Bhai Behen ki Chudai : दोस्तो, मेरा नाम पोषण लाला है| मेरी उम्र 26 साल है| मेरे पिताजी का नाम शुभम दास है जो 55 साल के करीब हैं| मेरी माताजी का नाम सुमन दास है जो 48 साल की हैं|मेरी एक बड़ी दीदी है
जिसकी उम्र 22 साल है| मेरी दीदी का नाम रूपा है| हमारा परिवार मुंबई से बिलॉन्ग करता है| किंतु हम भाई-बहन का जन्म नागपुर में ही हुआ था| मेरे परिवार के सारे ही सदस्य देखने में काफी अच्छे हैं|
मेरे पापा 5|8 फीट की हाइट के एक अच्छे व्यक्तित्व वाले पुरूष हैं| उनका स्वभाव काफी रौबदार है| वो अपना खुद का बिजनेस करते हैं| उनकी एक गारमेंट शॉप है| वो लेडीज़ फेंसी और गर्ल्स फेशनेबल गारमेंट्स में डील करते हैं|
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उनका एक बड़ा शोरूम है|मेरी दीदी वेटनरी साइंस में डॉक्टर है| अभी उसकी स्टडी पूरी ही हुई है| कुछ दिन पहले ही मेरी दीदी की नई नई नौकरी लगी है| जहां तक मेरी पढ़ाई की बात है तो मैंने कंप्यूटर साइंस में डिग्री की हुई है|
हम भाई-बहन को हमारे परिवार की तरफ से सब तरह की आजादी है| दोस्तों के साथ घूमना हो या फिर मूवी देखने के लिए जाना हो किसी चीज की कोई रोक-टोक नहीं है|
मेरी हाइट 5 फीट 7 इंच है और जबकि मेरी दीदी रूपा की हाइट 5 फीट 6 इंच है| हम दोनों भाई बहन एक जैसे ही दिखते हैं| दोनों को ही शुरू से ही जिम जाने का शौक रहा है|
हम दोनों ही दिखने में काफी स्मार्ट हैं| दीदी के फीगर की बात करूं तो उसके बूब्स का साइज 36 का है जबकि उसके हिप्स 38 के हैं| मेरी दीदी को मैंने कभी भी सेक्स की नजरों से नहीं देखा था|
हालांकि वो मेरे सामने शॉर्ट स्कर्ट में या शॉर्ट निक्कर में भी रहती थी| हम ऐसे ही शॉर्ट कपड़ों में खेलते रहते थे| हंसी मजाक भी करते थे|मेरे पापा की शॉप में गर्ल्स के लिए हमेशा लेटेस्ट कलेक्शन होती है
तो रूपा हमेशा लेटेस्ट कलेक्शन की ड्रेस पहनती थी| फिर भी मैंने उसके सेक्सी फीगर कभी इतना ज्यादा नोटिस नहीं किया था|मैं हमेशा ही अपने दोस्तों के साथ बिजी रहता था|
मेरा मन था कि मैं खुद का कंप्यूटर का बिजनेस करूं| मगर पापा और दीदी हमेशा मेरे पीछे पड़े रहते थे| वो लोग मुझे पापा के साथ बिजनेस में हाथ बंटाने के लिए कहते थे|
इसलिए उनके कहने पर मैं कभी कभी अपने कपड़ों के शोरूम पर भी चला जाता था|वहां पर 7 सेल्स गर्ल और 3 सेल्स बॉयज काम करते थे| चूंकि पापा लेटेस्ट कलेक्शन लेकर आते थे
इसलिए कई बार लड़कियों के फैशन को देख कर मुझे हैरानी भी होती थी|हमारे शोरूम पर एक से बढ़कर एक कलेक्शन था| उसमें लड़कियों की ब्रा और पैंटी के इतने सारे डिजाइन होते थे
कि मैं उनको देख कर हक्का बक्का रह जाता था| मुझे यकीन नहीं होता था कि लड़कियां इस तरह के अंडरगार्मेंट्स भी पहनती होंगी| मैं भी जवान हो रहा था इसलिए मेरा ध्यान कई बार सेक्सी लड़कियों की ओर चला जाता था|
मेरी बहन रूपा को कार चलाना नहीं आता था| उसने एक दिन मां से कहा कि उसको कार चलाना सीखना है| मां ने उसको बोल दिया कि अपने भाई से ही सीख ले| मां और बेटी मिलकर मुझ पर दबाव बनाने लगी|
कई बार रूपा मुझे कार चलाना सिखाने के लिए कहती थी लेकिन मैं हमेशा ही टाल मटोल कर दिया करता था| मैं अपने दोस्तों के साथ ही बिजी रहता था| इसी बात को लेकर कई बार हमारी लड़ाई भी हो चुकी थी|
मेरे घर वाले भी रूपा की ही साइड लिया करते थे| जिसके कारण मुझे बहुत गुस्सा आता था| मगर फिर भी मैं उसको बहन समझ कर माफ कर दिया करता था|अक्सर लड़ाई के दौरान वो मेरी गोद में बैठ जाया करती थी
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मेरे कान खींचने लगती थी|ऐसे ही मैंने काफी दिन निकाल दिये| दीदी रोज पापा से मुझे डांट लगवा दिया करती थी लेकिन मैं फिर भी उसकी बात नहीं सुनता था|एक दिन उसने कहा कि उसके कंप्यूटर में कुछ खराबी आ गयी है|
वो अपना काम नहीं कर पा रही है| वो कहने लगी कि शायद उसके कंप्यूटर में कोई वायरस आ गया था|मैंने उसको चेक करके देखा| चेक करने के बाद मैंने उसके कंप्यूटर में नई विंडो और एंटी वायरस डालने का सोचा|
मैंने रूपा को बता दिया कि सिस्टम की विंडो करप्ट हो गयी है| इसे ठीक करने में एक दो दिन का समय लग सकता है|अगले दिन फिर वो हॉस्पिटल में अपनी जॉब पर चली गयी| मैं घर पर ही था और बोर हो रहा था|
मैंने सोचा कि जब तक ये जॉब से आती है तो मैं रूपा के कंप्यूटर को ठीक कर देता हूं|मैं उसके रूम में गया और उसके कंप्यूटर को ऑन कर लिया| मैंने उसकी ब्राउजिंग हिस्ट्री को खोल कर देखा तो मेरे होश ही उड़ गये|
मैंने देखा कि रूपा ने ज्यादातर भाई-बहन या अन्य रिश्तों में चुदाई की सेक्स कहानी खोली हुई थी|फिर मैं भी उसमें देखने लगा| उसके बाद मैंने उसके कंप्यूटर की गैलरी में देखा| उसने काफी सारी पोर्न फिल्में भी डाउनलोड की हुई थीं|
उन पोर्न फिल्मों में भी अधिकतर फैमिली सेक्स की ही थी|उसके बाद मैंने उसके फेसबुक अकाउंट को चेक किया| उसमें एक लड़के के साथ उसने भाई बहन के सेक्स वाला रोल प्ले चैट भी किया हुआ था|
मुझे देख कर हैरानी हो रही थी|मुझे अन्दाजा हो गया था कि मेरी बहन के अन्दर कुछ ज्यादा ही सेक्स भरा हुआ है| साथ ही मेरे मन में बहुत सारे सवाल भी उठ रहे थे| मैं सोच रहा था
कि पता नहीं अब तक इसने कितने लड़कों के साथ सेक्स कर लिया होगा|वैसे भी वो एक सेक्सी जिस्म की मालकिन थी| अब मेरे मन में भी उसको लेकर सेक्स के ख्याल आने लगे थे|
मैंने उसके सारे कंप्यूटर को खंगाल लिया| अब मेरा मन उसको चोदने के लिए अपने आप ही करने लगा|फिर शाम को वो घर वापस आ गयी| रात का खाना हुआ और हमारी कोई बात नहीं हो पाई|
अब हम लोग अगले दिन नाश्ते की मेज पर मिले| उसने एक शॉर्ट स्कर्ट पहनी हुई थी और डीप गले का टॉप पहना हुआ था| उसका टॉप उसकी कमर से थोड़ा उठ गया था|
उसकी पैंटी की स्ट्रिप भी मुझे दिखाई दे रही थी|बहन के सेक्सी बदन को देख कर मेरे लंड में हलचल होने लगी| मेरा लंड खड़ा होने लगा| मैंने कभी अपनी बहन की तरफ इतना आकर्षण महसूस नहीं किया था|
नाश्ता करते हुए वो पूछने लगी- पोषण लाला, मेरा कंप्यूटर ठीक हो गया है क्या?मैंने कहा,हां, ठीक हो गया है|वो बोली, ओके थैंक्स, मुझे एक जरूरी प्रोजेक्ट पर काम करना था|
मैं मन ही मन मुस्करा रहा था| मुझे पता था कि उसको कौन से जरूरी प्रोजेक्ट पर काम करना था|रात को ही मैंने एक फेसबुक आईडी बना दी| मैंने एक अंग्रेज के नाम से वो आईडी बनाई थी|
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मैंने रूपा को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेज दी| उसने तुरंत ही एक्सेप्ट कर ली|कुछ देर उससे बातें होने के बाद वो अपने असली रूप में आ गयी| वो कहने लगी कि भाई-बहन के रोल प्ले वाली सेक्स चैट करते हैं|
हमने एक घंटे तक वो सेक्स चैट की| मुझे अहसास हो गया था कि उसका मेरे साथ में सेक्स करने का मन है| मगर वो डरती है|उसको शायद डर था कि पता नहीं मैं उसके बारे में क्या सोच बैठूंगा और मामला कहीं उल्टा न पड़ जाये|
अब मेरे मन में उसके साथ सेक्स करने को लेकर खयाल आ रहे थे| मैं सोच रहा था कि जब वो खुद ही मेरे साथ सेक्स करने के लिए मरी जा रही है तो मेरे बाप का क्या जाता है|अब मैंने उस पर ध्यान देना शुरू कर दिया|
वो जब चलती थी तो उसके 38 के हिप्स ऐसे हिलते थे जैसे वो कोई पोर्न स्टार हो| स्कर्ट में उसके चूतड़ों के बारे में ज्यादा पता नहीं लगता था लेकिन जब वो पजामे में होती थी उसकी पैंटी की शेप भी नजर आ जाती थी|
ऐसा लगता था जैसे वो मेरे सामने जानबूझकर अपने हिप्स मटकाकर चल रही है| वो शायद इस तरह की हरकतों से मेरे लंड को खड़ा करने की कवायद में थी| या यूं कहें कि मुझे उसके साथ सेक्स के लिए राजी करने के लिए।
उन दिनों दिसम्बर का महीना था| ठंड काफी हो रही थी| उसको हल्का बुखार आ रहा था| वो अपनी जॉब पर भी नहीं जा रही थी| मैं भी उस दिन घर में ही था| उस दिन मैं शोरूम पर नहीं गया था|
फिर उसने बुखार की दवाई ले ली| उसके घंटे भर बाद वो ठीक हो गयी|हम दोनों साथ में ही बैठे हुए थे| हम ऐसे ही बातें करने लगे| मैं अपने कंप्यूटर में कुछ काम कर रहा था|रूपा बोली, भाई, कार चलाना सिखा दो न!
मैं थोड़ा नखरा दिखाते हुए- यार दीदी, आपको तो पता ही है मेरा … हमेशा बिजी होता हूँ| टाइम की प्रॉब्लम है|
रूपा ,यार प्लीज़, ऐसा मत बोल| मैं किसी और से कार चलाना नहीं सीखना चाहती| आप ही सिखाओ|मैं,चलो ठीक है, लेकिन दिन में टाइम नहीं है मेरे पास| या तो सुबह के टाइम सीख लो या फिर देर शाम को|
वो बोली, ठीक है, सुबह सीखेंगे|मैंने कहा, ठीक है फिर, कल सुबह पांच बजे उठ जाना|अगली सुबह मैं सो रहा था| दीदी ने मुझे उठाया और हम निकल पड़े कार ड्राइविंग सीखने के लिए।
मैंने 10 दिन तक दीदी को पूरी ट्रेनिंग दी| फिर ग्यारहवां दिन भी आ गया| आज उनकी टेस्ट ड्राइव होनी थी|उस दिन मैंने उससे कहा- आज आपका टेस्ट होना है|मैंने गाड़ी रूपा के हाथों में थमा दी|
वो डरते हुए चलाने लगी|मुझे नहीं पता कि वो शायद जानबूझकर ही कार झाड़ियों में मार रही थी या फिर उसको सही से गाड़ी के बारे में पता ही नहीं चला था| एक दो बार उसने गाड़ी ठोक दी तो
मैंने उसको डांट दिया| वो वहीं पर रोने लगी|उसको डांटने के बाद मुझे भी बुरा महसूस हुआ तो मैंने रूपा को गले लगा लिया और चुप करवाने लगा| जैसे ही मैंने उसे हग किया तो उसके बूब्स मेरी छाती पर फील हुए|
मेरे शरीर में करंट सा दौड़ने लगा|मैंने जिंदगी में पहली बार किसी लड़की के बूब्स फील किए थे, वो भी अपनी बहन के बूब्स, जिसके लिए मेरे अंदर नया नया आकर्षण पैदा हुआ था| मेरी बहन थी भी एकदम से मस्त माल|
उसके बूब्स की फीलिंग लेकर मेरा लंड खड़ा हो गया| मैंने सोचा कि क्यों न इसके साथ सेक्स किया जाये|इसी इरादे से मैंने उससे कहा- दीदी, अगर आपको अभी भी डर लग रहा है तो मेरे पास एक आइडिया है|
वो बोली, क्या आइडिया है?मैंने कहा, आप मेरी गोद में बैठ कर ड्राइव करना सीखो| इससे आपको डर भी नहीं लगेगा और कहीं कुछ गड़बड़ हुई तो मैं संभाल लूंगा|वो झट से मान गयी और बोली, हां ये ठीक रहेगा|
उसके चेहरे पर अब एक मुस्कान आ गयी थी| वो तुरंत उठ कर मेरी गोद में आकर बैठ गयी| जैसे ही वो मेरी गोद में बैठी तो उसके नर्म नर्म हिप्स मेरे लंड के ऊपर टच होने लगे| मुझे बहुत मस्त फीलिंग आ रही थी और मेरा लौड़ा मचल गया|
मन कर रहा था कि अपनी बहन की चूत को अभी चोद दूं| लेकिन साथ ही डर भी लग रहा था क्योंकि हम बाहर खुले में ही थे| इसलिए कुछ हो नहीं सकता था| ऐसे मजे लेते हुए हम दोनों ड्राइव करते हुए घर वापस आ पहुंचे|
उस दिन हमारे बीच में कुछ नहीं हो पाया|अगली सुबह जब हम निकले तो मैंने जानबूझकर पजामे के नीचे अंडरवियर नहीं डाला| मैं अपनी बहन की गांड को अच्छी तरह से महसूस करना चाह रहा था|
जो ख्याल मेरे मन में थे वही शायद उसके मन में भी थे| उसने शायद उस दिन कोई अंडरगार्मेंट नहीं पहनी थी| जैसे ही वो मेरी गोद में बैठी तो मुझे उसकी गांड और चूत की फीलिंग अपनी जांघों और लौड़े पर आने लगी|
मेरा लंड तो एकदम से टन्न हो गया| उसको भी पता लग गया था कि मेरा लौड़ा तन चुका है| वो थोड़ी बहकने लगी थी|मैंने धीरे से उसको संभालने के बहाने के उसकी चूचियों के नीचे अपने हाथ रख लिये|
जैसे ही मैंने उसकी चूचियों को छुआ तो उसकी आंखें जैसे बंद सी होने लगीं| उसकी सांसें तेज हो गयीं|हम दोनों कार को एक सुनसान सी जगह पर ले गये| वहां पर कोई दिखाई नहीं दे रहा था|
आसपास काफी सारी झाड़ियां थीं| अब मेरे हाथ लगभग रूपा की चूचियों के ऊपर ही थे| मैंने उसकी जांघ को भी सहलाना शुरू कर दिया था| वो कुछ नहीं बोल रही थी|
जब मुझसे रुका न गया तो मैंने उसको बांहों में ले लिया और उसके गाल पर एक किस कर दिया| वो शरमा गयी और मुझे जैसे ग्रीन सिग्नल मिल गया|मैंने गाड़ी एक तरफ रोकी
उसकी चूचियों को सहलाते हुए उसके होंठों को अपनी ओर करके उसे किस करने लगा| वो भी मेरा साथ देने लगी| मेरा लंड मेरे पजामे में उठ उठ कर दर्द करने लगा था|हम दोनों एक दूसरे के होंठों को चूसने लगे|
मैंने उसकी लोअर के अंदर हाथ डाल दिया और उसकी चूत को सहलाने लगा| उसने नीचे से पैंटी भी नहीं पहनी हुई थी| उसकी चूत एकदम से गर्म हो चुकी थी|जब हम दोनों से ही रुका न गया
तो मैंने उसकी लोअर को नीचे कर दिया| उसने उठ कर अपनी गांड से लोअर नीचे सरका ली और मैंने भी इतने में ही अपना पजामा नीचे कर लिया| मेरा लंड नंगा हो गया था और मेरी बहन की चूत भी नंगी हो गयी थी|
वो मेरे लंड पर बैठ गयी और मैंने उसकी टीशर्ट में हाथ डालकर उसके बूब्स को दबाना शुरू कर दिया| ऐसा मजा आ रहा था कि मैं शब्दों में उसको बयां नहीं कर सकता| दोनों एक दूसरे को बेतहाशा चूमने चाटने लगे थे|
नीचे से मैं उसकी चूत में लंड को घुसाने की कोशिश कर रहा था लेकिन उसकी चूत में लंड नहीं जा रहा था|वो बोली, ऐसे नहीं जायेगा भैया, वर्जिन हूं मैं| कुछ तेल वगैरह का इंतजाम करना होगा|
मैं खुश हो गया कि मेरी बहन की कुंवारी चूत को पहली बार मुझे ही चोदने का मौका मिल रहा है| मगर हमारे पास तेल का कोई इंतजाम नहीं था|फिर मैंने उसे उठने के लिए कहा| वो उठ गयी|
मैं साइड वाली सीट की तरफ पैर निकाल कर लेट गया| मेरा मुंह उसकी चूत के नीचे आ गया| मैंने उसे बैठने के लिए कहा और वो मेरे मुंह पर बैठ गयी|उसकी चूत मेरे मुंह पर आ गयी और मैंने उसकी चूत में जीभ दे दी|
उसकी एकदम से सिसकारी निकल गयी| मैं उसकी चूत में जीभ देकर उसको चूसने लगा|जब उससे रुका न गया तो वो मेरे लंड पर झुक गयी और मेरे लंड को उसने मुंह में भर लिया|
अब वो मेरे लंड को चूस रही थी और मैं उसकी चूत में जीभ दे रहा था| उसकी चूत के रस का स्वाद मुझे अपनी जीभ पर महसूस हो रहा था|मैंने पूछा- आह्ह रूपा … तुमने ऐसे मस्त तरीके से लंड चूसना कैसे सीखा|
वो बोली, मैंने एक डिल्डो ऑनलाइन मंगवा रखा है| मैं उसको तुम्हारा लंड समझ कर रोज चूसती हूं और उससे चूत की खुजली भी शांत करती हूं|मैंने कहा, तुम तो बहुत मस्त हो यार!
फिर उसने उठ कर मेरे लंड को हाथ में पकड़ा और उसे सहलाया| वो मेरी तरफ मुंह करके घूम गयी| अब उसकी चूत मेरी तरफ थी| उसने मेरे लंड को अपनी चूत पर रखवा लिया और फिर से उस पर बैठती चली गयी|
उसकी गीली और गर्म चूत में मेरा लंड उतरने लगा तो मेरी आह्ह निकल गयी| इतना मजा मुझे पहली बार मिल रहा था| अपनी बहन की चूत में लंड देने में ऐसा सुख मिलेगा मैंने कभी नहीं सोचा था|
रूपा एडजस्ट करते हुए मेरे लंड को पूरा चूत में लेने की कोशिश की| चूंकि वो पहली बार असली लंड ले रही थी इसलिए उसको दर्द भी हो रहा था| उसकी आंखों में पानी आ गया था|
सेक्सी भाभी की मदद का ईनाम उनकी चूत – Sexy Bhabhi ki Chudai
मगर फिर भी उसने उत्तेजना में पूरा लंड अपनी चूत में अंदर ले लिया और मेरे होंठों को पीने लगी| मैंने नीचे से उसकी चूत में धक्के लगाने शुरू कर दिये|इतने में ही उसने अपनी टीशर्ट भी निकाल दी|
उसने नीचे से ब्रा भी नहीं पहनी थी| उसकी चूचियां मेरे मुंह में आकर धंस गयीं| मैंने उसकी चूचियों में मुंह दे दिया और उसकी चूत में लंड को धकेलने लगा|वो भी उछल उछल कर अपनी चूत में मेरे लंड को ले रही थी|
अब दोनों ही भाई बहन चुदाई का मजा लेने लगे| वो मेरे लंड पर उछलती रही और मैंने उसकी चूत में धक्के लगाते हुए खूब मजा लिया|आधे घंटे तक चली इस चुदाई के बाद मैं अपनी बहन की चूत में ही झड़ गया|
इस बीच रूपा दो बार झड़ गयी थी| हम दोनों शांत हो गये और फिर अपने कपड़े पहन कर घर आ गये|अब तो जब भी मौका मिलता है मैं रूपा को घोड़ी बनाकर चोदता हूं|
अब तक हम भाई बहन 40 बार सेक्स कर चुके हैं| मैंने अपने एक दोस्त को भी अपनी बहन की चूत चोदते हुए देखा है| वह कहानी मैं आपको फिर कभी बताऊंगा|
तो दोस्तो, यह थी पोषण लाला की कहानी| आपको इस कहानी में मजा आया होगा| मुझे बतायें कि आपको भाई बहन की पहली चुदाई की ये कहानी कैसी लगी| मैं आपके कमेंट का वेट करूंगी|