हेल्लो दोस्तों Bhabhi Sex Story में स्वागत है| मेरा नाम जतिन है| मैं मुंबई से जुहू शहर का रहने वाला हूं| मैं अभी 25 साल का हूं| मेरा लंड सात इंच लंबा है और ढाई इंच मोटा है| मैं एक बिजली की दुकान में काम करता हूं और एक इलेक्ट्रिशियन हूं|
यह भाभी की सेक्स कहानी कुछ महीने पहले की है| मैं एक दिन अपनी दुकान में काम कर रहा था| तभी एक औरत आई| उसको अपने घर पर लाईट का कुछ काम करवाना था|
मेरे सेठ ने उस औरत से उसका पता लिया और कहा कि आदमी आपके घर आ जाएगा|उसने कहा- जल्दी भेजना, मुझे बड़ी दिक्कत हो रही है| सेठ ने उसे हां कह कर जाने के लिए कह दिया|
फिर सेठ ने मुझसे उस औरत का पता दिया और कहा कि तुम इस पते पर जाकर उनका काम कर आना| मुझे समझ आया कि सेठ कह रहा है कि उस औरत का काम उठा आना| मैं दोपहर को तीन बजे में उस औरत के घर चला गया|
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उसके घर के बाहर पहुंच कर मैंने घंटी बजाई और उसके बार आने का इंतजार करने लगा| एक मिनट बाद उस महिला ने दरवाजा खोला, तो मैं उसको देखते ही रह गया|
अभी मैंने उसे गौर से देखा| उसकी बलखाती सी कमर 34 इंच की थी| चूचे छत्तीस इंच के थे और गांड एकदम उठी हुई अड़तीस इंच की रही होगी| वो बड़ी मस्त माल लग रही थी|
उसने मेरी तरफ देख कर पूछा- हां कहिए? मैंने उससे कहा कि मैं बिजली का काम करने आया हूं| तो उसने मुझे अन्दर आने को कहा और बताया कि पूरे घर की लाईट बंद है| पता नहीं क्या हो गया है| जल्दी से ठीक कर दो|
बिजली के मेन बोर्ड के पास जाकर मैंने देखा तो फ्यूज उड़ा हुआ था| मैंने उसे जोड़ कर ठीक किया और घर की बिजली को चालू करके देखा, तो लाइट आ गई थी|
मैं बाहर वाले कमरे में आया और देखा तो वो वहां नहीं थी| मैंने आवाज देते हुए कहा- भाभी जी, आपका काम हो गया है| मेरी आवाज सुनकर भाभी आई और उसने बिजली का पंखा चला कर देखा, तो वो संतुष्ट हो गई|
फिर उसने मुझसे कहा- ठीक है, तुम बैठो| मैं अभी आई| मैं सोफे पर बैठ गया|तभी भाभी बाहर आई … उसने मुझे पानी दिया और कहा- तुम मुझे अपना फोन नंबर दे दो … यदि फिर कोई दिक्कत हुई तो मैं तुम्हें फोन कर लूंगी| क्या नाम है तुम्हारा?मैंने अपना नाम बताते हुए तुरन्त ही अपना फोन नंबर दे दिया|
इसके बाद उस भाभी ने मुझे काम के पैसे दिए और मैं वापस दुकान चला आया|दो दिन बाद उस भाभी का फोन मेरे फोन पर आया| वो कहने लगी- जतिन , मेरे घर आ जाओ| मुझे तुमसे कुछ काम है| मैं दुकान जाने से पहले ही उस भाभी के घर आ गया|
उधर मैंने देखा कि भाभी ने आज लाल रंग की साड़ी पहनी थी| वो इस साड़ी और बिना आस्तीन के गहरे गले वाले ब्लाउज में बड़ी मादक लग रही थी| उसके उठे हुए चूचे देख कर मुझे उत्तेजना होने लगी|
मैंने उसे इस रूप में देखते ही आज उसको चोदने का सोच लिया| मैंने उसकी चूचियां निहारते हुए कहा- हां जी क्या काम था? उसने कहा- मेरे रूम का पंखा बंद पड़ा है| चल कर देख लो|
मैं उसके साथ उसके बेडरूम में गया| पंखा की ऊंचाई जरा ज्यादा थी तो मैंने भाभी से कोई स्टूल मांगा| भाभी ने एक स्टूल की तरफ इशारा किया, तो मैं वो स्टूल लेकर उनके बिस्तर पर आ गया|
मैंने भाभी से कहा- आप जरा स्टूल पकड़ लीजिएगा| भाभी ने स्टूल पकड़ा और मैं ऊपर चढ़ गया| मैंने स्टूल पर चढ़ते हुए उसकी चूचियों को देखा, वो बड़ी ही भरी हुई और एकदम दूधिया रंगत लिए हुए थीं|
मैंने पंखे पर ध्यान लगाया और कुछ ही देर में पंखा ठीक करके नीचे उतर गया|मैंने पंखा चला कर चैक किया और भाभी से कहा- लो जी भाभी जी, आपकी हवा चालू हो गई| भाभी मेरे इस डायलाग पर हंस दीं|
उनको हंसता हुआ देख कर मैंने भाभी जी से पूछा- भाईसाब नहीं दिख रहे हैं| क्या आप अकेली रहती हो? भाभी ने कहा- हां मेरे वो बिजनेस करते हैं, वो बाहर हैं| एक बेटा है वो स्कूल गया है|
आज मेरे पास दुकान में कोई ख़ास काम नहीं था| तो मैं भाभी से बात करने लगा|भाभी ने कहा- चाय पियोगे जतिन ? मैंने कहा- हां जी नेकी और पूछ पूछ| भाभी फिर से हंस दी और किचन में चली गई|
कुछ देर बाद हम दोनों आमने सामने बैठ कर चाय पीने लगे और बात करने लगे|मैंने भाभी से उनका नाम पूछा, तो उसने अपना नाम हेमा बताया| मैंने पूछा- आपके पति शाम को घर आ पाते होंगे|
भाभी ने कहा- अरे मैंने बताया न कि वो शहर से बाहर हैं, वो बाहर रह कर ही बिजनेस करते हैं| इस बात पर मैं उससे कहने लगा- आप बहुत खूबसूरत हो भाभी जी| उसने मेरी तरफ देखा और मुस्कुराने लगी|
मैंने हिम्मत बांधते हुए उससे बात आगे बढ़ाते हुए कहा- आपके पति कितने दिन आपके पास रहते हैं? उसने उदास होकर कहा- महीने में करीब पांच छह दिन ही इधर रहने के लिए आते हैं|
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मैं समझ गया कि भाभी से अपना काम बन सकता है| उस दिन तो मैं चला गया|मगर कुछ दिन बाद मैंने उसको एक मैसेज किया- कैसी हो भाभी जी? भाभी ने लिखा- मैं ठीक हूं| तुम कैसे हो जतिन |
इस तरह से मेरी उससे बातचीत चलने लगी| भाभी मुझे चुटकले भेजती थी और मैं भी उसे कुछ न कुछ भेजता रहता था| एक दिन गलती से मुझसे भाभी के फोन पर एक ब्लू-फिल्म की क्लिप चली गई| भाभी ने वो क्लिप देखी और ‘मस्त है’ लिख कर वापस मैसेज कर दिया|
मैंने उसकी सहमति सी देखी तो मैंने पूछा- क्या आप मेरी फ्रेंड बनोगी? उसने मुझे हां कह दिया|मुझे इससे बड़ी खुशी हुई| अब हमारी बातें चलने लगीं| मैं उसके घर भी जाने लगा था|
फिर एक दिन मैंने उससे बाहर घूमने चलने के लिए कहा, तो वो राजी हो गई|मैं भाभी को अपनी बाइक पर बिठा कर घुमाने ले गया| उस दिन मैंने उसको एक सुनसान जगह में किस किया| तो उसने कुछ नहीं बोला|
इससे मैं समझ गया कि उसको भी ये सब पसंद है| उस दिन उसे अपने बेटे को भी लेने जाना था, तो वो मुझसे स्कूल छोड़ते हुए जाने की बोली| मैंने उसे उसके बेटे के स्कूल के पास छोड़ा और चला गया|
शाम को उसका मैसेज आया- जतिन आज रात को तुम मेरे घर आना| मैं समझ गया कि आज मुझे भाभी चोदने का काम मिल गया है| ब मैं रात होने का ही इंतजार करने लगा| देर शाम को 8:30 बजे मैं उसके घर आ पहुंचा|
मैंने देखा कि भाभी ने काले रंग की साड़ी पहनी थी| उसका बेटा भी था| वो उसको सुलाने के बाद मेरे पास आ गई और मुझे खाना खिलाने लगी| उसने मुझे अपने हाथ से खाना खिलाया|
मैंने उसके साथ खाना खा लेने के बाद उसे देखा|उसने कहा- जतिन आज तुम इधर ही सो जाना मैं इस बात से जोश में आ गया| मैंने उसके तरफ देखा तो वो हंस पड़ी|
मैं लंड सहलाता हुआ एक कमरे में जाकर आराम करने लगा| वो दूसरे कमरे में जाकर अपने बेटे को सुलाने लगी| थोड़ी देर के बाद उसका बेटा सो गया| फिर वो मेरे पास आई और मुझसे चिपक कर लिप किस करने लगी|
मैं भी उसको किस करने लगा|उसके बाद मैंने उसकी साड़ी ब्लाउज पेटीकोट निकाल दिया| अब वो सिर्फ ब्रा और पैंटी में रह गई थी| उसे इस रूप में देख कर मेरा लंड फनफनाने लगा| मैंने अपने कपड़े भी निकाल दिए|
वो मुझसे बोली- तुम्हारा बदन बड़ा कड़क है|मैंने कहा- मेरा लंड इससे भी कड़क है भाभी| लंड की बात सुनकर भाभी मुझे जोर जोर से किस करने लगी| मैं भी भाभी को किस करने लगा| मैंने उसके रसीले होंठों पर, गाल पर खूब चुम्मे लिए|
फिर मैंने उसकी ब्रा निकाल कर उसके बड़े बड़े मम्मों को दबाने और मसलने लगा|सच में आज मैं बहुत खुश था| मुझे मक्खन माल चोदने मिला था| फिर मैंने भाभी को पूरी नंगी किया और उसकी चुत में उंगली करने लगा|
भाभी की मादक कराहें निकलने लगीं- आह उंह … जल्दी से मेरी आग ठंडी कर दो जतिन मैं बहुत प्यासी हूँ| भाभी की इन मादक आवाजों से मैंने उसे सीधा लिटा दिया और उसकी चुत में अपना मुँह लगा दिया| अपनी जीभ से भाभी की चुत चोदने लगा|
अपनी चुत चुसवाने में भाभी को बहुत मजा आ रहा था| वो अपनी गांड उठाते हुए मस्त आवाजें निकालने लगी- आह और अन्दर डालो राजा … और डालो … आह फाड़ दो आज मेरी … फक मी … प्लीज़ अब नहीं रह सकती … जल्दी से लंड अन्दर डाल दो|
फिर मैंने उसके मुँह में मेरा लंड दे दिया| लंड देखते ही भाभी बोली- बाप रे इतना मोटा लंड … आज तो मैं मर ही जाऊंगी| वो लंड मुँह में लेने लगी| लंड चुसाई से पच पच पच की आवाजें आने लगीं|
फिर हम दोनों ने 69 की पोजीशन ले ली| मैं उसकी चुत को मुँह से चोदने लगा वो मेरा लंड चूसने लगी| थोड़ी देर के बाद भाभी झड़ गई| अब मेरा लंड उसकी चुत में जाने के लिए एकदम कड़क हो गया था|
मैं भाभी की टांगें फैला कर लंड को उसकी चुत पर रगड़ने लगा| भाभी- आह अब डाल भी दो राजा … अब नहीं रहा जाता … जल्दी से अन्दर डाल दो| मैंने उसकी चुत में लंड का सुपारा डाला ही था कि वो चीख पड़ी- उई मम्मी मर गई|
उसकी चुत बहुत टाईट थी| मैं हल्के हल्के लगाते हुए लंड को अन्दर करने लगा|मेरा लंड अभी आधा ही चुत में गया था कि वो चीखने लगी- आह मर गई … निकालो इसको … आह बहुत दर्द हो रहा है|
पर मैंने भाभी के एक ना सुनी और एक और जोर से धक्का दे मारा| मेरा पूरा लंड चुत में चला गया था| भाभी को बहुत ज्यादा दर्द हो रहा था| वो तड़फ रही थी| मगर मैंने आंखें बंद की और तेज तेज धक्के लगाने लगा|
कुछ पल बाद भाभी भी साथ देने लगी| वो भी लंड के मजे लेते हुए कामुक आवाजें निकालने लगी- उह आह इस्स … यस … चोदो राजा| मैं ताबड़तोड़ लंड अन्दर बाहर करने में लगा था|
बीस मिनट के बाद मैं झड़ने वाला हो गया था तो उसने कहा- अन्दर ही निकाल देना|मैं भाभी की चुत के अन्दर ही झड़ गया| उसने थोड़ी देर के बाद फिर से मेरा लंड पकड़ लिया और अपने मुँह में लेकर चूसने लगी|
दुकान वाली सेक्सी चाची की चुदाई – desi chachi ki chudai
अबकी बार के राउंड में मैंने उसको उल्टा किया और उसकी गांड मारने की सोची|उसने पहले तो मना किया| मगर वो राजी हो गई| मैंने भाभी से कहा- तुम घोड़ी बन जाओ भाभी|
भाभी अपनी गांड का छेद दिखाने लगी|तो मैंने उसकी गांड में बहुत सा थूक लगाया और लंड को भी लिसलिसा कर लिया| मैंने धीरे से लंड गांड के छेद में पेला मगर अन्दर नहीं गया|
फिर मैंने एक जोर का शॉट मारा, तो सुपारा घुस गया| वो जोर से चीखी- ओ … मां मार डाला रे| मैंने उसके दुबारा चीखने से पहले ही एक करारा शॉट और दे मारा|इस बार के धक्के में मेरा पूरा लंड उसकी गांड की जड़ तक घुसता चला गया|
वो दर्द से रोने लगी- मर गई रे … आह निकाल ले हरामी … माँ के लौड़े फ्री की मिल गई साले|| तो रंडी समझ कर चोद रहा है| मैं हंसते हुए उसकी गांड मारने में लगा रहा| धीरे धीरे उसको भी मजा आने लगा|
वो मस्त आवाजें निकालने लगी- ऊह आह आई लव यू जतिन !मैंने भी कहा- लव यू हेमा डार्लिंग| मैंने उसकी गांड ऐसी जोरदार मारी कि उसको बहुत मजा आया|
फिर उस रात मैंने भाभी को चार बार चोदा और उसके साथ खूब मजे लिए| अब वो अपने पति से ज्यादा मेरे साथ मजा आने की बात कहती है| भाभी कहती है कि उसका पति उसको पांच मिनट ही चोद पाता है|
फिर झड़ कर सो जाता है| उसकी आग ठंडी नहीं होती थी, तो वो अपनी चुत में उंगली करके उसे शांत करती थी| अब जब भी हेमा भाभी को चुदवाना होता था, तो मुझे बुला लेती|