को दबा दिया| शायद ये एक इशारा था|
मैंने अपना दूसरा हाथ भी उनके हाथ पर ऊपर से रख दिया| यूं ही हथेली से रगड़ सुख लेना देना चलता रहा| मैंने अपनी कोहनी से उनकी चूची को दबाने का प्रयास किया, तो भाभी ने खुद को दूसरी तरफ सरका लिया|
मैं समझ गया कि अभी तवा गर्म नहीं हुआ है|मैं भी शान्ति से उनके हाथ का मजा लेता रहा| एक बार मैंने फिर से कोशिश की और इस बार मैंने भाभी का हाथ अपनी जांघ पर रखने का प्रयास किया|
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तो भाभी ने मेरी तरफ देखा और मुस्कुरा कर मेरे लंड को टच करके जल्दी से अपने हाथ को हटा लिया| मैं भी गनगना गया|कुछ देर बाद हम लोग मूवी देख कर बाहर निकले, तो उन दोनों ने अपने नकाब डाल लिए थे|
मुझे बाहर निकलने की आपा-धापी में समझ ही नहीं आया कि इन दोनों में से कौन सी भाभी मेरे साथ सैट हुई थी| मैं मायूसी से उन दोनों को देखता रहा, मगर उनकी तरफ से कोई सिग्नल नहीं मिला|
वो दोनों चली गईं और मैं भी अपने घर आ गया| घर पहुंचने के थोड़ी देर बाद ही मेरा फ़ोन बजा|मैंने देखा कि कोई अनजान नम्बर से कॉल थी| मैंने पूछा- कौन?उस तरफ से एक महिला की आवाज थी|
मैं समझ गया कि भाभी ही हैं|उन्होंने अपना नाम बताया|मैं बोला- आपके नाम की तरह आप भी बहुत हसीन हो|उन्होंने मेरी बात का कोई उत्तर न देते हुए कहा- ये मेरा व्हाट्सएप्प नम्बर है| अभी रखती हूँ, बाद में बात करेंगे|
इतना कह कर भाभी ने फोन काट दिया|मैंने उनका नम्बर सेव कर लिया और उनके नम्बर पर व्हाट्सैप चैक करने लगा| मुझे भाभी की डीपी देखने की जल्दी थी लेकिन उनकी डीपी में कुछ उर्दू में लिखा हुआ एक धार्मिक सा लगने वाला शब्द लिखा था|
मैंने हाय लिख कर उन्हें मैसेज कर दिया|रात को भाभी ने मेरा मैसेज पढ़ा और उनका जबाव आया| फिर हमारी बात होने लगी| अब हम दोनों के बीच मैसेज का सिलसिला चल पड़ा|
कोई दस दिन बाद एक दिन उनका फ़ोन आया| उस दिन वो बहुत उदास लग रही थीं|मैंने पूछा।क्या हुआ?भाभी बोलीं।कल मिलिए|| तब बताते हैं|मैंने कहा- हां हां, आ जाता हूँ|| बताइए किधर आना है?
भाभी ने मुझे पता बताया और ठीक समय पर आने को कहा| भाभी ने ये भी कहा कि आप आने के बाद मिस कॉल दे देना| मैं सामने दिख जाऊंगी|मैं उनके दिए हुए पते पर, सही समय पर पहुंच गया| मेरे सामने एक घर था|
मैं कुछ सोच कर दूर खड़ा हो गया और मैंने उनको मिस कॉल दे दी| शायद वो उस समय फोन लिए ही मेरे फोन का इन्तजार कर रही थीं|अगले ही पल भाभी गेट खोल कर बाहर आईं| आह क्या गजब की परी लग रही थीं|
इस वक्त भाभी ने नकाब नहीं ओढ़ा था| इसलिए उनका 36-30-40 का फिगर सामने बड़ा ही मस्त दिख रहा था| भाभी भरे हुए शरीर की मालकिन थीं|मैं उनको देखता ही रह गया|
भाभी ने भी मुझे देख लिया था और उन्होंने हाथ के इशारे से अन्दर आने को कहा|मैंने इधर उधर देखा और झट से उनके घर के खुले दरवाजे के अन्दर घुस गया|मैं उनके घर के अन्दर गया तो मैंने पूछा कि घर पर कोई नहीं दिख रहा है
क्या आप अकेली रहती हैं?भाभी बोलीं, मेरे शौहर बाहर गए हैं|मैंने सोफे पर बैठते हुए उनसे उनकी उदासी का कारण पूछा|भाभी बोलने लगीं- मेरे पति काम के सिलसिले में ज्यादातर बाहर ही रहते हैं
वे मुझे ज्यादा वक्त नहीं दे पाते हैं| मुझे अकेलापन काटने को दौड़ता है|| इसलिए मैं उदास हो जाती हूँ|भाभी इतना बोलते ही रोने लगीं| मैंने उठ कर भाभी के आंसू पौंछे| भाभी के आंसू पौंछने के कारण मैं उनके करीब हो गया था|
इसी वजह से भाभी ने मेरे सीने पर अपना सर रख दिया| मैंने भाभी को गले से लगा लिया| अब मैं उनकी पीठ को सहलाने लगा था|भाभी लगातार सुबक रही थीं| मैं उन्हें चुप कराने का प्रयास करने लगा और उनको सहलाता रहा|
जब भाभी चुप हुईं, तो वो मुझे किस करने लगीं| मैं भी उनका पूरा साथ दे रहा था|भाभी ने मेरा हाथ पकड़ा और अन्दर ले जाने लगीं| मैं समझ गया कि ये मुझे बिस्तर पर ले जाना चाहती हैं| मैं उनके साथ खिंचा चला गया|
हम दोनों अन्दर बेडरूम में आ गए और बिस्तर पर बैठ गए| भाभी ने मेरे सीने पर सर रखा, तो मैंने लेटते हुए उनको अपने साथ लिटा लिया| वो मुझसे चिपक कर लेट गई और मुझे चूमने लगीं|
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मैंने धीरे से उनके बड़े बड़े चुचों को सहला दिया| उन्होंने आह भरी और मुझे चूचे सहलाने के लिए मेरे हाथ को अपने हाथ से दबा दिया| मैं उनके मम्मों को भींचने लगा, वो गर्म होने लगीं|
मैंने भाभी को बिठाया और उनका कमीज निकाल दिया| उन्होंने खुद मेरी मदद करते हुए अपने कुरते को उतर जाने दिया| भाभी मेरे सामने ब्रा में बहुत ही सुंदर लग रही थीं| मैंने उनके पजामे को भी उतार दिया|
भाभी ने पजामे के नीचे नीचे कुछ नहीं पहना था|फिर मेरे कपड़े भाभी ने खुद निकाले| भाभी ने मुझे नंगा कर दिया था| मैंने भी भाभी की ब्रा को निकाल दिया|जब भाभी ने मेरा लंड देखा
तो वो बड़ी हैरानी से बोलीं- हायल्ला इत्ता बड़ा|| मेरे शौहर का बहुत छोटा सा है|| ये तो बहुत बड़ा है|मेरा लंड 7 इंच का है और 3|5 इंच मोटा है| वो मेरा लंड देख के पागल हो गईं|मैंने उन्हें धक्का देकर लिटा दिया|
अब मैं भाभी के निप्पलों को बारी बारी से चूसने लगा| भाभी के मुँह से कामुक आवाजें आने लगीं|मैं भाभी के बदन को चूमने लगा और धीरे धीरे भाभी की चूत पर मैं अपना मुँह ले गया|
आह क्या साफ़ चूत थी … बिना बाल की| एकदम मक्खन जैसी मुलायम| मैंने पूछा, तो मालूम हुआ कि आज ही भाभी ने साफ़ की थी|जैसे ही मैंने भाभी की चूत को मुँह लगाया, उनका शरीर अकड़ने लगा|
थोड़ी देर तक मैंने भाभी की चूत चाटी| जब भाभी का पानी निकलने लगा, तो वो एकदम से निढाल हो गईं|मैं उनकी चूत को बदस्तूर चाटता रहा| उनकी चूत कुछ ही देर में फिर से गर्म हो गई|
अब भाभी बोलने लगीं- देर मत करो|| प्लीज़ अन्दर डाल दो|मैंने देर न करते हुए अपना लंड का टोपा उनकी चूत पर रखा और धक्का लगा दिया| क्या बताऊं उनकी टाइट चूत में ‘करर||’ की आवाज आई और वो रोने लगीं|
अभी मेरा सिर्फ टोपा ही अन्दर गया था|फिर मैं उनकी चुचियों को चूसने लगा और कान पर किस करने लगा| उनका दर्द कुछ थमा और जब वो नार्मल हुईं तो मैंने एक और जोर का धक्का लगा दिया|
इस बार मेरा पूरा लंड भाभी की चूत के अन्दर घुस गया था| इस झटके से भाभी की आंखें बाहर आ गईं|मैं लंड पेल कर रुक गया और भाभी को सहलाने और चूमने लगा|
कुछ पल यूं ही रुके रहने के बाद मैंने आराम आराम से लंड को अन्दर बाहर करना चालू कर दिया|जब भाभी को लंड से मजा मिलने लगा, तब उनकी गांड हिलने लगी और वो भी अपनी गांड उठाते हुए लंड का जवाब देने लगीं|
अब वो बोलने लगीं- आह जोर जोर से करो|मैंने अपनी स्पीड बढ़ा दी और भाभी को धकापेल चोदने लगा| पूरे कमरे में घपघप की आवाजें आने लगीं| भाभी को बेहद मजा आ रहा था और उनके मुँह से लगातार मादक कराहें निकल रही थीं|
मैं करीब दस मिनट तक भाभी को पेलता रहा| इसी बीच वो जोर से अकड़ कर पूरा झड़ गईं| भाभी की चूत से गर्म पानी का मानो फुहारा सा निकल पड़ा, जिससे मेरा लंड एकदम सटासट अन्दर बाहर होने लगा|
मैं भाभी को और जोर जोर से चोदने लगा|कुछ पल बाद मैंने अपना लंड निकाल लिया| मैंने भाभी से पूछा- लंड चूसोगी?भाभी तो जैसे मेरे इस सवाल का इन्तजार कर रही थीं| उन्होंने मेरा लंड झट से अपने मुँह में ले लिया और जोर जोर से चूसने लगीं|
मुझे लंड चुसवाने में मजा आने लगा| भाभी ने मेरा लंड चूसते हुए अपनी चूत में उंगली करना शुरू कर दी| ये देख कर हम दोनों 69 की पोजीशन में आ गए|थोड़ी देर बाद मैंने भाभी की फिर से चुदाई शुरू कर दी|
हॉट मामी की फुद्दी होटल में फाड़ डाली – Muslim Sex Story
कोई दस मिनट बाद भाभी फिर से झड़ने लगीं, तो इस बार मेरा भी माल निकलने वाला था|मैंने भाभी का दूध चूसते हुए उनसे पूछा- किधर लेना है?भाभी मुझे दूध पिलाते हुए बोलीं- आह अन्दर ही निकाल दो मेरी जान|
बस 10-15 तगड़े शॉट के बाद मेरा भी वीर्य भाभी की चूत में निकल गया|स्खलन के बाद हम दोनों एक दूसरे से गले लगकर लेटे रहे|फिर मैंने भाभी को चूमते हुए पूछा- कैसा लगा?
भाभी ने मुस्कुरा कर कहा- जिंदगी में ऐसी चुदाई मैंने कभी नहीं की; मुझे बेइंतेहा मजा आया| तुम वास्तव में बड़े मस्त हो|थोड़ी देर बाद हम लोगों ने फिर से चुदाई की| इसके बाद मैंने कपड़े पहने और बाहर आ गया|
भाभी भी कपड़े पहन कर मुझसे रुकने के लिए कह कर किचन में चली गईं|उन्होंने चाय चाय बनाई और बाहर आकर मेरे साथ चाय पी| अब मैं उनको चूम कर उधर से चला आया|
अब जब भी मुझे मौका मिलता है, भाभी से फोन पर बात करके हम लोग चुदाई कर लेते हैं|आपको बुर्कानशीं भाभी की चुदाई की कहानी कैसी लगी अपने मेल जरूर कीजिएगा| आपके प्यार का इन्तजार करूँगा और जल्द ही एक नई सेक्स कहानी लेकर आऊंगा|