हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम रवि है और में पिछले कुछ सालों से सेक्सी कहानियाँ पढ़ता आ रहा हूँ, जिनको पढ़कर मुझे बहुत मज़ा आता है और मेरे मन को बहुत शांति मिलती है. दोस्तों में आज एक ऐसी ही मन को संतुष्ट करने वाली सेक्स घटना को बताने जा रहा हूँ, जिसमें मैंने अपनी एक गर्लफ्रेंड को बहुत जमकर चोदा और उसकी चुदाई के पूरे पूरे मज़े लिए और उसको भी मज़े दिए और में उम्मीद करता हूँ कि यह मेरी कहानी और मेरे चुदाई करने का तरीका आप सभी लोगों को बहुत पसंद आएगा.
दोस्तों यह बात आज से 8 महीने पहले की है, जब हमने अपना घर बदल लिया था और हम एक नये घर में चले गए. वहां पर कुछ दिन बहुत अजीब सा लगा, लेकिन मुझे बाद में पता चला कि मेरे नये घर के पास ही मेरे स्कूल में पढ़ने वाला एक लड़का जिसका नाम साहिल है वो रहता था और उसका और मेरा घर एकदम पास पास था और फिर उससे बातें होते होते हमारी बहुत अच्छी दोस्ती हो गई और हम एक दूसरे के साथ बहुत समय बिताने लगे थे और फिर में कभी कभी उसके घर पर भी जाया करता था.
दोस्तों उसकी दो बहनें थी, लेकिन वो दोनों उससे उम्र में बड़ी थी और उनमें से बड़ी वाली बहन की शादी तय हो गई थी और छोटी वाली उस समय कॉलेज में अपनी पढ़ाई कर रही थी. दोस्तों वो बहुत सुंदर थी और में भी हमेशा उसे घूरता रहता था और जब वो मुझे देखती तो में उसकी तरफ स्माईल कर देता था और वो भी मेरी तरफ स्माईल कर देती. फिर हम धीरे धीरे एक दूसरे से बातें करने लगे और ऐसे ही समय गुजरता गया और साहिल की बड़ी बहन की शादी आ गई तो शादी से दो दिन पहले साहिल मुझसे बोला.
साहिल : यार रवि तू तो बहुत अच्छी तरह से जानता है कि मुझे कितना काम होता है और में हमेशा व्यस्त रहता हूँ और आज मुझे घर में कुछ ज्यादा ही काम है, अगर तू फ्री है तो प्लीज सोनाली को उसके कॉलेज छोड़ दे तू चाहे तो मेरी बाईक ले जा सकता है.
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में : अरे यार यह भी कोई बोलने की बात है, मेरे पास अपनी भी बाईक है, अगर हम एक दूसरे की थोड़ी बहुत मदद भी नहीं करेंगे तो हमारी दोस्ती कैसी दोस्ती, हाँ ठीक है में उसे छोड़ देता हूँ.
अब में मन ही मन बहुत खुश होकर अपनी बाईक पर सोनाली को अपने साथ लेकर उसके कॉलेज के लिए निकल गया. दोस्तों सोनाली ने उस समय काली कलर की जींस और नीले कलर का टॉप पहना हुआ था, जिसमें वो बहुत सेक्सी लग रही थी, उसकी बिल्कुल टाईट जींस और वो थोड़ा छोटा टॉप शरीर से एकदम चिपका हुआ जो उसके बड़े बड़े बूब्स के आकार को बाहर से ही बता रहा था.
दोस्तों सच पूछो तो में भी हमेशा सोनाली से बात करने और उसे छूने के कोई ना कोई बहाने ढूंढता रहता था, क्योंकि में उसके गदराए हुये बदन, बड़ी बड़ी आखें, गुलाबी होंठो को देखकर उसकी तरफ बहुत आकर्षित था. फिर कुछ दूर चलने के बाद मैंने उससे बातें करते करते सही मौका देखकर उसकी तारीफ करते हुए कहा कि वाह सोनाली तुम आज बहुत सुंदर लग रही हो. दोस्तों मुझे पहले से बहुत अच्छी तरह से पता था कि लड़कियों को अपनी तारीफ सुनना बहुत अच्छा लगता है और मैंने भी उसे अपनी बातों में फंसाने के लिए ठीक वैसा ही किया.
फिर उसने मुस्कुराते हुए मुझसे धन्यवाद कहा और तभी मैंने जानबूझ कर हल्का सा ब्रेक लगा दिया, जिसकी वजह से वो मुझसे एकदम चिपक गई और उसके बूब्स मेरी कमर पर चिपके हुए थे, जिसकी वजह से मुझे उसके बूब्स को अपनी कमर पर महसूस करके बहुत अच्छा लग रहा था और शायद उसको भी मेरी इस बात का पता था. तभी उसका कॉलेज आ गया और वो मेरी तरफ मुस्कुराकर अपना हाथ हिलाकर मुझसे बाय कहती हुई चली गई और में कुछ देर उसे जाता हुआ देखता रहा और फिर उसी रात को में और साहिल उसके घर पर बैठे बातें कर रहे थे.
फिर साहिल मुझसे बोला कि यार आज तू यहीं पर सो जाना और वैसे भी बहुत रात हो चुकी है. दोस्तों मेरा घर साहिल के एकदम पास ही था, इसलिए में उसकी बात के लिए तुरंत मान गया, क्योंकि मेरे घरवालों को मेरे उसके घर पर शादी में काम करने की बात पता थी और वैसे में खुद भी उसके घर पर रुकने और उसकी बहन को देखने और उससे बात करने का मौका देख रहा था और मेरी अच्छी किस्मत से वो मौका मुझे मेरे दोस्त ने दे दिया.
अब में भगवान को बहुत बहुत धन्यवाद देने लगा. फिर कुछ देर बाद हम दोनों एक कमरे में सोने चले गए और उस समय में और साहिल दोनों एक साथ ही सो रहे थे, हमारे पास और भी बहुत लोग थे, लेकिन बहुत देर तक उसके पास लेटे रहने के बाद भी मुझे नींद नहीं आ रही थी और तब तक मेरे दोस्त के साथ साथ सभी लोग सो चुके थे. फिर में कुछ देर बाद उठकर बाहर जाकर छत पर खड़ा हो गया. तभी कुछ देर बाद सोनाली भी वहां पर आ गई और फिर वो मुझे छत पर देखकर मुझसे पूछने लगी कि क्या हुआ अभी तक सोए नहीं? मैंने उससे कहा कि में बहुत देर से सोने की कोशिश कर रहा हूँ, लेकिन मुझे नींद ही नहीं आ रही थी, इसलिए में छत पर आ गया.
अब हम दोनों इधर उधर की बातें करने लगे, वो मेरी हर एक बात का मुस्कुराकर जवाब दे रही थी, हमारे बीच में बहुत देर तक हंसी मजाक चलता रहा. वो बहुत खुश नजर आ रही थी और उस समय छत पर हम दोनों के अलावा और कोई भी नहीं था और रात के अँधेरे में हमें कोई देख भी नहीं सकता था, क्योंकि जिस जगह पर हम दोनों खड़े थे, वहां पर उस दीवार के पास कोई नहीं आता, इसलिए इस बात का पूरा पूरा फायदा उठाते हुए मैंने उससे बातें करते करते उसको बोल दिया कि में तुमसे बहुत प्यार करता हूँ और तुम मुझे बहुत अच्छी लगती हो और में यह बात तुमसे बहुत दिनों से कहना चाहता था,
लेकिन मुझे कोई मौका ही नहीं मिला, इसलिए में आज तुमसे अपने मन की सच्ची बात बता रहा हूँ, लेकिन दोस्तों वो मुझसे कुछ नहीं बोली बस मेरी तरफ मुस्कुराने लगी. फिर मैंने उसके मुस्कुराने को उसकी तरफ से हाँ समझकर तुरंत उसका हाथ पकड़ लिया और उसको अपने पास खींचकर हग करने लगा और कुछ देर हग करने के बाद अब वो भी मुझे ज़ोर से हग कर रही थी और वो मेरा पूरा पूरा साथ दे रही थी.
मैंने महसूस किया कि उस समय आग हम दोनों में बराबर की लगी हुई थी और उस बात का मैंने पूरा फायदा उठाने के बारे में सोच रखा था. फिर मैंने उसका चेहरा ऊपर किया और उसे लिप किस करने लगा, वो भी मेरा पूरा साथ दे रही थी.
फिर में उसके बूब्स पर हाथ रखने लगा.
तभी उसने मुझसे कहा कि यहाँ पर कोई आ जाएगा, चलो हम नीचे वाले कमरे में चलते है तो हम उसके रूम में चले गये, लेकिन हमने नीचे आकर देखा कि वहां पर उसकी बड़ी बहन सोई हुई थी, लेकिन हम दोनों पर तो उस समय सेक्स चड़ा हुआ था, इसलिए हमने उसकी बहन की फ़िक्र नहीं की और वहीं पर एक कोने में जाकर बैठ गए और अँधेरे का फायदा उठाते हुए किस करने लगे. वो अब पूरी तरह जोश में आकर मेरी जीभ को अपनी जीभ से चूस रही थी और में अपने एक हाथ से उसके बूब्स को मसल रहा था और दबा रहा था, जिसकी वजह से धीरे धीरे मदहोश हो रही थी.
फिर कुछ देर बाद मैंने मौके का फायदा उठाते हुए उसकी टी-शर्ट को तुरंत उतार दिया और अब उसके बड़े बड़े एकदम गोल बूब्स मेरे सामने थे, जिनको देखकर में ललचाने लगा और बूब्स को दबाने लगा और वो पागलों की तरह मोन कर रही थी.
में उसके दोनों बूब्स को बहुत ज़ोर से निचोड़ रहा था. फिर मैंने उसके पूरे शरीर को लीक किया, में अब उसकी गरम बैचेन चूत को उसके लोवर के ऊपर से दबा रहा था, लेकिन कुछ देर बाद मैंने उसे चूमना, चाटना शुरू किया और वो अब लगातार मोन कर रही थी और मुझसे कह रही थी उफ्फ्फ्फ़ हाँ उतार दो स्स्ईईईईइ प्लीज तुम अब मेरा लोवर अह्ह्ह्हह्ह्ह्ह.
फिर में जल्दी से उसका लोवर उतारकर उसकी गीली पेंटी के ऊपर जीभ फेरने लगा तो वो बिल्कुल पागल होने लगी और ज़ोर ज़ोर से चीखने लगी, उफ्फ्फ्फ़ आह्ह्ह्हह्ह रवि और चाटो. अब मैंने अपने मुहं से उसकी पेंटी को भी उतार दिया, वाह दोस्तों क्या चूत थी उसकी एकदम गुलाबी फूली हुई और उस पर बिल्कुल भी बाल नहीं थे. में तुरंत अपने होंठ उसकी चूत पर रखकर चूत को चाटने लगा, चूसने लगा.
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फिर मैंने महसूस किया कि वो अपने चूतड़ को ऊपर उठाकर पूरे जोश में आकर मेरी जीभ से अपनी चूत को चुदवा रही थी और में भी पूरे मज़े लेकर चूसता गया, लेकिन करीब 15 मिनट के बाद मैंने महसूस किया कि उसका पानी निकल गया और में वो सारा पानी पी गया.
फिर उसके कुछ देर चूत चाटने के बाद वो मेरे लोवर से मेरे लंड को बाहर निकालकर सहलाने धीरे धीरे हिलाने लगी और कुछ देर बाद उसने चूसना शुरू किया और करीब 10 मिनट तक लंड को अपने मुहं में लेकर चूसने के बाद में उसके मुहं में झड़ गया और वो मेरा पूरा वीर्य गटक गई.
फिर मैंने कुछ देर बाद उसको अपने ऊपर लेटा लिया और अपना लंड उसकी चूत के मुहं पर रख दिया. उसकी दोनों जांघो को कसकर पकड़ लिया और फिर अपना पूरा दम लगाकर लंड को चूत के अंदर धकेलने लगा तो वो दर्द की वजह से बहुत ज़ोर से चिल्लाने लगी और मैंने तुरंत उसके होंठो पर अपने होंठ रखकर उसका मुहं बंद कर दिया और कुछ देर रुककर फिर से लंड को अंदर करने लगा. उसकी वर्जिन चूत में मेरा लंड बहुत मुश्किल से अंदर गया और हम दोनों पूरे पसीने से भीग चुके थे.
में अपनी जगह पर एकदम शांत था और कुछ देर बाद जब उसका दर्द कम हुआ तो वो थोड़ी शांत हुई और में उसको धीरे धीरे धक्के देकर चोदने लगा, वो बिना आवाज के मोन कर रही थी और में लगातार धक्के दिए जा रहा था, करीब 30 मिनट की चुदाई के बाद हम दोनों एक एक करके झड़ गये, लेकिन उसकी बड़ी बहन उठकर बैठी हुई थी और वो सब कुछ देख रही थी, मुझसे घबराहट की वजह से कुछ बोला भी नहीं गया और मैंने जल्दी से अपने कपड़े पहने और चुपचाप वापस जाकर साहिल के पास में सो गया.
फिर अगले दिन सुबह में उनसे नजर चुरा रहा था, लेकिन जब में गलती से उनके कमरे में गया, तब वो बिल्कुल अकेली थी और में उन्हें देखकर तुरंत बाहर निकल गया और फिर उन्होंने मुझे अपने पास बुलाया. दोस्तों मेरी तो गांड फट गई, लेकिन यह क्या जब में उसके कमरे में गया तो मैंने देखा कि वो पूरी नंगी बैठी हुई थी.
फिर में उसको इस हालत में देखकर दोबारा बाहर जाने लगा. फिर वो मुझसे बोली कि वहीं पर रूको और में रुक गया, वो मेरे पास आई और बहुत गुस्से में आकर ज़ोर से बोली कि कल रात को तू मेरी बहन के साथ क्या कर रहा था? फिर मैंने घबराकर हकलाते हुए बोला कि जी कुछ नहीं, अब वो अचानक से हंसने लगी और मुझसे बोली कि मुझे भी तुझ से चुदवाना है, क्योंकि मेरी शादी है और मुझे कुछ नहीं आता मैंने कल रात को तेरा सारा काम और काम करने का तरीका देखा था, तू बहुत अच्छा काम करता है, चल अब तू मेरे साथ भी शुरू हो जा और मुझे भी कुछ सिखा और उसने तुरंत उठकर दरवाजा अंदर से बंद किया और मुझे किस करने लगी. मैंने भी उसको हग करना शुरू किया और उसके साथ साथ किस करने लगा.
फिर उसने मेरे कपड़े उतारे और वो मेरे लंड को सक करने लगी, तभी वो मुझसे बोली कि प्लीज मेरे मुहं में मत निकालना, में आज पहली बार चूस रही हूँ. फिर में उसके मुहं में अपना पूरा लंड घुसाकर उसके मुहं को चोदने लगा, मुझे बहुत मज़ा आ रहा था, लेकिन कुछ देर के धक्कों के बाद मुझसे अब बिल्कुल भी कंट्रोल नहीं हुआ और में उसके मुहं में झड़ गया, पहले तो उसको मेरा झड़ना बहुत बुरा लगा, लेकिन फिर वो कुछ देर बाद मुझसे बोली कि यह बहुत स्वादिष्ट है और वो मेरा सारा वीर्य पी गई. फिर में उसको लेटाकर उसकी चूत को चाटने लगा था.
दोस्तों उसकी वर्जिन चूत बहुत स्वादिष्ट थी, करीब 15 मिनट में ही वो झड़ गई, लेकिन मेरा लंड तब तक खड़ा हो गया था तो मैंने उसको एकदम सीधा लेटाकर उसकी चूत के मुहं पर अपना लंड रख दिया और उसका मुहं अपने एक हाथ से बंद करके दो जोरदार झटकों में अपना पूरा लंड उसकी चूत के अंदर में डाल दिया और वो दर्द से रोने लगी.
में थोड़ी देर रुक गया और वो शांत हो गई और अपनी गांड को हिलाने लगी तो मैंने झटके लगाने शुरू किए और ज़ोर से उसको चोदने लगा, वो अब मोन कर रही थी. फिर करीब 20 मिनट के बाद वो एक बार फिर से झड़ गई और में भी अब झड़ने वाला था तो वो मुझसे बोली कि तुम मेरी चूत में ही निकालना.
फिर 5-6 ज़ोरदार झटकों के साथ में उसकी चूत के अंदर ही झड़ गया और हम वैसे ही लेटे रहे और करीब 30 मिनट के बाद फिर से हमने दूसरी बार चुदाई की. दोस्तों मैंने उस दिन उसको 3 बार चोदा और शादी के बाद भी में उसको उसके ही घर पर 6 बार चोद चुका हूँ.