दोस्तो, मेरी सभी खूबसूरत लेडीज और ठरकी पाठकों को मेरा प्यार भरा नमस्कार।
यह मेरी पहली कहानी है।
उम्मीद है आप सभी को लेस्बियन गर्ल्स Xxx कहानी बहुत पसंद आएगी।
मेरा नाम रोज़ी है।
मैं 32 साल की विवाहिता औरत हूँ।
मेरा रंग गोरा, मेरे बूब्स 36D, कमर 32″ की और मेरी मस्त गोल गांड 38″ की है।
वैसे तो दोस्तो, मैं बता देती हूँ कि मैं एक शरीफ लड़की हूँ लेकिन मुझे और भी निखारने मैं मेरी सहेली तापसी की भाभी का बहुत बड़ा हाथ है।
मेरी सहेली की भाभी कोमल 38 साल की शादीशुदा औरत, रंग एकदम दूधिया, आँखें एकदम मृगनयनी, होंठ गुलाब की पंखुड़ियों जैसे, गाल एकदम मुलायम, बूब्स 38 के और उस पर काले निप्पल ऐसे कि जिससे उनको नजर न लगे.
साड़ी में से नाभि ऐसी दिख रही कि कयामत लगे, कमर 32″ की एकदम कंटीली, नागिन सी बल खाती, जाँघें एकदम चिकनी और उन पर हाथ फिर तो ऐसा फिसले की तेल की भी जरूरत नहीं और चूतड़ 36″ के बिल्कुल गोल।
मेरे से थोड़ी पतली है गांड उनकी।
उनकी खूबसूरती के आगे तो बड़ी से बड़ी हीरोइन भी फेल है।
एक बात और … कोमल भाभी के पति अक्सर बिज़नेस के सिलसिले में बाहर ही रहते हैं।
तो वे जब अकेली होती तो मुझे कंपनी के लिए बुला लेती हैं।
मेरी सहेली भी बाहर पढ़ने के लिए गयी हैं तो वे मुझे ही बोलती हैं।
आखिर एक औरत ही औरत के सुख दुःख में काम आती है।
यह था एक छोटा सा खूबसूरत परिचय मेरी कोमल भाभी का.
मैं तो उनके सामने कुछ भी नहीं.
तो अब शुरू होती है कहानी.
मेरी सहेली ने मुझे फ़ोन करके बताया- कोमल भाभी की तबियत ख़राब है, तो तू जरा थोड़ी देर के लिए चली जाना उनकी देखभाल के लिए!
मैंने कहा- क्यों नहीं!
और मैंने जल्दी से कार निकाली और उसके घर पहुँच गयी.
घर से निकलते वक़्त मुझे ध्यान ही नहीं रहा जल्दी-जल्दी में कि मैंने क्या पहना है.
मैं सिर्फ पलाजो और सफ़ेद रंग की शर्ट और ऊपर से दो बटन खुले, वो भी बिना ब्रा के ही उसके घर पहुँच गयी.
घर पहुँचते ही मैं तो कोमल भाभी बेड देखते ही हक्की-बक्की रह गयी.
क्या मस्त टाइट लाल रंग की टाइट टीशर्ट और उसमें से हाईलाइट हो रही ब्रा और उभरते हुए शार्प निप्पल नीचे काली स्कर्ट और उसमें से झलक रही मस्त गोरे-गोरे सेक्सी टांगें … और थोड़ा और ऊपर देखा तो चिकनी जांघें!
अचानक उन्होंने मेरी आँखों के सामने चुटकी बजायी और बोली- कहाँ खो गयी? क्या देख रही हो ऐसे?
और अपनी स्कर्ट बेड थोड़ा ऊँची करती हुई बोली- क्या इससे भी ज्यादा कुछ देखना है?
मैं एकदम शॉकड हो गयी- क्या भाभी, मैं कुछ समझी नहीं!
तो वे एकदम मेरे पास आकर मेरी आँखों में आंखें डालकर और मेरे दोनों हाथों बेड अपने हाथों में लेकर बोली- बैडरूम में आओ, सब समझाती हूं.
और मेरा हाथ पकड़कर मुझे अपने बैडरूम में ले गयी.
अंदर बैडरूम का नजारा देखकर तो मैं बिल्कुल अपने होश ही खो बैठी.
इतना सुन्दर उन्होंने सजाया हुआ था.
बिस्तर पर गुलाब के फूल, परफ्यूम की खुशबू, ठंडी-ठंडी ए सी की हवा और खुद भाभी ऊपर से नीचे तक महक रही थी.
मैंने पूछा- भाभी आपकी तो तबियत खराब थी ना? तो फिर ये सब क्या है? आपने क्या पार्टी की तैयारी करने के लिए बुलाया था?
तो भाभी ने मेरी गले में बाहे डालके कहा- मेरी रोज़ी डार्लिंग, वो तो ऐसे ही बहाना था बीमार होने का और तुझे बुलाने का!
मैंने पूछा- क्यों?
तो उन्होंने मेरे गाल पे हाथ फेरते हुए कहा- मुझे तेरे और तापसी बारे में सब पता है. तू भी शादीशुदा है और मैं भी.
मैंने घबराते हुए पूछा- क्या?
तो वे बोली- ये सब बाद में बताऊंगी.
इतना कहते ही उन्होंने बैडरूम का दरवाजा बंद कर लिया.
मुझे तो समझ ही नहीं आ रहा था कि मैं क्या प्रतिक्रिया दूँ?
अब तक मैं अंदर ही अंदर इतनी गर्म हो गयी कि पूछो मत!
मैं कुछ रियेक्ट करती, उधर कोमल भाभी ने झट से मेरे बूब्स सहलाना शुरू कर दिए.
उनके कोमल हाथ मेरे बूब्स पर पड़ते ही मेरे बूब्स एकदम टाइट हो गए और मैं एक अलग ही दुनिया की सैर करने लगी.
हम दोनों एक दूसरी के सामने एक दूसरी की आँखों में आंखें डालकर देख रही थी.
शर्म के मारे मैं तो उनसे नजर ही नहीं मिला पा रही थी.
तो उन्होंने मेरा हौसला बढ़ाते हुए कहा- रोज़ी, तुम्हें बिल्कुल शर्माने की जरूरत नहीं है.
वे मेरे बूब्स पर हाथ रखकर बोली- जो तेरे पास है, वो मेरे पास भी है.
मैं यह सुनते ही और शर्म से लाल हो गयी.
ऐसे सेडक्टिव बातें सुनकर तो मैं और भी ज्यादा गर्म हो गयी.
मुझे तो पसीना आ रहा था.
मेरी स्थिति देखकर भाभी ने एकदम मेरे होंठों को अपने होंठों में दबा लिया.
ये सब खड़े-खड़े हो रहा था.
और धीरे-धीरे मैं भी ढीली पड़ गयी और मैंने भी उनका साथ देना शुरू कर दिया.
मैं भी उनके होंठ चूमने लगी.
फिर धीर-धीरे होंठ चूमते हुए एक दूसरी को कसके गले से लगा लिया और पीछे से भाभी ने मेरी गांड सहलानी शुरू कर दी.
दोस्तो, मैं बता नहीं सकती कि कितना मजा आ रहा था.
हम दो जिस्म की भूखी औरतें एक दूसरे को पाने के लिए पागल हुई जा रही थी.
इतने में मैंने भाभी के बूब्स सहलाने शुरू कर दिए.
भाभी ने पूरा साथ देते हुए अपनी टीशर्ट और ब्रा उतार दी और भाभी ने भी मेरी शर्ट उतार दी.
अब हम दोनों हसीन औरतें एक दूसरे की खूबसूरती निहारे जा रही थी.
दोनों एक-दूसरी के बूब्स से बूब्स टच किये जा रही थी, निप्पल से निप्पल टकरा रहे थे.
हम एक-दूसरी को छेड़ रही थी कि किसके बूब्स ज्यादा सेक्सी हैं.
लेकिन हम दोनों की अंडरस्टैंडिंग इतनी अच्छी हो गयी थी कि दोनों एक दूसरे की तारीफ़ किये जा रही थी.
कभी वे मेरे बूब्स दबाती तो मैं कभी उनके बूब्स मुँह में ले लेती.
बहुत मजा आ रहा था.
भाभी बोली- रोज़ी, तू कितनी गर्म और कामुक है, तुझे पता नहीं. मेरे से भी ज्यादा.
मैं भाभी को बोली- नहीं भाभी, आप मेरे से ज्यादा लगती हो.
तो भाभी बोली- अच्छा ऐसी बात है!
और उन्होंने मुझे बेड पे गिरा दिया, मेरे ऊपर लेटकर मेरे लबों को चूमने लगी.
मैं भी चाहते हुए ना नहीं कर सकी क्योंकि मैं भी एक शादीशुदा औरत थी और मुझे भी जिस्मानी भूख थी.
मेरे होंठों को चूमते हुए वे मेरे दोनों सेक्सी बूब्स को सहलाने लगी.
इससे मेरे बूब्स एकदम टाइट हो गए और मेरे निप्पल तो एकदम तीखे.
वे मेरे निप्पल सहलाने लगी.
भाभी एक हाथ से पूरा बूब और दूसरे हाथ से निप्पल सहलाती-सहलाती मेरे होंठ भी चूसे जा रही थी.
बहुत मजा आ रहा था मुझे!
अब तो मैंने भी शर्म छोड़के भाभी का पूरा साथ देना चालू कर दिया.
मैंने भी उनके बूब्स को सहलाने लगी.
कसम से इतना मजा आ रहा था दोस्तो, मैं बता नहीं सकती.
अचानक भाभी ने मेरा पलाजो बिना उतारे ही अंदर हाथ डालकर मेरी चूत रगड़ना शुरू कर दिया.
मैं तो एकदम गीली हो गयी.
अब तो मैं भी मजे में आ गयी और मैंने भाभी को थोड़ा जोर देकर अपने नीचे लिटा दिया और उनके होंठ चूसते-चूसते नीचे उनकी स्कर्ट ऊपर करके चूत में उंगली डालके चूत सहलानी शुरू कर दी.
भाभी तो आहें भरने लगी.
इतने में भाभी ने कहा- चल अब तू भी नंगी हो जा और मुझे भी नंगी कर दे.
हम दोनों अब एक-दूसरी के सामने बिल्कुल नंगी थी.
वे अपनी बाँहें फैला के बोली- रोज़ी, प्लीज अपने नर्म मुलायम होंठों से मेरी चूत चाट ले.
इतना कहते ही मैंने अपने होंठ भाभी की चूत पर टिका दिए.
मुँह में से जुबान बाहर निकाल के चूत पर ऊपर नीचे, अंदर- बाहर, साइड में, चारों तरफ अच्छी चाटने लगी.
थोड़ी देर बाद मैंने पूरी की पूरी चूत मुँह में ले ली.
चूत के साथ-साथ मैं गांड का छेद भी चाटने लगी.
जितना मुझे अच्छा लग रहा था उससे कहीं ज्यादा भाभी सिसकारियाँ ले रही थी.
भाभी ने मेरे बाल सहलाना चालू कर दिया.
जितनी मैं चूत चूसती, उतनी भाभी मुझे टाइट पकड़ लेती.
भाभी की इतनी रसीली चूत मैंने कभी नहीं चाटी.
तो भाभी बोली- अभी तो मुझे तेरी चूत भी चाटनी है.
उसके बाद भाभी ने मुझे नीचे लिटाया और मेरे ऊपर बैठकर चूत से चूत रगड़ने लगी.
इस सब से हम दोनों को और ज्यादा मजा आने लगा.
मैंने भाभी को बिल्कुल अपने ऊपर लिटा लिया.
अब हम दोनों एक-दूसरी के होंठ चूसती हुई कभी बूब्स दबाती, कभी निप्पल मुँह में ले लेती.
जैसे ही मैंने भाभी का निप्पल मुँह में ले लिया, भाभी तो बिल्कुल पागल ही हो गयी और एकदम झड़ने लगी.
लेस्बियन गर्ल्स Xxx करते हुए थोड़ी देर में भाभी बिल्कुल झड़ गयी.
भाभी ने कहा- कसम से जिंदगी में इतना मजा कभी नहीं आया. तूने मेरी चूत की गर्मी शांत कर दी.
और मुझे अपने गले से लगा लिया.
वे मुझसे बोली- अभी तो तेरा नंबर बाकी है. मैं तेरी चूत और ज्यादा अच्छे से चाटूँगी.
फिर मैंने भाभी से पूछा- भाभी, आप कह रही थी न आपको मेरे बारे में सब पता है. तो बताओ न क्या पता है?
भाभी बोली- मैंने तेरी फोटो और चैट मेरी ननद के मोबाइल में पढ़ लिए थे.
तो मैं तो एकदम घबरा गयी.
मैंने घबराते हुए पूछा- क्या देखा और क्या पढ़ा?
तो वे बोली- तुम दोनों कैसे अपनी चूत की खुजली मिटाती हो!
यह सुनते ही मैं एकदम शर्म से लाल हो गयी.
वे बोली- अब शर्माओ मत. तुम्हें भी चूत में उतनी ही खुजली मचती है जितनी मुझे! बस ये सारा प्लान तुम्हारी सहेली तापसी का ही था हम दोनों को मिलाने के लिए.
यह सुनकर मैं बहुत खुश हुई और शर्मायी भी.
और मैंने मन ही मन मेरी सहेली की धन्यवाद भी दिया.
तो दोस्तो, बस यही थी मेरी कहानी.
अभी मेरी चूत का झड़ना बाकी है.
आपको लेस्बियन गर्ल्स Xxx कहानी अच्छी लगी या नहीं?
मुझे मेल करके मेरा उत्साह बढ़ायें ताकि मैं इसका अगला भाग भी लेकर आऊं.