दोस्तो, ये मेरी पहली कहानी है। मैने देसी टेल्स पर काफ़ी कहानियाँ पड़ी हैं। मेरा नाम राहुल है या मेरी उम्र 20 साल है. आज मैं आपको अपनी रियल स्टोरी बता रहा हूं। ये बात कुछ 3-4 साल पहले की है।
हमारे परिवार में मेरी एक सगी चाची है जिनका नाम बबीता है। उनकी उम्र 33 साल है. उनका शरीर बहुत मस्त है. उनका फिगर 36-30-34 है. मैं कॉलेज में पढ़ता था. मेरी चाची मुझे बहुत अच्छी लगती है या मैं उन्हें चोदना चाहता था। इसली में उनसे सेक्सी बाते करता था पर वो मुझे डेट देती थी।
एक दिन वो शायद किसी मूड में थी या मुझसे बोली कि, “तेरी कोई गर्लफ्रेंड है? कभी किसी के साथ सेक्स किया है?”
मैने कहा, “नहीं है कोई. पट ती ही नहीं है।”
इस पर चाची ने कहा कि, “तू इतना खुबसूरत है, जवां है, क्यों नहीं पटती है?”
मैंने कहा, “अगर ऐसा है तो आप मेरी गर्लफ्रेंड बन जाओ या मेरा साथ सेक्स करो।”
दिसम्बर की सर्दी में चाची की चुत का सहारा – Chachi Ki Chudai Ki Kahani
चाची ने कहा की, “हट, पागल। घर में कोई ऐसा होता है? किसी को पता चल गया तो?”
मैने कहा, “किसी को कुछ पता नहीं चला गा। ये बात सिर्फ हम दोनों के बीच रहेगी।” इस पर चाची जल्दबाजी में घर का काम करने लगी। मैं भी दोस्तों के साथ बाहर चला गया।
एक दिन चाची घर में अकेली थी. चाचा दुकान पर गए थे. चाची का बेटा या बेटी स्कूल गई। मुझे मोका मिल गया. मैने चाची के घर गया. चाची घर में अकेली थी. मैंने मोके का फ़ायदा उठाकर चाची से सेक्सी बातें करने लगा। जब चाची मुझसे खुल गई, टब में चाची से कहा कि, “चाची, आप मुझे एक बार अपनी चूत चोदने दो। मैंने आज तक किसी को नहीं छोड़ा है।”
दोस्तो, ये बात सही है कि मैंने अब तक किसी के साथ सेक्स नहीं किया था। मैने काफ़ी मिनट की लेकिन चाची नहीं मानी। फ़िर मैंने चाची से कहा की, “सिर्फ एक बार छूट दे दो। दोबारा नहीं मांगूंगा।” काफ़ी प्रयास के बुरी चाची मान गई या डोनो साइड का दरवाजा बंद किया।
हम दोनों चाची के बेडरूम में चले गए। मैं बहुत खुश था कि पहली बार किसी औरत के चूची, चूत या गांड देखने को मिलेगी। बेडरूम में जाते ही मैंने चाची की कोली बहार ली या उनके होठों को चूसने लगा। पहले तो वो मुझे हटाने की कोशिश कर रही थी पर मेरा ना हटने पर वो भी मेरा साथ देना लगी या होठों को चूसने लगी।
उनको गुलाबी गरम चुसने में बहुत मज़ा आया। मेरा लंड टाइट होने लगा. मैंने चाची का बंद कर दिया। उनकी सफ़ेद ब्रा में उनका गोल गोल धुध मस्त लग रहे थे जिन्हें मैं देख रहा था। चाची ने कहा, “देखता ही रहेगा या कुछ करेगा भी।” मैंने तुरंत चाची की ब्रा को उतार दिया या उनके बूबो को मसलने लगा।
चाची के मुँह से, “सी….सा….उह….आह की” आवाज निकल रही थी। मैंने चाची का बूब मुँह में लिया या निपल को गर्मो से मसलने लगा या दूसरे बूब को हाथ से मसलने लगा। अब चाची या मदहोश होने लगी या मेरी पैंट के ऊपर से मेरे लंड पर हाथ फेरने लगी। मुझे बहुत मजा आया था. चाची जोर जोर से सिसकारी बहार रही थी.
ठरकी डॉक्टर ने अम्मी की फुद्दी थूक लगा कर मारी – Muslim Sex Story
मैंने चाची को बिस्तर पर गिरा लिया या उनकी सलवार उतार दी। चाची ने पैंटी नहीं पहनी थी. उनकी चिकनी चूत सेव की हुई थी जो साफ चमक रही थी। हमसे पानी निकल रहा था. मैंने तुरंत चाची की चूत पर मुँह लगाया या उनकी चूत को जीभ से चाटने लगा। चाची भी अपनी चूत को छुट्टर उठा केर चटवाने का मजा ले रही थी।
चाची मेरा सर पर हाथ रख केर अपनी चूत पर मेरे मुँह का दबब बना रही थी या कह रही थी, “रज़ा, तेरा चाचा ने आज तक नहीं चाटी। तू मेरी चूत चटकार कितना मजा दे रहा है।” इसके बाद चाची ने मेरी पैंट या टी-शर्ट भी उतार दिया या मेरा लंड हाथ में लेकर ऊपर नीचे करने लगी। मैंने घूम कर अपना लंड चाची के मुंह पर केर दिया या अपना मुंह चाची की चूत पर करके उनकी चूत चटने लगा। अपना लंड चाची को मुँह में लेने का इसारा किया तो चाची को मना करने लगी।
वो कहा, “मैंने तेरे चाचा का भी कभी मुँह में नहीं लिया।” मेरे जोर देने पर चाची ने मेरा लंड मुँह में ले लिया। पहले उन्हें अजीब लगा; फिर वो मेरा लंड को आइसक्रीम की तरह चटने लगी। मेरा या चाची के मुँह से सिस्कारियाँ निकल रही थी। हम दोनों एक दूसरे में मदहोश थे। 10 मिनट चटनी के बाद चाची बोलीं, “रज़ा, अब बर्दाश्त नहीं हो रहा। अपना मोटा लंड ढालकर मेरी चूत की प्यास बुझा दे।”
चाची ने बिस्तर के गद्दे के नीचे से कैंडम निकल केर मेरा लंड पर चढ़ा दिया। मैंने अपना 6 इंच लंबा लंड चाची की चूत के चाड पर लगा दिया या एक झटके में आधा लंड चाहिए की चूत के अंदर चला गया। चाची की गाल निकल गई या बोली, “तेरा लंड कितना मोटा या लंबा है। तेरा चाचा का तो इसका आधा भी नहीं है।”
मैं चाची की चूत में अपना लंड उम्र में पीछे करने लगा। चाची सिस्कारियां भरने लगी. कंडोम की वजह से मुझे पूरा मजा नहीं आ रहा था। तोह मैंने कंडोम उतारकर फेंक दिया या एक झटके में पूरा लंड चाची की चूत में डाल दिया या जोर जोर से दखने लगा। चाची भी मेरा अपना लंड उठा-उठा कर साथ दे रही है।
अन्होने बोला, “जोर से चोद रज़ा, या ज़ोर से मेरी चूत की प्यास मिटा दे। मेरी चूत चोद चोद कर भोसड़ा बना दे..आआह…उउहह…ओह…माँ…मर…गई…फाड़…दे…आज…अपनी…चाची…की…चूत…फाड़…दे…या…तेज…केर…या…तेज… आआह… सुउउ… ओह्ह्ह्ह…” करीब 20 मिनट के बाद मैंने अपने लंड का पानी अपनी चाची की चूत में चोद दिया या मैं चाची के ऊपर गिर गया। थोड़ी देर बाद हम उठे या अपने-अपने कपडे पहने।
*** दोस्तो, मैंने पहली बार चुदाई का मजा लिया था। मुझे या चाची को बहुत मजा आया। इस दिन के बाद हमें जब भी मोका मिला, हम सेक्स करना नहीं छोड़ते थे। चाहे गन्ने का खेत हो, चाची की छठ हो, बाथरूम हो कहीं भी। दोस्तो, ये मेरी सच्ची कहानी है। आपको कैसी लगी, कमेंट करके बताना।