नमस्कार दोस्तों मैं कामिनी एक हिंदी सेक्स स्टोरी ( Hindi Sex Story ) में आपका स्वागत करती हूँ। आप ये कहानी fungirl.in पे पढ़ रहे है।
और मैं fungirl.in को टैंक्स करना चाहूंगी जो मुझे मेरी कहानी लिखने का मौका दिया।
तो चलिए शुरू करते हैं कैसे मैं पति की आधी अधूरी चुदाई से परेशान हो कर डॉक्टर से चुदी ( Doctor Se Chudi ) |
मैं 22 साल की सामली सलोनी कामिनी हूं। दिल्ली की रहने वाली हूँ।
मेरे बड़े बड़े स्तन और उभरी हुई मेरी गांड एक सेक्सी आकार में है, और ये सब मिल मुझे एक सेक्सी माल बनाते है।
इसलिए जो भी मुझे दिखता है, वो बस मुझे चोदने के बारे में ही सोचता है।
धीरज जैसे बुजुर्ग डॉक्टर का भी दिल मेरे सेक्सी जिस्म पर अटक गया था।
वो हमेशा मेरे सेक्सी जिस्म को निहारते थे, जब जब मेरी आंखें उनसे चार होती हैं।
तो मैं उन्हें देखती थी और वो मेरे स्तनों पर नज़रें टिकी रहती थी।
आख़िरकार मेरी जुल्मी जवानी मेरे बस में नहीं रही और मैं धीरज से चुदने के लिए उनके घर चली गई।
धीरज करीब 55 से 60 साल की उम्र के हैं, और वो मेरे पडोसी हैं।
वो अपने घर में अकेले रहते हैं, और अपने पास वो छोटी मोटी जरुरत की दवा रखते हैं।
पिछले एक महीने से मैं उन्हें आते जाते देख रही थी, वो मेरे बड़े बड़े रसीले स्तनों पर नज़र टिकाए रहते थे।
मेरे पति एक ड्राइवर हैं तो वो ज्यादा घर से बाहर ही रहते हैं।
दूसरी बात मेरे पति मुझे संतुष्ट नहीं कर पाते, मैं भरी जवानी में हमेशा चुदने के लिए तैयार रहती हूं।
धीरज का मेरी तरफ आकर्षण और मेरी आधी अधूरी चुदाई ने हम दोनो एक दूसरे के करीब ला दिया था।
मैं धीरज से चुदने लग गई थी, और हुआ कुछ ऐसा कि एक दिन में पूरी तरह से चुदसाई हो कर तड़प रही थी।
शाम को मैं पूरी तरह से सज धज कर अपना प्रेशर चेक करवाऊं डॉक्टर के पास मुस्कुराए चली गई।
मेरी मुस्कुराहट ने डॉक्टर को बाग-बाग कर दिया था, और वो ख़ुशी से बोले – आयो आयो मैं तुम्हें अभी देख लेता हूँ।
मैं डॉक्टर के पास उनके सामने बिस्तर पर बैठ गई, डॉक्टर ने मीटर निकाल कर मेरी बाजू में लगया।
और इस करण उन्होंने ने मेरे स्तनों को छू लिया।
मैं डॉक्टर की इस हरकत पर सिर्फ मुस्कुरा रही थी,
दरसअल मैं चाहती थी कि किसी भी बहाने से डॉक्टर आज मुझे चोद दे और मेरी मस्तानी जवानी का रस निचोड़ कर मुझे पास्ट कर दे।
डॉक्टर मेरे स्तनों को छूते हुए जान गए थे, कि मैं आज उनसे चुदने आई हूं।
मेरा दबाव चेक करना तो सिर्फ एक बहाना था,
और फिर क्या था डॉक्टर मेरे गालों को पकड़ा और उन्हें मेरे ललाट पर चुम्बन कर लिया।
इसे मेरे पूरा शरीर गंगाना उठा और मैं झटके से डॉक्टर से लिपट गई।
मेरी बड़े बड़े स्तन उनके सीने पर दब रहे थे, और हमारे बराबर रगड़ खाने लग गए थे।
मेरे हाथ डॉक्टर के लंड पर चले गये थे, और मैंने कहा कि डॉक्टर का लंड बहुत मोटा और विशाल है।
इतने बड़े और मोटे लंड की अनुभूति से मैं सिहर उठी, और मैं बेहद खुश भी हुई।
आज मेरी चूत को असली लंड का मजा मिलने वाला था, और डॉक्टर अब मेरे रसीले गुलाबी होठों को चूस और चाट रहे थे।
डॉक्टर मेरे होठों को ऐसे चूस रहे थे, मानो वो रस की वो एक एक बूंद पीना चाहते हो।
मैं तो अब वासना की आग में मानो जल रही थी, मेरी चूत की दीवारें आपस में रगड़ खा रही थीं।
मैं डॉक्टर के लंड को अब मसल रही थी, और डॉक्टर का अब पूरा खड़ा हो गया था।
अब उनका लंड मेरी मुट्ठी में पूरा पकड़ रखा था। डॉक्टर भी मेरे स्तन कस कस कर दबा रहे थे।
मुझे अब कपड़ो के साथ अब मजा नहीं आ रहा था, तो मैंने अपना ब्लाउज और ब्रा को उतार दिया।
उसके साथ ही मैंने डॉक्टर का पजामा भी खोल दिया.. और मेरे बड़े बड़े स्तनों को अब दादा का लंड सलामी दे रहा था।
उनका लंड हवा में लहरा रहा था, मैं उनके मोटे लंड को देख कर फूले नहीं समा रही थी। ( Doctor Se Chudi )
मुझसे अब नहीं जा रहा था, तो मैंने अपनी साड़ी को उतार दिया।
अब मैं डॉक्टर को अपनी चूत के दर्शन करवाने लग गई।
डॉक्टर मेरी चिकनी फुली हुई चूत को देख कर जैसे पागल ही हो गए थे।
अब वो मेरे स्तनों को छोड़ मेरी चिकनी चूत को चाटने और चूमने लग गए।
वो बिच बिच में मेरी चूत में अपनी जीभ भी डाल रहे थे, उनकी जीभ मेरी चूत के दाने को टच कर रही थी।
इससे मेरा पूरा जिस्म उछल रहा था, और आधे घंटे की छुट चटायी के बाद मेरे सबर का बंद टूट गया।
अब मेरी जुल्मी जवानी मेरे बास से मैं नहीं रह रही, और मैं चिल्ला कर बोले – साले भोसड़ी के सिर्फ चूत चटेगा या इसे चोदेगा भी।
अपनी जीभ को चूत से निकाल कर इसमे लंड डाला। मैं तेरे पास तेरे लंड से चुदने आई हूं न कि तेरी जीभ से।
जीभ का मजा तो मेरा पति भी मुझे दे देता है। तू मुझे अपने लंड का मजा दे अगर दे सकता है तो।
डॉक्टर मेरी और शॉक हो कर देखा और मुझे बिस्तर पर सीधी लेटा दिया।
डॉक्टर – साली तू मेरे लंड ले और अब इसे सम्भाल.
मैं- हां तू अब आया है रास्ते पर ले अब इसे चूत में डाल दे..
और जितना चोद सकता है चोद मेरी चूत को और आज इसका भोसड़ा बना दे।
अब डॉक्टर अपना लंड मेरी चूत पर रगड़ने लग गए, मानो लंड को जन्नत के दरवाज़ा मिल रहा हो।
आख़िरकार लंड को जन्नत का दरवाज़ा मिल ही गया.. और डॉक्टर ने लंड पर दबाव बनाया और उनका लंड मेरी चूत में समा गया।
उनका लंड इतना मोटा और तगादा तो था, पर उसमें वो कड़कपन की कमी थी।
मैं एक फौलादी लंड चाहती थी, इसलिए मैं थोड़ी सी निराश हो गई थी। तो मैंने सोचा चलो इसका लंड तो खड़ा तो है।
फिर घंटे भर डॉक्टर मेरी चुदाई करी..
और मैं भी डॉक्टर के ढको का जी भर कर जवाब अपनी गांड उछाल उछाल कर दे रही थी।
( Doctor Se Chudi )
डॉक्टर मेरी चूत को चोदते हुए मेरे स्तनों का रस अपने मुँह से चूस रहे थे।
उनका लंड फौलादी नहीं था, पर उनके पास चुदाई के बहुत सारे तरीके थे।
डॉक्टर चुत में लंड डाले और अब अपने बदन को घुमाने लग गए। उनके लंड पर अब मेरा पूरा बदन घूम रहा था।
मुझे अब असीम आनंद मिल रहा था, और आधे घंटे की चुदाई के बाद डॉक्टर बोले – चल साली अब तू कुतिया बन जा,
अब मैं तुझे कुत्ता बन कर चोदूंगा।
मैं झट से चुप चाप बकरी बन गई, और मेरी चूत अब पीछे की और निकल गई थी।
डॉक्टर ने मेरी चूत को चाटा और फिर ठीक बकरे की तरह अपनी जीभ निकाल कर मेरा सारा रस चाट कर मजे ले रहे थे।
साथ ही वो मेरी गांड पर थप थपा थपड़ मारते हुए मेरी गांड को भी चाट रहे थे।
फिर उन्हें अपना लंड मेरी गांड में डाल दिया, और लंड को चूत की घेराई तक चला गया।
उनका लंड अब मेरी संतान को चोट मार रहा था..
और मुझे इतना मजा मिल रहा था कि पूछो मत मजे से मेरी आंखें बंद हो चुकी थी। डॉक्टर मस्ती से मुझे चोद जा रहा था।
अब मजे से मेरे मुँह से आहें निकलने लग गई थी, और मेरा बदन अब कम्पाने लग गया था।
फिर मैं आअहह आअहह करते हुए ख़त्म हो गई, और मेरी चूत से अब अमृत रस निकल पड़ा।
डॉक्टर को जब इस बात का एहसास हुआ कि मेरी चूत से पानी निकल रहा है।
तो उन्हें अपना लंड बाहर निकाला और अपनी जीभ से मेरी चूत का रस पीना लग गया।
अब मेरी चूत पानी निकल चुकी थी और अभी ये शांत नहीं हुई थी।
थोड़ी देर चूत का रस पीने के बाद अब डॉक्टर फिर से मूड में आ गए, और उन्हें मुझसे सीधा ले लिया।
अनहोनी फ़िर से मेरी चूत में लंड डाला और मैं अब शॉक हो गई थी।
क्योंकि उनका लंड अब फौलाद बन चूका था। मुझे लगा कि मेरी चूत में अब गरम लोहा अंदर बाहर हो रहा था।
डॉक्टर अब मुझे दना दन चोद रहे थे, मैं भी अपनी गांड उछाल उछाल कर चोद रही थी।
करीब आधे घंटे तक चूत और लंड का पानी ऐसे ही चलता रहा, अब मैं हार गई थी।
मेरे मुँह से आअहह आअह निकल रही थी, और डॉक्टर भी अब मेरे साथ आअहह आहा करने लग गये।
अब डॉक्टर का लंड गरम गरम रस मेरी चूत में निकलने लग गया।
मेरी चूत और उनके लंड का पानी से मिलने से एक बहुत ही मस्त खुशबू अब कमरे में बिखरने लग गई थी।
अब हम दोनो शांत हो गये थे।
फिर कब मेरी आंखें बंद हो गईं और मुझे कब नींद आ गई मुझे पता तक नहीं चला।
जब मेरी आंख खुली तो मैंने अपने आप को डॉक्टर बाहों में पाया।
ये कहानी आप fungirl.inपर पढ़ रहे थे। उम्मीद करता हूँ आप लोगो को ( Hindi Chudai Ki Kahani )पसंद आयी होगी।
कहानी कैसी लगी कमेंट में ज़रूर बताये। मिलते अगले किसी दिलचस्प कहानी के साथ।