दोस्तो, मेरा नाम अंशिका है। मैं 40 साल की हूँ, मेरा फिगर 38सी 36 40 है और मैं दिखने में बहुत ही हॉट और सेक्सी हूँ। आप लोगों ने मेरी पिछली Porn Kahani कहानियों को पढ़ा, काफी सराहा और काफी कमेन्ट भी दिये इसलिये एक और सच्ची कहानी लेकर आई हूँ Bhai ki Biwi Ke Saath Lesbian Chudai आपके के लिये कि कैसे मैंने अपने छोटे भाई की पत्नी के साथ मनाली में लेस्बीयन सेक्स किया।
अब मैं कहानी पर आती हूँ.मेरे भाई की शादी 21 नवम्बर को हुई है। उसकी पत्नी बहुत ही हॉट और सेक्सी है। उसका नाम निशा है और वह नोयडा की रहने वाली है. निशा भाभी की उम्र 26 साल है और उसका फिगर 34बी 30 36 है। वह दिखने में बुहत ही हाट लगती है।
बात है मनाली में मेरे छोटे भाई और भाभी के हनीमून जाने की जब मैंने निशा के साथ लेस्बीयन सेक्स किया। मुझे पापा ने भाई के साथ इसलिये भेजा था कि मैं वहाँ बहुत बार जा चुकी थी।
हम वहाँ 23 तारीख को पहुँच गये थे. उसके बाद हम लोगों ने वहाँ घूमना शुरू किया और रात को भी वहाँ घूमे, बहुत मजा आया।मैं बता दूँ आपको कि मैं किसी भी सेक्सी औरत को देख लूँ तो मुझे लगता है कि इसके साथ लेस्बीयन सेक्स कर लूँ. मेरा मन भी अपने भाई की पत्नी के साथ लेस्बीयन सेक्स करने को हो रहा था.
रात को हम तीनों एक ही कमरे में बैठे थे और बातें कर रहे थे. रात के करीब 11 बजे थे तो मैंने कहा– निशा, तुम लोग सो जाओ, मैं अपने रूम में जाती हूँ.फिर मैं अपने रूम में चली आई और कुछ देर बाद सो गई.सुबह निशा करीब 5 बजे मुझे जगाने आई तब मैंने दरवाजा खोला तो निशा नाईटी में थी.
मैंने कहा– ऐसे क्यों आई हो?
वो बोली– क्यों क्या हुआ?
मैंने कहा– कुछ नहीं … ऐसे ही!और हम दोनों ननद भाभी कमरे में अन्दर आ गयी और वो मेरे कम्बल में घुस गई.
मैंने पूछा– वहाँ से क्यों आ गई?
निशा बोली– दीदी, उन्होंने पूरी रात सोने नहीं दिया!
तो मैं हंस पड़ी.तब मैंने उसको बताया– यार … तुम्हारे जीजा ने भी मुझे नहीं सोने दिया था पूरी रात!
फिर मैंने उससे पूछा– हुआ क्या क्या था जो इतनी जल्दी भाग आई?
मेरी भाभी बोली– दीदी, आप भी ना … अब छोड़ो!
“नहीं … बताओ मेरी जान, क्या क्या किया?”जब मैंने उससे जान कहा तो वो मेरी तरफ देखने लगी और बोली– कुछ नहीं, उन्होंने कई बार सेक्स किया दीदी, मेरे दर्द हो रहा है बहुत ज्यादा!
मैंने कहा– कुछ लगा लो, दर्द कम हो जायेगा.
वो बोली– क्या लगाऊँ?
“ये लो … मेरे पास बोरो प्लस है, लगा लो! या मैं लगा दूँ?”
तो वो मेरी तरफ देखने लगी और बोली– लो लगा दो!फिर मैंने उसकी नाईटी ऊपर की और पैन्टी उतारी तो देखा कि उसकी चूत पर खून लगा हुआ था.
मैंने उससे पूछा– तुमने पहले किसी के साथ सेक्स नहीं किया था क्या?
निशा बोली– नहीं दीदी, मैं इन सब में नहीं रही! यार आप कैसी बातें कर रही हो?
“मैं तो सिर्फ पूछ रही हूँ।”और उसकी नंगी चूत को देख कर मुझसे रहा नहीं गया और मैंने अपनी उंगली उसकी चूत में पेल दी. कसम से उंगली को स्वर्ग मिल गया था और वो ‘आहहह हहह ओहह हहह…’ करके बोली– दीदी, क्या कर रही हो? निकालो यार आपने तो अन्दर पेल दीं।
निशा से मैंने कहा– यार, तुम्हारी चूत तो बहुत टाईट है? भाई ने डाल लिया था तुम्हारी चूत में?
बोली– क्या दीदी … आप भी मजे ले रही हो!
“मजा तो बहुत आया होगा … क्यों निशा?”
वो बोली– हाँ बहुत!
“कितनी बार किया?”
बोली– 3 बार!निशा मेरे साथ अब खुल चुकी थी. तब मैंने उससे पूछा– तुमने कभी लेस्बीयन सेक्स किया है?
वह बोली– नहीं दीदी, वैसे मैंने स्टोरी बहुत पढ़ी हैं लेस्बीयन सेक्स की!
मैंने पूछा– निशा, तुमने कहाँ से पढ़ी ये सेक्स स्टोरी?
तब उसने बताया कि अन्तर्वासना पर बहुत सारी लेस्बीयन सेक्स स्टोरी आती हैं। उसमें पढ़ी हैं. जिसमें कई लेखिकाएं आपस में भी लेस्बीयन सेक्स करने का तजुर्बा बताती हैं।
तब मैंने उससे पूछा– क्या नाम है उस लेखिका का जिसकी कहानी तुम्हें पसंद है?
वो बोली– अंशिका शर्मा!
तब मैंने उसको पूछा– क्या तुम उस अंशिका के साथ लेसबियन सेक्स करना चाहोगी?
निशा बोली– मैंने ऐसा कभी किया तो कभी नहीं है लेकिन कोशिश करूँगी. लेकिन वो मिलगी कहां?तब मैंने उसको बताया– मैं ही वो अंशिका हूँ जो लेस्बीयन सेक्स करती हूँ.
बोली– क्यों मजाक कर रही हो?
“नहीं … मैं तुम्हें दिखा दूँगी घर चल कर अपने लैपटाप में जिसमें मैं लिखती हूँ अपने साथ हुई घटनाओं को!”
वह बोली– आप मेरे साथ करोगी फिर?
“नहीं … अभी नहीं, अमित तुम्हें ढूँढेगा.”
वो बोली– नहीं दीदी, मैं उनको बता कर आई हूँ कि मैं दीदी के पास जा रही हूँ।फिर हम दोनों ननद भाभी कम्बल में लेट गयी और मैं उसे किस करने लगी. वो भी मुझे किस करने लगी. कुछ देर तक ऐसे ही चला तो मैं गर्म हो गई और वो भी गर्म हो गई.तभी अचानक किसी ने मेरे कमरे का दरवाजा खटखटकाया तो हम सही हुये और मैंने दरवाजा खोला.
दरवाजे पर अमित था और वो भी अन्दर आ गया.फिर उस दिन और कुछ भी नहीं हुआ हम लोग घूमने जाने को तैयार हुये और घूमने चल दिये.कुछ दूर निकले थे कि निशा बोली– दीदी, मुझसे तो चला नहीं जा रहा है और बहुत दर्द हो रहा है यार, क्या करूँ?
मैंने कहा– अमित से कहो कि वापस चलो होटल!
उसने अमित से अपनी तकलीफ बतायी तो अमित ने कहा– ठीक है, चलो हम लोग वापस चलते हैं.
और हम तीनों वापस होटल में आ गये.निशा मेरे कमरे में मेरे साथ आ गई और अमित अपने कमरे में जाने लगा. मैंने कहा– आ जा अमित यहाँ!
मेरा भाई बोला– नहीं दीदी, मैं सोऊँगा.
मैं बोली– ठीक है!
और वह अपने कमरे में जाकर सो गया।मैंने सोचा कि अच्छा मौका है नयी नवेली भाभी के साथ सेक्स करने का!
मैं बाथरूम में गई और सूसू करके वापस आ गई और हम दोनों एक साथ लेट गयी. फिर हम दोनों एक–दूसरे के चिपक कर लेट गयी. मैंने निशा से कहा– तुम कपड़े बदल लो!
तो वो बोली– मैं कपड़े उतार दे रही हूँ.
और वह अपनी जीन्स टॉप उतारने लगी.फिर मैंने कहा– मैं उतार दूँ मेरी जान!
निशा बोली– हाँ उतार दो दीदी जान!
लेकिन कपड़े उतारने के बजाये हम किस करने लगी, वो भी मुझे किस करने लगी. काफी देर तक ऐसे ही चलता रहा, फिर मैंने उसके टॉप को ऊपर किया और उतार दिया. अब वो सिर्फ ट्रांसपेरेन्ट काली ब्रा में थी जिस कारण उसकी ब्राऊन निप्पल साफ दिख रही थी.
मेरा मन तो कर रहा था कि बस इसकी ब्रा उतार कर इसकी चुची चूस लूँ।और फिर मैं उसकी नाभि पर किस करने लगी. वो तो एकदम मदहोश हुई जा रही थी ‘दीदी … हाय दीदी …’ कर रही थी.
फिर मैंने उसकी पैन्ट की बटन खोल दी और पैन्ट उतार दी. जिसके नीचे काली पैन्टी और वो भी ट्रांसपेरेन्ट थी. उसको ब्रा पैन्टी में देखकर मुझे अपनी सुहागरात की याद आ गई.मैं भी काली ब्रा और पैन्टी में नंगी लेटी थी और फिर मैंने उसको ऊपर से नीचे तक अपनी जीभ से चाटा और किस किया, फिर उसकी ब्रा और पैन्टी भी उतार दी. अब मेरी नवविवाहिता दुल्हन भाभी मेरे सामने बेड पर नंगी लेटी थी. फिर वो उठी और मुझे बेड पर लिटा लिया और किस करने लगी और मेरी साड़ी उतारने लगी.
वो बोली– दीदी, आप तो बहुत मस्त माल हो यार! आपका फिगर बहुत मस्त है।और फिर धीरे-2 करके उसने मुझे पूरी नंगी कर दिया.
अब हम दोनों नंगी थी। वो मेरे बूब्ज़ को मसले जा रही थी और एक को चूसे जा रही और कुछ देर बाद मैं भी उसके बूब्स को चूसने लगी. अभी उसके चूचे कुंवारी लड़की की तरह ही थे ठोस और तने हुए… 15-20 मिनट तक हम दोनों ने एक–दूसरी के बूब्स को चूसा. तब निशा बोली– दीदी, मैंने लेस्बीयन सेक्स देखा बहुत है, कभी किया नहीं है.
मैंने कहा– आज कर भी लो!
फिर हम दोनों 69 की पोजीशन में आ गयी और एक दूसरी की चूत को चूसने लगी.
निशा बोली– दीदी चूत चटवाने में मुझे बहुत मजा आ रहा है!
और वो सही में अपनी चूत को उठा–उठा के चुसवा रही थी और मैं भी उसकी चूत को चाट रही थी. उसकी चूत का रस बहुत ही मजेदार था. हाय …
ऐसा रस सिर्फ वो ट्रेन में मिली लड़की अनुप्रिया का था और आज निशा तुम्हारी चूत का पिया है।वह भी मेरी चूत को ऐसे खाये जा रही थी जैसे कि खाना खा रही हो.सच बताऊँ तो उसकी चूत बहुत मस्त थी. उसने मुझे बताया– मैंने शादी के 01 दिन पहले ही वैक्सिंग करवाई थी.
उसकी चूत पर हल्के-2 बाल उग आये थे जिस कारण उसकी चूत के बाल मेरे होंठों में चुभ रहे थे लेकिन मजा भी बहुत आ रहा था.तब मैंने उसे बताया कि तुम्हारे जीजा को झाँटों वाली चूत ज्यादा पंसद है.
“और तुम्हें?”
बोली– मुझे तो क्लीन अच्छी लगती है.
और वह मेरी चूत को चाटे जा रही थी.इसी बीच मैं झड़ने वाली थी तो मैं चिल्लाई– निशा, मैं झड़ने वाली हूँ.
और उसके मुँह में झड़ गई. मेरी चूत का पानी उसकी चूत में निकल गया, उसने अपना मुँह हटा लिया, बोली– दीदी, आपकी चूत से बहुत सारा पानी निकल रहा है.
मैंने कहा– उसको चाट लो, बहुत अच्छा लगेगा.
वो बोली– दीदी, मैंने कभी चाटा नहीं है। क्या आप चाटती हो?
मैंने कहा– हाँ, बहुत अच्छा लगता है मुझे!
और फिर वह मेरी चूत के रस को पीने लगी.फिर मैं उठी और निशा की चूत को चाटने लगी. करीब 15 मिनट में वो बहुत ज्यादा गर्म हो गई और वह चिल्लाने लगी– आह उम्म्ह… अहह… हय… याह… दीदी प्लीज कुछ डालो!
मैं और जोर से चाटने लगी और उसने मेरे सर को पकड़ लिया और अपनी चूत में धक्का मारने लगी. बहुत तेजी के साथ वह मेरे मुँह में अपनी चूत को ऊपर नीचे करते हुये झड़ गई और उसकी चूत का सारा पानी मेरे मुँह में चला गया.
मस्त पानी था उसकी चूत का!फिर निशा की चूत का सारा पानी मैंने अपनी जीभ से साफ किया और उसने भी मेरी चूत का पानी साफ किया और बोली– दीदी, रात की चुदाई से ज्यादा मजा तो आपके साथ लेस्बीयन सेक्स करने में आ गया!
वो फिर उठी और मुझे किस करने लगी जैसे कि वह मेरा पति हो!फिर क्या था … जैसे मैंने उसकी चूत को चाटा था, वैसे ही वह मेरी चूत को चाटने लगी और बोली– मेरी जान, तुम्हारी चूत तो बहुत गीली है, क्या मैं इसे साफ कर दूँ?
मैंने कहा– हाँ जानू, गर्मी भी शांत कर दो इसकी!
फिर क्या था, मेरी दुल्हन भाभी मेरी चूत को चाटने लगी और करीब 15-20 मिनट तक उसने मेरी चूत को चाटा.अब मैं पूरी तरह से झड़ने वाली ही थी कि मैंने कहा– निशा, मैं झड़ने वाली हूँ!
फिर वह और तेजी से मेरी चूत में उंगली पेलने लगी और साथ में चूत को चाटने भी लगी, वो अपनी जीभ को मेरी चूत में घुसा दे रही थी जिससे और ज्यादा उत्तेजना हो रही थी और मजा आ रहा था. आखिरकार मैं उसके मुँह में झड़ गई ‘अअआहहह उउफ हहह ओहहह निशा अअआ इईई …’ फफॅच्च से उसके मुँह में सारा पानी छोड़ दिया और उसने भी बड़े मजे से मेरी चूत का रस दोबारा पिया।
फिर हम दोनों एक–दूसरी से चिपक कर लेट गयी और हम दोनों सो गयी.कुछ ही देर बाद मुझे दरवाजा खटकने की आवाज आई तो मैंने जल्दी से साड़ी पहनी और निशा से कहा– तुम बाथरूम में जाकर कपड़े पहन लो!
मैंने दरवाजा खोला तो देखा कि अमित है.मेरा भाई अमित बोला– निशा कहाँ है?
मैं बोली– बाथरूम में है!
तभी निशा कपड़े पहन कर बाहर आ गई।कुछ देर बाद अमित बाहर कुछ लेने चला गया और हम दोनों ने एक–दूसरी को किस किया. निशा बोली– दीदी, अब हम रोज सेक्स करेंगी.
मैंने कहा– हाँ, ठीक है।और उसी दिन हम लोगों को वापस लखनऊ आना था तो मैंने उससे कहा– अब हम लोग लखनऊ में अपने घर में सेक्स करेंगी।
सच में लखनऊ आकर हमने दो बार लेस्बीयन सेक्स किया.अब निशा नोयडा में है और 5 दिसम्बर को आयेगी, उस वक्त हम दोनों ननद भाभी फिर सेक्स करेंगी।आपको मेरी और निशा की रियल लेस्बीयन सेक्स स्टोरी कैसी लगी जरूर बतायें। अब अगली kamukta Kahani स्टोरी में किसके साथ सेक्स किया वो लिखूँगी।